भोपाल। जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल लगातार जारी है. प्रदेश में शासकीय कर्मचारियों पर एस्मा भी लगा हुआ है. बावजूद इसके जूनियर डॉक्टर लगातार चौथे दिन भी हड़ताल पर बैठे हैं. अपनी मांगों को लेकर सरकार से सीधी टक्कर ले रहे हैं. इस पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि हम चाहते हैं कि जूनियर डॉक्टर अपना आंदोलन समाप्त कर दें. एस्मा लगे होने के बावजूद भी हम उन पर कार्रवाई नहीं करना चाहते हैं. हमने स्टाइपेंड दिया है और मांगे भी मानी हैं. हम चाहते हैं कि डॉक्टर पीड़ित मानवता के लिए अपनी हड़ताल को समाप्त कर दें और काम पर वापस आ जाएं. अगर मरीजों का इलाज सही से नहीं हो पा रहा है और मरीजों की स्वास्थ्य संबंधित जरूरतें पूरी नहीं हो पा रही हैं तो डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी
हमने कोई दबाव नहीं बनाया-सारंग
सरकार द्वारा डॉक्टर के ऊपर हड़ताल वापस लेने के दबाव पर उन्होंने कहा कि हमने कोई दबाव नहीं बनाया है जो डॉक्टर्स एसोसिएशन कह रही है वह गलत है. नियम अनुसार उन्हें केवल सैलरी मिल सकती है, स्टाइपेंड या अन्य कोई सुविधा उनकी नौकरी के दौरान नहीं मिल सकती है, लेकिन सरकार ने डॉक्टर्स की बहुत सारी मांगें पूरी की हैं और स्टाइपेंड भी बढ़ाया है. उसके बावजूद भी डॉक्टर अपनी जिद पर अड़े हुए हैं.
4 दिन से जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल जारी
गांधी मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर्स अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे हुए हैं. चौथे दिन भी सुबह से ही डॉक्टर इकट्ठा हो गए और गांधी मेडिकल कॉलेज के मुख्य द्वार पर हड़ताल के लिए बैठ गए. यहां अपनी मांगों को लेकर और सरकार के विरोधी नारों से लिखे पोस्टर रखकर विरोध किया. इस दौरान डॉक्टर्स ने बताया कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होती हैं, हम हड़ताल समाप्त नहीं करेंगे.