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सबको संविधान के अनुसार मौलिक अधिकार है, उनका हनन कोई नही कर सकता: जीतू पटवारी - आदिवासी समुदाय

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ चाहता है कि आदिवासी लोग अपनी जाति, स्थान पर हिंदू लिखवाएं, जिसे लेकर मंत्री जीतू पटवारी ने कहा है कि किसी भी व्यक्ति को उसके मौलिक अधिकार से वंचित नहीं किया जा सकता.

Jitu Patwari said that no one can take away his fundamental rights from anyone
संविधान के मुताबिक नहीं कर सकते मौलिक अधिकार का हनन
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Published : Feb 8, 2020, 4:01 PM IST

Updated : Feb 8, 2020, 4:10 PM IST

भोपाल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ 2021 में होने जा रही जनगणना को लेकर सक्रिय है. जिसे लेकर संघ चाहता है कि आदिवासी लोग अपनी जाति, स्थान पर हिंदू लिखवाएं. इस मामले को लेकर मंत्री जीतू पटवारी का कहना है कि देश में संविधान ने सबको अपने मौलिक अधिकार दिए हैं, और ऐसे में कोई भी व्यक्ति आदिवासियों को उनके मौलिक अधिकार से वंचित नहीं रख सकता.

वहीं इस पर बीजेपी का कहना है कि वाकई ईसाई समुदाय ने आदिवासी भोली-भाली जनता को प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराया है .और यदि इस तरह का कोई अभियान चलाया जा रहा है तो अच्छा है.

संविधान के मुताबिक नहीं कर सकते मौलिक अधिकार का हनन

दरअसल आरएसएस की बैठक में हिंदुओं की घटती जनसंख्या पर चिंता व्यक्त की गई थी, और जानकारी के अनुसार 1991 में जनगणना में हिंदू की संख्या 84% थी. जो 2011 में घटकर 69% हो गई और हिंदुओं की जनसंख्या घटने का एक बड़ा कारण यह बताया जा रहा है कि भील ,गोंड के हिंदू की जगह अन्य धर्म दिखाने के कारण ऐसा हुआ है.

अब देखना यह होगा कि 2021 में होने वाली जनगणना में हिंदुओं की संख्या का प्रतिशत क्या रहता है. और यदि संघ इस एजेंडे पर काम करता है तो क्या वाकई हिंदू की संख्या में इजाफा होगा या नहीं ,यह 2021 की जनसंख्या के बाद पता चलेगा.

भोपाल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ 2021 में होने जा रही जनगणना को लेकर सक्रिय है. जिसे लेकर संघ चाहता है कि आदिवासी लोग अपनी जाति, स्थान पर हिंदू लिखवाएं. इस मामले को लेकर मंत्री जीतू पटवारी का कहना है कि देश में संविधान ने सबको अपने मौलिक अधिकार दिए हैं, और ऐसे में कोई भी व्यक्ति आदिवासियों को उनके मौलिक अधिकार से वंचित नहीं रख सकता.

वहीं इस पर बीजेपी का कहना है कि वाकई ईसाई समुदाय ने आदिवासी भोली-भाली जनता को प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराया है .और यदि इस तरह का कोई अभियान चलाया जा रहा है तो अच्छा है.

संविधान के मुताबिक नहीं कर सकते मौलिक अधिकार का हनन

दरअसल आरएसएस की बैठक में हिंदुओं की घटती जनसंख्या पर चिंता व्यक्त की गई थी, और जानकारी के अनुसार 1991 में जनगणना में हिंदू की संख्या 84% थी. जो 2011 में घटकर 69% हो गई और हिंदुओं की जनसंख्या घटने का एक बड़ा कारण यह बताया जा रहा है कि भील ,गोंड के हिंदू की जगह अन्य धर्म दिखाने के कारण ऐसा हुआ है.

अब देखना यह होगा कि 2021 में होने वाली जनगणना में हिंदुओं की संख्या का प्रतिशत क्या रहता है. और यदि संघ इस एजेंडे पर काम करता है तो क्या वाकई हिंदू की संख्या में इजाफा होगा या नहीं ,यह 2021 की जनसंख्या के बाद पता चलेगा.

Intro:राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ 2021 में होने जा रही जनगणना को लेकर सक्रिय है और संघ चाहता है कि आदिवासी लोग अपनी जाती स्थान पर हिंदू लिखवाएं , इसको लेकर कमलनाथ सराकर के मंत्री जीतू पटवारी का कहना है कि देश में संविधान ने सबको अपने मौलिक अधिकार दिए हैं और ऐसे में कोई भी व्यक्ति आदिवासियों को उनके मौलिक अधिकार से वंचित नहीं रख सकता तो वहीं बीजेपी का कहना है कि वाकई ईसाई समुदाय ने आदिवासी भोली भाली जनता को प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराया है और यदि इस तरह का कोई अभियान चलाया जा रहा है तो अच्छा है


Body:दरअसल आर एस एस की बैठक में हिंदुओं की घटती जनसंख्या पर चिंता व्यक्त की थी और जानकारी के अनुसार 1991 में जनगणना में हिंदू की संख्या 84% थी जो 2011 में घटकर 69% हो गई और हिंदुओं की जनसंख्या घटने का एक बड़ा कारण यह बताया जा रहा है कि भील ,गोंड के हिंदू की जगह अन्य धर्म दिखाने के कारण ऐसा हुआ है स्कूल सेक्स लेकर संघ ने आदिवासी संगठनों के बीच जाकर तमाम परिस्थितियों की जानकारी देने और अन्य धर्म की जगह हिंदू धर्म लिखवाने की रणनीति बनाई है


Conclusion:अब देखना यह है कि 2021 में होने वाली जनगणना में हिंदुओं की संख्या का प्रतिशत क्या रहता है और यदि संघ इस एजेंडे पर काम करता है तो क्या वाकई हिंदू की संख्या में इजाफा होगा या नही,यह 2021 की जनसंख्या के बाद सामने आएगा

बाइट- जीतू पटवारी, युवा कल्याण मंत्री

बाइट- लोकेन्द्र पाराशर, मीडिया प्रभारी, bjp
Last Updated : Feb 8, 2020, 4:10 PM IST
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