भोपाल। मध्यप्रदेश के इंदौर में प्रकाश पर्व के दिन हुई खालसा कॉलेज की घटना को लेकर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कीर्तनकार मनप्रीत सिंह से बात की (Narottam Mishra Talk To Kirtankar Manpreet). गृह मंत्री ने उनसे निवेदन किया कि उन्होंने जो इंदौर ना आने की कसम खाई है, उसको लेकर एक बार पुनः विचार करें.गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पहले भी इस घटना को लेकर कहा था कि इंदौर के प्रभारी मंत्री वे खुद हैं, वह नहीं चाहते कि इंदौर या मध्य प्रदेश के लोग कीर्तनकार मनप्रीत सिंह जी की ज्ञान वाणी से अछूते रहें.
गृह मंत्री ने की कीर्तनकार मनप्रीत से बात: मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा इस समय चुनावी दौरे के चलते गुजरात में हैं. उन्होंने गुरुवार को कीर्तनकार मनप्रीत सिंह से फोन पर चर्चा की. इंदौर के खालसा कॉलेज में घटित हुई घटना को लेकर दुख व्यक्त किया. गृह मंत्री ने मनप्रीत सिंह से आग्रह किया कि उन्होंने इंदौर ना आने की जो कसम खाई है, वह उसे छोड़ दें. ताकि मध्यप्रदेश और इंदौर के लोगों को उनकी ज्ञानवाणी का आशीर्वाद प्राप्त होता रहे.
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इंदौर के खालसा कॉलेज में हुए घटनाक्रम से आहत कीर्तनकार आदरणीय श्री मनप्रीत सिंह कानपुरी जी से थोड़ी देर पहले मेरी बात हुई है।1/3
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) November 10, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">इंदौर के खालसा कॉलेज में हुए घटनाक्रम से आहत कीर्तनकार आदरणीय श्री मनप्रीत सिंह कानपुरी जी से थोड़ी देर पहले मेरी बात हुई है।1/3
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नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट कर दी जानकारी: इस पर मनप्रीत सिंह ने उन्हें बताया कि सिख धर्म के अनुसार यदि कोई कसम ले ली जाती है तो उससे मुक्त होने के लिए कुछ विधि विधान है. उनका पालन करना पड़ता है. उन्होंने गृहमंत्री को आश्वासन दिया है कि जल्द ही वह इस पूरी प्रक्रिया का पालन करेंगे. उसके बाद इंदौर में मध्य प्रदेश की जनता को उनकी ज्ञानवाणी का आशीर्वाद मिलता रहेगा. इस घटनाक्रम की जानकारी गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट कर खुद दी (Narottam Mishra Tweet) .
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अब कभी इंदौर ना आने की शपथ को लेकर मैंने उन से निवेदन किया है कि कुछ लोगों की गलती की वजह से मध्यप्रदेश और इंदौर उनकी ज्ञानवाणी से वंचित नहीं रहना चाहिए। मेरे आग्रह के जवाब में कानपुरी जी ने कहा कि उन्होंने दुखी अंतरात्मा से यह कदम उठाया।2/3
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— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) November 10, 2022अब कभी इंदौर ना आने की शपथ को लेकर मैंने उन से निवेदन किया है कि कुछ लोगों की गलती की वजह से मध्यप्रदेश और इंदौर उनकी ज्ञानवाणी से वंचित नहीं रहना चाहिए। मेरे आग्रह के जवाब में कानपुरी जी ने कहा कि उन्होंने दुखी अंतरात्मा से यह कदम उठाया।2/3
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आदरणीय श्री मनप्रीत सिंह कानपुरी जी ने यह भी बताया कि सिख धर्म में शपथ लेने के बाद एक निश्चित प्रक्रिया का पालन करने के बाद ही उससे मुक्त हुआ जा सकता है। मुझे पूरा विश्वास है कि जल्द ही यह प्रक्रिया पूर्ण होगी और उनकी ज्ञानवाणी का लाभ इंदौर और मध्यप्रदेश को फिर से मिल सकेगा।3/3
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क्या है पूरा मामला: बता दें घटना मंगलवार को गुरु नानक जयंती के अवसर पर इंदौर में आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम की है. जहां कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, भाजपा के पूर्व सांसद कृष्णमुरारी मोघे और अन्य लोग खालसा में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे. आयोजकों ने इन राजनेताओं को स्मृति चिन्ह सौंपे, जिससे कीर्तन (भक्ति गीत) कार्यक्रम में कम से कम 30 मिनट की देरी हुई. वहीं कमलनाथ के कार्यक्रम स्थल से जाने के बाद, गायक मनप्रीत कानपुरी ने मंच से आयोजकों पर हमला किया (sikhs protest against kamal nath in jayanti) . उन्होंने आयोजकों को डांट लगाते हुए कहा कि आप किस सिद्धांत के बारे में बात कर रहे हैं. आप किस तरह की राजनीति करना चाहते हैं. कीर्तन गायक मनप्रीत सिंह कानपुरी ने 1984 के सिख विरोधी दंगों का जिक्र आयोजकों को फटकार भी लगाई थी. उन्होंने धार्मिक नारे लगाने वाले दर्शकों के सदस्यों को शांत किया. कानपुरी ने कहा कि वह फिर से इंदौर नहीं जाएंगे.