भोपाल। पोषण अभियान के अंतर्गत महिलाओं और बच्चों के पोषण स्तर की बेहतरी के उद्देश्य से सितंबर माह को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जाता है. इसका मुख्य उद्देश्य जन आंदोलन और जनभागीदारी से कुपोषण को मिटाना है. इस वर्ष पोषण माह 2020 दो मुख्य उद्देश्य पर आधारित है, पहला अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित और उनकी मॉनिटरिंग करना और दूसरा किचन गार्डन को बढ़ावा देने के लिए पौधारोपण अभियान.
भोपाल के बैरसिया में ग्राम करारिया में शनिवार को राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारंभ हुआ, इसको महिला एवं बाल विकास विभाग और विज्ञान केन्द्र भोपाल द्वारा आयोजित किया गया. करारिया स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में शनिवार को सादगीपूर्ण रूप से पोषण अभियान कार्यक्रम के पहले दिन का शुभारंभ किया गया. इसमें सप्ताह में सोमवार और बुधवार को नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को विटामिन-ए की खुराक पिलाई जाएगी, वजन मापा जाएगा और टीकाकरण होगा.
उल्लेखनीय है कि कुपोषण के स्तर में व्यापक कमी लाने के उद्देश्य से वर्ष 2018 से देशव्यापी पोषण अभियान का संचालन किया जा रहा है. इसके अंतर्गत हर साल समुदाय तक पहुंच बढ़ाने और व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु जन-आंदोलन के रूप् में राष्ट्रीय पोषण माह का आयोजन किया जाता है. राष्ट्रीय पोषण माह 2020 का एक प्रमुख उद्देश्य गंभीर कुपोषित बच्चों का शीघ्र चिन्हांकन और उन्हें संदर्भित किया जाना भी है. इसके लिए कलेक्टरों को कोविड-19 से संबंधित दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं.
इस दौरान बच्चों की उत्तरजीविता में सुधार के लिए 6 माह तक के बच्चों के लिए संपूर्ण स्तनपान को बढ़ावा देने के कार्य किए जाएंगे. परिवारों, समुदायों द्वारा पौष्टिक सब्जियां, फलदायक पौधों को घर और सामुदायिक की बाड़ियों, बंजर भूमियों और आंगनबाड़ी केन्द्रों, स्कूल, शासकीय भवन तथा नगरीय क्षेत्रों में घर की छतों में पोषण वाटिका के निर्माण हेतु प्रोत्साहित किया जाएगा. इसके लिए सभी विभागों के समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं.
बैरसिया में आयोजित कार्यक्रम में परियोजना अधिकारी मृदुल मालवीय, सुपरवाइजर प्ररेणा पाठक, कार्यकर्ता धापो शर्मा, वैज्ञानिक डॉ शैलेश कुमारी, प्रभारी कृषी विज्ञान केन्द्र डॉ केपी साहा व इंजीनियर डीके द्विवेदी और समस्त कार्यकर्ता और ग्रामीण महिलाएं सम्मिलित हुई.