भोपाल। उत्तर प्रदेश में अलकायदा के मॉड्यूल के खुलासे के बाद मध्यप्रदेश में भी खुफिया एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं, गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने अलर्ट को लेकर जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि डीजीपी को संदिग्धों पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं. साथ ही सभी जिलों को भी अलर्ट करने के निर्देश दिए हैं. यूपी एटीएस ने खुलासा किया है कि ये आरोपी 15 अगस्त तक कई शहरों में धमाके करने वाले थे. लखनऊ के नजदीक काकोरी से गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के बाद उनका कानपुर कनेक्शन सामने आया है. गिरफ्तार आतंकियों के साथियों की तालाश में यूपी एटीएस ने कानपुर में दबिश दी है. एटीएस की टीम ने शहर के बेकनगंज, चमनगंज, जाजमऊ और कानपुर रेलवे स्टेशन के साथ-साथ शहर के कई स्थानों पर दबिश दी. जिनमें करीब चार संदिग्धों को एटीएस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है.
उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते ने रविवार को एक बड़े अभियान में अलकायदा से जुड़े दो कथित आतंकवादियों को लखनऊ के बाहरी इलाके काकोरी से गिरफ्तार किया था. कथित तौर पर दो उग्रवादी काकोरी इलाके के एक घर में छिपे थे. यूपी एटीएस आईजी जी.के. सात घंटे तक चले अभियान का नेतृत्व करने वाले गोस्वामी ने कहा कि संदिग्ध आने वाले दिनों में राज्य की राजधानी और अन्य शहरों में सिलसिलेवार विस्फोट की योजना बना रहे थे. उन्होंने कहा कि घर से हथियार, साथ ही प्रेशर कुकर बम, डेटोनेटर और 6 से 7 किलो विस्फोटक सहित जिंदा बम बरामद किए गए हैं.
एटीएस आईजी ने दावा किया कि संदिग्धों के कश्मीर से भी संबंध थे, एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान 32 वर्षीय मिन्हाज अंसारी और 50 वर्षीय मसीरुद्दीन के रूप में हुई है. उन्होंने कहा कि शुरुआती पूछताछ से मिली जानकारी के आधार पर उनके साथियों की गिरफ्तारी के लिए विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की जा रही है. हालांकि, उन्होंने उस स्रोत का खुलासा करने से इनकार कर दिया, जिसने उन्हें आतंकी योजना के बारे में बताया था. एडीजी ने कहा कि गिरफ्तार किए गए व्यक्ति अल कायदा की एक कश्मीरी शाखा अंसार गजवत-उल-हिंद के सदस्य थे, जो जम्मू-कश्मीर में सक्रिय है. संगठन का नेतृत्व पहले जाकिर रशीद भट ने किया था, जिसे सुरक्षा बलों ने समाप्त कर दिया था.
खालिस्तानी आतंकवादियों की तलाश में यूपी और पंजाब के 9 ठिकानों पर NIA की छापेमारी
उन्होंने कहा कि उनका हैंडलर पाकिस्तान-अफगानिस्तान सीमा पर उमर हलमंडी था, जिसने दोनों को कट्टरपंथी बना दिया था. एटीएस टीम को उनकी मौजूदगी के बारे में गुप्त सूचना मिली थी और पिछले एक हफ्ते से वह उन पर नजर रख रही थी. आईजी एटीएस के नेतृत्व में एक टीम ने उनके ठिकानों पर छापेमारी की थी. एडीजी ने कहा कि गिरफ्तार किए गए दोनों लोगों को अदालत में पेश किया जाएगा और आगे की जांच के लिए रिमांड पर लिया जाएगा. इस बीच, राज्य में हवाई अड्डों सहित सभी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और विभिन्न राजमार्गों और बस स्टेशनों पर जांच की जा रही है.