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प्रदेश सरकार के एक साल पूरे, जीतू पटवारी ने खेल विभाग की उपलब्धियों का किया जिक्र

कमलनाथ सरकार के एक साल पूरे हो गए हैं. इस मौके पर प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री जीतू पटवारी ने अपने विभाग की उपलब्धियों का जिक्र किया.

Jitu Patwari mentioned special achievements of Sports Department
जीतू पटवारी ने खेल विभाग की उपलब्धियों का किया जिक्र
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Published : Dec 17, 2019, 1:00 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार को सत्ता में आए पूरे एक साल हो गए हैं. विधानसभा चुनाव 2018 के दौरान कांग्रेस ने वचन पत्र के नाम से अपना मेनिफेस्टो जारी किया था. इसमें किए गए वादों को जल्द से जल्द पूरा करने का वादा जनता से किया गया था. खेल एवं युवा कल्याण मंत्री जीतू पटवारी ने खास बातचीत करते हुए अपने विभाग की उपलब्धियों के बारे में बताया.

खेल मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि खेल के क्षेत्र में वचनपत्र में किए गए करीब 80 फीसदी वादों को सरकार ने पूरा कर दिया है. उन्होंने कहा कि अब भी काफी कुछ करना बाकी है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों के लिए जो प्रयास किए जा रहे हैं, ऐसे प्रयास देश में अन्य किसी दूसरे राज्यों में नहीं किए जा रहे हैं. जीतू पटवारी ने कहा कि उनका मानना है कि स्पोर्ट्स में संतुष्टि उस दिन आएगी, जब प्रदेश के सैकड़ों खिलाड़ी देश के लिए मेडल जीतकर लाएंगे.

जीतू पटवारी ने खेल विभाग की उपलब्धियों का किया जिक्र

खेल मंत्री जीतू पटवारी ने अपनी खास उपलब्धियों का जिक्र करते हुए गुरुनानक प्रान्तीय ओलंपिक, खिलाड़ियों का बीमा, कोच डेवेलपमेंट प्रोग्राम, स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी, आधारभूत सुविधाएं और अधोसंरचना, खेल नीति, विधायक खेल प्रोत्साहन योजना के बारे में बताया.

खेल मंत्री जीतू पटवारी ने अपनी इन खास उपलब्धियों का किया जिक्र

गुरूनानक प्रान्तीय ओलंपिक

खेल मंत्री जीतू पटवारी ने बताया कि मध्य प्रदेश के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों को अपनी खेल प्रतिभा दिखाने का सही अवसर अब तक नहीं मिल पाता था, इसलिए गुरूनानक प्रांतीय ओलंपिक की शुरुआत की गई.

खिलाड़ियों का बीमा

खिलाड़ियों की आर्थिक सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए उनका बीमा कराने की योजना बनाई है. साथ ही मध्य प्रदेश में खिलाड़ियों का बीमा कराने वाला पहला राज्य बन गया है. इस बीमा योजना के तहत खिलाड़ियों को 2 लाख रुपए तक के निःशुल्क उपचार की सुविधा मिलेगी.

कोच डेवेलपमेंट प्रोग्राम

खेल मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि बाहर से आए खिलाड़ियों के लिए कोच लाने से बेहतर है कि प्रदेश में छिपी हुई प्रतिभाओं को अवसर देना चाहिए. इसके साथ ही जो कोच खिलाड़ियों को प्रशिक्षित कर रहे हैं, उन्हें भी बेहतर प्रशिक्षण देना जरूरी है, ताकि खिलाड़ियों को अच्छा प्रशिक्षण मिल सके.

स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी

खेल मंत्री ने विभाग की आगामी योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में ऐसे कई खिलाड़ी हैं, जिनके पास राज्य और राष्ट्रीय स्तर के पदक हैं, लेकिन वे बेरोजगार हैं. ऐसे खिलाड़ियों के लिए राजधानी भोपाल में एक स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनाने की योजना है, जहां पर खेलों के लिए जरूरी प्रशिक्षण-शिक्षण दिया जाएगा.

आधारभूत सुविधाएं और अधोसंरचना

खेल मंत्री ने कहा बड़ी उपलब्धियों में से एक है खेल के लिए जरूरी आधारभूत सुविधाओं और अधोसंरचना को बढ़ावा देना. इंदौर में स्वीमिंग पूल एकेडमी, छिंदवाड़ा में फुटबॉल एकेडमी, भोपाल में क्रिकेट स्टेडियम और नरसिंहपुर में वॉलीबॉल एकेडमी की स्थापना की जाएगी. इसके साथ ही पायलट प्रोजेक्ट के तहत इंदौर में स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स बनाए जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है.

प्रदेश में नई खेल नीति की शुरुआत

खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियों का फायदा मिल सके, इसके लिए प्रदेश में जल्द ही एक नई खेल नीति लाई जाएगी. इसके तहत शासकीय नौकरियों में पांच प्रतिशत आरक्षण खेल कोटे से दिया जाएगा.

विधायक खेल प्रोत्साहन योजना

शहर के हर कोने में खेल को बढ़ावा मिले, इसके लिए विधायक खेल योजना के तहत खेलों की आधारभूत अधोसंरचना और खेल गतिविधियों के प्रभावी संचालन के लिए क्षेत्रीय विधायक को हर साल पांच लाख रुपए खर्च करने का प्रावधान किया गया है.

इसके साथ ही खिलाड़ियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह तय किया गया है कि किसी भी प्रतियोगिता या टूर्नामेंट के लिए जब टीम या खिलाड़ी जाएगा, तो उनके साथ में एक विभागीय अधिकारी भी जाएगा. वहीं महिला खिलाड़ियों की सुरक्षा के लिए महिला क्रीड़ा अधिकारी भी साथ जाएंगी.

भोपाल। मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार को सत्ता में आए पूरे एक साल हो गए हैं. विधानसभा चुनाव 2018 के दौरान कांग्रेस ने वचन पत्र के नाम से अपना मेनिफेस्टो जारी किया था. इसमें किए गए वादों को जल्द से जल्द पूरा करने का वादा जनता से किया गया था. खेल एवं युवा कल्याण मंत्री जीतू पटवारी ने खास बातचीत करते हुए अपने विभाग की उपलब्धियों के बारे में बताया.

खेल मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि खेल के क्षेत्र में वचनपत्र में किए गए करीब 80 फीसदी वादों को सरकार ने पूरा कर दिया है. उन्होंने कहा कि अब भी काफी कुछ करना बाकी है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों के लिए जो प्रयास किए जा रहे हैं, ऐसे प्रयास देश में अन्य किसी दूसरे राज्यों में नहीं किए जा रहे हैं. जीतू पटवारी ने कहा कि उनका मानना है कि स्पोर्ट्स में संतुष्टि उस दिन आएगी, जब प्रदेश के सैकड़ों खिलाड़ी देश के लिए मेडल जीतकर लाएंगे.

जीतू पटवारी ने खेल विभाग की उपलब्धियों का किया जिक्र

खेल मंत्री जीतू पटवारी ने अपनी खास उपलब्धियों का जिक्र करते हुए गुरुनानक प्रान्तीय ओलंपिक, खिलाड़ियों का बीमा, कोच डेवेलपमेंट प्रोग्राम, स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी, आधारभूत सुविधाएं और अधोसंरचना, खेल नीति, विधायक खेल प्रोत्साहन योजना के बारे में बताया.

खेल मंत्री जीतू पटवारी ने अपनी इन खास उपलब्धियों का किया जिक्र

गुरूनानक प्रान्तीय ओलंपिक

खेल मंत्री जीतू पटवारी ने बताया कि मध्य प्रदेश के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों को अपनी खेल प्रतिभा दिखाने का सही अवसर अब तक नहीं मिल पाता था, इसलिए गुरूनानक प्रांतीय ओलंपिक की शुरुआत की गई.

खिलाड़ियों का बीमा

खिलाड़ियों की आर्थिक सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए उनका बीमा कराने की योजना बनाई है. साथ ही मध्य प्रदेश में खिलाड़ियों का बीमा कराने वाला पहला राज्य बन गया है. इस बीमा योजना के तहत खिलाड़ियों को 2 लाख रुपए तक के निःशुल्क उपचार की सुविधा मिलेगी.

कोच डेवेलपमेंट प्रोग्राम

खेल मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि बाहर से आए खिलाड़ियों के लिए कोच लाने से बेहतर है कि प्रदेश में छिपी हुई प्रतिभाओं को अवसर देना चाहिए. इसके साथ ही जो कोच खिलाड़ियों को प्रशिक्षित कर रहे हैं, उन्हें भी बेहतर प्रशिक्षण देना जरूरी है, ताकि खिलाड़ियों को अच्छा प्रशिक्षण मिल सके.

स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी

खेल मंत्री ने विभाग की आगामी योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में ऐसे कई खिलाड़ी हैं, जिनके पास राज्य और राष्ट्रीय स्तर के पदक हैं, लेकिन वे बेरोजगार हैं. ऐसे खिलाड़ियों के लिए राजधानी भोपाल में एक स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनाने की योजना है, जहां पर खेलों के लिए जरूरी प्रशिक्षण-शिक्षण दिया जाएगा.

आधारभूत सुविधाएं और अधोसंरचना

खेल मंत्री ने कहा बड़ी उपलब्धियों में से एक है खेल के लिए जरूरी आधारभूत सुविधाओं और अधोसंरचना को बढ़ावा देना. इंदौर में स्वीमिंग पूल एकेडमी, छिंदवाड़ा में फुटबॉल एकेडमी, भोपाल में क्रिकेट स्टेडियम और नरसिंहपुर में वॉलीबॉल एकेडमी की स्थापना की जाएगी. इसके साथ ही पायलट प्रोजेक्ट के तहत इंदौर में स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स बनाए जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है.

प्रदेश में नई खेल नीति की शुरुआत

खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियों का फायदा मिल सके, इसके लिए प्रदेश में जल्द ही एक नई खेल नीति लाई जाएगी. इसके तहत शासकीय नौकरियों में पांच प्रतिशत आरक्षण खेल कोटे से दिया जाएगा.

विधायक खेल प्रोत्साहन योजना

शहर के हर कोने में खेल को बढ़ावा मिले, इसके लिए विधायक खेल योजना के तहत खेलों की आधारभूत अधोसंरचना और खेल गतिविधियों के प्रभावी संचालन के लिए क्षेत्रीय विधायक को हर साल पांच लाख रुपए खर्च करने का प्रावधान किया गया है.

इसके साथ ही खिलाड़ियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह तय किया गया है कि किसी भी प्रतियोगिता या टूर्नामेंट के लिए जब टीम या खिलाड़ी जाएगा, तो उनके साथ में एक विभागीय अधिकारी भी जाएगा. वहीं महिला खिलाड़ियों की सुरक्षा के लिए महिला क्रीड़ा अधिकारी भी साथ जाएंगी.

Intro:भोपाल- मध्य प्रदेश के कमलनाथ सरकार को सत्ता में आए पूरे 1 साल होने जा रहे हैं। विधानसभा चुनाव 2018 के दौरान कांग्रेस पार्टी ने अपना एक वचन पत्र जारी किया था और जनता से वादा किया था कि इसमें बताए गए वादों को जल्द से जल्द पूरा करने की कोशिश की जाएंगी। इस वचन पत्र के मुताबिक इस पूरे साल में खेल विभाग की क्या खास उपलब्धियां रही और आगामी समय में खिलाड़ियों के लिए क्या खास योजनाएं हो सकती है, इस बारे में प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री जीतू पटवारी ने खास बातचीत में अपने विभाग की उपलब्धियों के बारे में बताया। खेल मंत्री का कहना है कि हमने खेल के क्षेत्र में किए गए वचनपत्र के लगभग 80% वादों को पूरा किया है हालांकि अब भी काफी कुछ करना बाकी है। प्रदेश में खेलों और खिलाड़ियों के लिए जो प्रयास किए जा रहे हैं ऐसे प्रयास देश में अन्य किसी दूसरे राज्यों नहीं किए जा रहे हैं पर हमारा मानना है कि स्पोर्ट्स में संतुष्टि उस दिन आएंगी जब प्रदेश के सैकड़ों बच्चे देश के लिए मेडल जीतकर लाएंगे।


Body:खेल मंत्री पटवारी ने अपनी खास उपलब्धियों का जिक्र करते हुए इन प्रमुख बिंदुओं को बताया-

1. गुरुनानक प्रान्तीय ओलिम्पिक- खेल मंत्री ने इस प्रतियोगिता के बारे में बताया कि मध्य प्रदेश के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों को अपनी खेल प्रतिभा दिखाने का सही अवसर अब तक नहीं मिल पाता था इसलिए हमने गुरु नानक प्रांतीय ओलंपिक की शुरुआत की। इसके तहत हॉकी,बास्केटबॉल, फुटबॉल, वॉलीबॉल, कबड्डी,खो-खो,एथलेटिक्स, कुश्ती, बैडमिंटन और टेबल टेनिस खेल को शामिल किया गया है। यह प्रतियोगिता अनेक स्तरों ब्लॉक, जिला, संभाग और राज्य स्तर पर होगी। इसे दो श्रेणियों 16 साल से कम जूनियर और 16 साल से ऊपर ओपन में बांटा गया है। राज्य स्तरीय ओलंपिक प्रतियोगिताओं के दलीय खेलों में पहले स्थान को एक लाख,दूसरे को 75,000 तीसरे को ₹50000 दिए जाएंगे। व्यक्तिगत खेल में यह राशि 7 हज़ार,5 हज़ार और ₹3000 होगी। इस प्रतियोगिता के जरिए प्रदेश की खेल एकेडमियों के लिए खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा।

2. खिलाड़ियों का बीमा- खिलाड़ियों की आर्थिक सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए हमने खिलाड़ियों का बीमा कराने की योजना बनाई है और इसके साथ ही मध्य प्रदेश देश में खिलाड़ियों का बीमा कराने वाला पहला राज्य बन गया है। इस बीमा योजना के तहत खिलाड़ियों को अब चिकित्सा और दुर्घटना बीमा का लाभ मिलेगा। इसके पहले चरण में खेल अकादमियों के लगभग 822 खिलाड़ियों को बीमा का लाभ दिया जा रहा है। चिकित्सा बीमा से खिलाड़ी देश के चुनिंदा अस्पतालों में से किसी भी अस्पताल में अपना इलाज करवा सकते हैं, इसके लिए उन्हें ₹2 लाख तक निशुल्क उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इसके साथ ही खिलाड़ियों का ₹5 लाख का जीवन बीमा भी कराया गया है जिसमें आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के खिलाड़ियों के अभिभावकों को भी शामिल किया गया है।

3. कोच डेवेलपमेंट प्रोग्राम- खेल मंत्री का मानना है कि बाहर से खिलाड़ियों के लिए कोच लाने से बेहतर है कि प्रदेश में छिपी हुई प्रतिभाओं को अवसर देना, इसके साथ ही जो कोच खिलाड़ियों को प्रशिक्षित कर रहे हैं उनको भी बेहतर प्रशिक्षण देना जरूरी है ताकि खिलाड़ी को अच्छा प्रशिक्षण मिले। इसी बात को ध्यान में रखते हुए कोच डेवेलपमेंट प्रोग्राम शुरू किया गया जिसके तहत एकेडमी के कोचों को प्रशिक्षण दिया जाएगा और प्रदेश के जो कोच प्रतिभाशाली हैं उन्हें रोजगार के अवसर दिए जाएंगे।

4. स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी- खेल मंत्री ने विभाग की आगामी योजना की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में ऐसे कई खिलाड़ी हैं जिनके पास राज्जीय और राष्ट्रीय स्तर के पदक है पर वह अब बेरोजगार है। ऐसे ही खिलाड़ियों को मद्देनजर रखते हैं राजधानी भोपाल में एक खेल विश्वविद्यालय बनाने की योजना है जहां पर खेलों के लिए जरूरी प्रशिक्षण-शिक्षण दिया जाएगा और खेल डिप्लोमा दिए जाएंगे। यहां से पास खिलाड़ियों को प्रदेश के सरकारी और निजी स्कूल- कॉलेजों में कंपलसरी क्रीड़ा अधिकारी की पोस्ट पर नियुक्त किया जाएगा। इसके लिए पीएससी में रिमार्क किया गया है, आगे चलकर पीएससी के जरिए खेल अधिकारी की नियुक्ति की जाएगी जिसमें डिप्लोमा धारकों को फायदा मिलेगा।

5. आधारभूत सुविधाएं और अधोसंरचना- खेल मंत्री ने बताया कि यह अब तक की बड़ी उपलब्धियों में से एक है कि हमने प्रदेश के कई शहरों में खेल के लिए जरूरी आधारभूत सुविधाओं और अधोसंरचना में बढ़ावा किया है। इंदौर में स्विमिंग पूल एकेडमी, छिंदवाड़ा में फुटबॉल अकैडमी, भोपाल में क्रिकेट स्टेडियम और नरसिंहपुर में वॉलीबॉल एकेडमी की स्थापना की जाएगी। इसके साथ ही पायलट प्रोजेक्ट के तहत इंदौर में स्पोर्ट्स कंपलेक्स बनाए जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। साथ ही भोपाल, ग्वालियर,जबलपुर और उज्जैन में स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित किया जाएगा। इसके अलावा प्रदेश के कई छोटे जिलों में भी इनडोर हॉल बनाना प्रस्तावित है। टीटी नगर स्टेडियम में रॉक क्लाइंबिंग वॉल का निर्माण किया जाएगा।

6. खेल नीति- खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियों का फायदा मिल सके इसके लिए प्रदेश में जल्द ही एक नई खेल नीति लाई जाएगी जिसके तहत शासकीय नौकरियों में 5% आरक्षण खेल कोटे से दिया जाएगा।


Conclusion:7. विधायक खेल प्रोत्साहन योजना- शहर के हर कोने में खेलों को बढ़ावा मिले इसके लिए विधायक खेल योजना के तहत खेलों की आधारभूत अधोसंरचना और खेल गतिविधियों के प्रभावी संचालन के लिए क्षेत्रीय विधायक को हर साल ₹5 लाख खर्च करने का प्रावधान किया गया है। साथ ही विधायक लिए निर्धारित राशि को 50 हजार से बढ़ाकर ₹1लाख किया गया है।

8. अन्य उपलब्धियां- खेल मंत्री ने विभाग के अन्य उपलब्धियों के बारे में बताएं कि प्रदेश में पहली बार ओलंपिक,विश्वकप, एशियाई गेम,राष्ट्रमंडल खेल और दक्षिण एशियाई खेलों में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों के लिए प्रोत्साहन राशि तय की गई है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक हासिल करने पर दो करोड़, रजत पदक पर एक करोड़ और कांस्य पदक हासिल करने पर 50 लाख की प्रोत्साहन राशि का प्रावधान किया गया है।
इसके अलावा कोई भी खिलाड़ी जिसने अंतरराष्ट्रीय खेलों में प्रतिभागिता की है और पदक नहीं भी लिया है तब भी उसे प्रोत्साहन राशि के तौर पर 10 लाख की राशि दी जाएगी। वहीं राष्ट्रीय खेल- चैंपियनशिप में पदक विजेता खिलाड़ियों को स्वर्ण पदक जीतने पर 5लाख, रजत पर 320000 और कांस्य पदक जीतने पर ₹240000 की राशि दी जाएगी। इसी तरह और भी कई तरह की प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय लिया गया है।

इसके साथ ही खिलाड़ियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह तय किया गया है कि किसी भी प्रतियोगिता- टूर्नामेंट के लिए जब टीम या खिलाड़ी जाएगा तो उनके साथ में एक विभागीय विभागीय अधिकारी भी जाएगा और महिला सुरक्षा के लिए महिला खिलाड़ियों के साथ महिला क्रीड़ा अधिकारी जाएंगी।

वहीं इस एक पूरे साल में देखे तो प्रदेश के खिलाड़ियों ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए अंतरराष्ट्रीय- राष्ट्रीय स्तर पर कई प्रतियोगिताओं में पदक जीते हैं। शूटिंग एकेडमी के शूटर्स ऐश्वर्य प्रताप सिंह और चिंकी यादव दोनों ने ही टोक्यो ओलंपिक 2020 के लिए ओलंपिक कोटा हासिल कर लिया है। वही ओलंपिक 2020 के भारतीय हॉकी टीम में मध्य प्रदेश राज्य हॉकी एकेडमी की 6 खिलाड़ी शामिल है। इसके साथ ही प्रदेश में लगातार कायकिंग- कैनोइंग, तीरंदाजी, घुड़सवारी,एथलेटिक्स जैसे खेलों के खिलाड़ियों ने देश में नाम रोशन किया है,वहीं प्रदेश की बेटियों ने माउंट एवरेस्ट फतह किया है।

121- जीतू पटवारी
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री, मध्य प्रदेश सरकार
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