भोपाल। शिवराज सिंह चौहान के मिनी मंत्रिमंडल गठन पर कांग्रेस लगातार सवाल उठा रही है, बुधवार को मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया गया. जिसे लेकर पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने तंज कसते हुए सिंधिया को विभीषण की उपाधि दी है.
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यदि बिकाऊ राम मिलावट और बैंगलोरी सिंह कपूत बग़ैर विधायक बने मंत्री बन सकते हैं,
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तो मिस्टर विभीषण-
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“ग़लत बात”यदि बिकाऊ राम मिलावट और बैंगलोरी सिंह कपूत बग़ैर विधायक बने मंत्री बन सकते हैं,
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तो मिस्टर विभीषण-
बग़ैर सांसद बने मंत्री क्यों नहीं बन सकते..?
मोदी जी,
ग़द्दारी का इनाम अलग-अलग क्यों..?
“ग़लत बात”
जीतू पटवारी ने ट्विटर पर लिखा- यदि बिकाऊ राम मिलावट और बैंगलोरी सिंह कपूत बगैर विधायक बने मंत्री बन सकते हैं तो मिस्टर विभीषण बगैर सांसद बने मंत्री क्यों नहीं बन सकते..? मोदी जी, गद्दारी का इनाम अलग-अलग क्यों..? 'गलत बात'.
प्रदेश में कमलनाथ सरकार गिराने में ज्योतिरादित्य सिंधिया की अहम भूमिका रही है, सिंधिया समर्थक 22 विधायकों के इस्तीफा देने के बाद कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई थी और कमलनाथ को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था, जिसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.
कोरोना संकट के बीच पिछले 29 दिन से बिना मंत्रिमंडल के सरकार चल रही है, जिसको लेकर कांग्रेस लगातार बीजेपी पर हमला करती रही है, मंगलवार को गठित मिनी मंत्रिमंडल में गोपाल भार्गव और भूपेंद्र सिंह को जगह नहीं मिलने पर भी जीतू ने बीजेपी को आड़े हाथों लिया था, जबकि विभाग बंटवारे पर पूर्व मंत्री ने बिना नाम लिए सिंधिया को विभाषण बताया है.
बीजेपी ज्वाइन करने के बाद जब सिंधिया भोपाल आए थे, तब बीजेपी कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते वक्त शिवराज ने सिंधिया को विभीषण कहा था.