भोपाल। जय किसान फसल ऋण माफी योजना के तहत बचे हुए किसानों का भी ऋण माफ करने की कवायद एक बार फिर से शुरू हो गई है. मंत्रालय में जय किसान फसल ऋण माफी योजना के द्वितीय चरण की समीक्षा बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि हर पात्र किसान को समय सीमा में योजना का लाभ मिले.
बैठक में सीएम ने कहा कि ये सुनिश्चित किया जाए कि द्वितीय चरण में प्रदेश के सात लाख किसानों के साढ़े चार हजार करोड़ रुपए के ऋण माफ किए जाएं. बैठक में मुख्य सचिव एसआर मोहंती, अपर मुख्य सचिव वित्त अनुराग जैन, प्रमुख सचिव सहकारिता, किसान कल्याण एवं कृषि विकास अजीत केसरी और संबंधित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.
समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि द्वितीय चरण में ऋण माफी की प्रक्रिया में और अधिक तेजी से काम किया जाए. इसमें किसी भी तरह की कोताही ना बरती जाए और किसानों को किसी भी हाल में परेशान ना होना पड़े. किसानों को जल्द से जल्द ऋण माफी योजना का फायदा मिल सके, इसके लिए सभी अधिकारियों को पूरी सजगता के साथ काम करना होगा.
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने प्रथम चरण में ऋण माफी की प्रक्रिया से वंचित किसानों की जानकारी भी प्राप्त की है. इसे लेकर भी उन्होंने कहा है कि ऐसे सभी किसानों के आवेदन 31 जनवरी तक लिए जाएं और यह बात सुनिश्चित की जाए कि जो लोग प्रथम चरण की ऋण माफी योजना में वंचित रह गए थे, उन्हें भी इस प्रक्रिया में शामिल किया जाए और उन्हें ऋण माफी का लाभ दिया जाए. बैठक में बताया गया कि अभी तक 27 हजार किसानों के आवेदन मिल चुके हैं.
मुख्यमंत्री ने ऋण माफी प्रक्रिया में बैंक संबंधी विवादित प्रकरणों का भी तत्काल निराकरण करने को कहा. इस संबंध में अभी तक 95 प्रतिशत प्रकरणों का निराकरण किया जा चुका है. मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन किसानों को ऋण संबंधी जानकारी चाहिए, उनके आवेदन सीएम हेल्पलाइन के द्वारा स्वीकार कर उनका समाधान किया जाए. इस सुविधा का अभी तक 1 लाख 20 हजार किसानों ने लाभ उठाया है.