भोपाल। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के धनकुबेरों के विदेश में निवेश और काले धन को तलाशने के लिए आयकर विभाग अब एक स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (SIT) का गठन करने जा रहा है. यह टीम मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के धनकुबेरों के मनी लॉन्ड्रिंग, बेनामी संपत्ति और काले धन से जुड़े मामलों की जांच करेंगी. दरअसल केंद्र सरकार ने देश के 14 राज्यों में इस तरह की गतिविधियों का पता लगाने के लिए विशेष जांच दल गठित करने का निर्णय लिया है. इस मामले में मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में डीजी इंवेस्टिगेशन के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की जा रही है.
आयकर छापों में मिले हैं विदेशी निवेश के प्रमाण
आयकर विभाग ने यह निर्णय इसलिए लिया है क्योंकि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में आयकर विभाग की छापा कार्रवाई के दौरान कई जगहों पर विदेश में संपत्तियों में निवेश और बैंकों में रुपए जमा होने के साक्ष्य मिले हैं. इनमें मध्य प्रदेश में भोपाल, इंदौर, सतना और छत्तीसगढ़ में रायपुर, बिलासपुर और राजनांदगांव जैसे शहरों में ये प्रमाण मिले हैं.
SIT की यूनिट करेगी ऐसे मामलों की जांच
डीजी इंवेस्टिगेशन के निर्देशन में बन रही SIT की टीम विदेशों में छुपाई गई संपत्तियां और विदेशी बैंक में जमा धन का पता लगाने की काम करेगी. आयकर विभाग की खुफिया विंग से मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में इस तरह के निवेश की कई जानकारी मिली हैं. इन जानकारियों के आधार पर स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम अलग से जांच करेगी और पुख्ता सूचना मिलने पर कार्रवाई की जाएगी.
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अन्य देशों से हुए समझौतों के आधार पर होगी कार्रवाई
आयकर विभाग द्वारा गठित की जा रही SIT पहले उन देशों में मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के धनकुबेरों के निवेश का पता लगाने की कोशिश करेगी, जिन देशों से इस तरह की जानकारी साझा करने के समझौते हैं. मध्य प्रदेश में इस टीम का गठन डीजी इंवेस्टिगेशन के निर्देशन में ज्वाइंट कमिश्नर और डिप्टी कमिश्नर की अगुवाई में किया जा रहा है. आयकर विभाग के सूत्रों की मानें तो मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में जल्द ही बड़े खुलासे सामने आएंगे.