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मेट्रो की धीमी रफ्तार: मंत्री की नाराजगी पर ईएनसी दुबे निलंबित

मंत्री भूपेंद्र सिंह की नाराजगी के बाद मध्यप्रदेश राज्य मेट्रो रेल कार्पोरेशन के ईएनसी जितेन्द्र दुबे को हटा दिया गया है. उनकी जगह पर लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर एन चीफ अखिलेश अग्रवाल को पदस्थ किया गया है.

Bhupendra Singh
भूपेंद्र सिंह
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Published : Feb 20, 2021, 6:23 AM IST

Updated : Feb 20, 2021, 6:37 AM IST

भोपाल। मेट्रो रेल परियोजना की धीमी रफ्तार से नाराज नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने मध्यप्रदेश राज्य मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के ईएनसी जितेन्द्र दुबे को हटा दिया है. उनके स्थान पर लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर ईएनसी( ENC) अखिलेश अग्रवाल को पदस्थ किया गया है. मेट्रो रेल बोर्ड की पिछली बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने भी इसके संकेत दिए थे.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि निर्माण कार्य तय समय में पूरा होना चाहिए. जिस अधिकारी को हटाना है, हटा दो. नगरीय विकास विभाग ने आदेश जारी कर जितेन्द्र दुबे की सेवाएं वापस खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग को सौंप दी है.

Letter
लेटर

मध्य प्रदेश में मेट्रो रेल का नया 'लोगो' जारी

इंदौर-भोपाल के प्रोजेक्ट की धीमी रफ्तार

बताया जा रहा है कि इंदौर और भोपाल मेट्रो के काम की धीमी रफ्तार से इसके समय पर पूरा होना मुश्किल लग रहा है. दोनों ही शहरों में मेट्रो रेल का पहला फेज आगामी विधानसभा चुनाव के पहले पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. काम की धीमी रफ्तार से प्रोजेक्ट की लागत भी बढ़ रही है. इंदौर के मेट्रो का काम कंसल्टेंट और निर्माण एजेंसी के बीच चल रहे विवाद की वजह से लगातार लेट हो रहा है. बताया जा रहा है कि जितेन्द्र दुबे ने इसको सुलझाने में गंभीरता नहीं दिखाई. इसको लेकर विभागीय मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कड़ी नाराजगी जताई थी.

गौरतलब है कि इंदौर में 31.55 किलोमीटर की रिंग लाइन बन रही है. इसके तहत बंगाली चैराहा से विजयनगर, भौंरासला, एयरपोर्ट होते हुए यह पलासिया तक जाएगी. वहीं भोपाल में 27.87 किलोमीटर के दो कॉरिडोर बनाए जाने हैं. दोनों प्रोजेक्ट की लागत 14 हजार 442 करोड़ रुपए है.

मेट्रो ने लॉच किया लोगो

बता दें मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कार्पोरेशन लिमिटेड ने मध्य प्रदेश मेट्रो के लिए नया लोगो को लांच किया है. इसमें स्पेक्ट्रम के प्राथमिक रंग यानी नीला, लाल और हरे रंग का समावेश किया गया है. नीला रंग जिम्मेदारी, लाल रंग ऊर्जा और हरा रंग सुरक्षा को दर्शाता है. मेट्रो लोगो में प्रदर्शित तीन अक्षर मेट्रो की लाइन ट्रैक को और विभिन्न डॉट्स मेट्रो स्टेशनों को दर्शाते हैं. लोगों का महत्वाकांक्षी मेगा-परियोजना का प्रयोजन, जन विकास एवं द्रुत गति परिवहन को आम-जन के लिए सुलभ कराने के लिए रचनात्मक डिजाइन तैयार किया गया है.

भोपाल और इंदौर मे 30 किलोमीटर का रिंग कॉरिडोर

मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कार्पोरेशन लिमिटेड के अंतर्गत भोपाल एवं इंदौर शहर में मेट्रो रेल परियोजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है. भोपाल में एम्सए से करोंद चौराहा और भदभदा चौराहे से रत्नाजगिरी तिराहे तक दो अनुमोदित लगभग 30 किमी मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है. वहीं इंदौर में अनुमोदित मेट्रो रिंग कॉरिडोर (बंगाली स्क्वायर-भंवरसाला-एयरपोर्ट-पलासिया-बंगाली स्क्वायर) का लगभग 31.5 किमी का निर्माण कार्य किया जा रहा है.

भोपाल। मेट्रो रेल परियोजना की धीमी रफ्तार से नाराज नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने मध्यप्रदेश राज्य मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के ईएनसी जितेन्द्र दुबे को हटा दिया है. उनके स्थान पर लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर ईएनसी( ENC) अखिलेश अग्रवाल को पदस्थ किया गया है. मेट्रो रेल बोर्ड की पिछली बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने भी इसके संकेत दिए थे.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि निर्माण कार्य तय समय में पूरा होना चाहिए. जिस अधिकारी को हटाना है, हटा दो. नगरीय विकास विभाग ने आदेश जारी कर जितेन्द्र दुबे की सेवाएं वापस खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग को सौंप दी है.

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मध्य प्रदेश में मेट्रो रेल का नया 'लोगो' जारी

इंदौर-भोपाल के प्रोजेक्ट की धीमी रफ्तार

बताया जा रहा है कि इंदौर और भोपाल मेट्रो के काम की धीमी रफ्तार से इसके समय पर पूरा होना मुश्किल लग रहा है. दोनों ही शहरों में मेट्रो रेल का पहला फेज आगामी विधानसभा चुनाव के पहले पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. काम की धीमी रफ्तार से प्रोजेक्ट की लागत भी बढ़ रही है. इंदौर के मेट्रो का काम कंसल्टेंट और निर्माण एजेंसी के बीच चल रहे विवाद की वजह से लगातार लेट हो रहा है. बताया जा रहा है कि जितेन्द्र दुबे ने इसको सुलझाने में गंभीरता नहीं दिखाई. इसको लेकर विभागीय मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कड़ी नाराजगी जताई थी.

गौरतलब है कि इंदौर में 31.55 किलोमीटर की रिंग लाइन बन रही है. इसके तहत बंगाली चैराहा से विजयनगर, भौंरासला, एयरपोर्ट होते हुए यह पलासिया तक जाएगी. वहीं भोपाल में 27.87 किलोमीटर के दो कॉरिडोर बनाए जाने हैं. दोनों प्रोजेक्ट की लागत 14 हजार 442 करोड़ रुपए है.

मेट्रो ने लॉच किया लोगो

बता दें मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कार्पोरेशन लिमिटेड ने मध्य प्रदेश मेट्रो के लिए नया लोगो को लांच किया है. इसमें स्पेक्ट्रम के प्राथमिक रंग यानी नीला, लाल और हरे रंग का समावेश किया गया है. नीला रंग जिम्मेदारी, लाल रंग ऊर्जा और हरा रंग सुरक्षा को दर्शाता है. मेट्रो लोगो में प्रदर्शित तीन अक्षर मेट्रो की लाइन ट्रैक को और विभिन्न डॉट्स मेट्रो स्टेशनों को दर्शाते हैं. लोगों का महत्वाकांक्षी मेगा-परियोजना का प्रयोजन, जन विकास एवं द्रुत गति परिवहन को आम-जन के लिए सुलभ कराने के लिए रचनात्मक डिजाइन तैयार किया गया है.

भोपाल और इंदौर मे 30 किलोमीटर का रिंग कॉरिडोर

मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कार्पोरेशन लिमिटेड के अंतर्गत भोपाल एवं इंदौर शहर में मेट्रो रेल परियोजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है. भोपाल में एम्सए से करोंद चौराहा और भदभदा चौराहे से रत्नाजगिरी तिराहे तक दो अनुमोदित लगभग 30 किमी मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है. वहीं इंदौर में अनुमोदित मेट्रो रिंग कॉरिडोर (बंगाली स्क्वायर-भंवरसाला-एयरपोर्ट-पलासिया-बंगाली स्क्वायर) का लगभग 31.5 किमी का निर्माण कार्य किया जा रहा है.

Last Updated : Feb 20, 2021, 6:37 AM IST
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