भोपाल। प्रदेश के शिक्षा विभाग द्वारा तैयार की गई 10वीं क्लास की मॉड्यूल बुक में गांधी जी को कुबुद्धि बताने का मामला सामने आया है. जिसके चलते सूबे की सियासत गरमा गई है. मंत्री पीसी शर्मा ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रशासन में अभी भी साध्वी प्रज्ञा की मानसिकता वाले लोग हैं, ये उन्हीं की करतूत है. ऐसे अधिकारियों पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी.
क्या है पूरा मामला
शासकीय स्कूलों में चल रही रिमेडियल क्लासेस के इंग्लिश के मॉड्यूल में गांधीजी को 'कुबुद्धि' बताया गया है. इस मॉड्यूल का इस्तेमाल पिछले कई महीनों से स्टूडेंट्स को पढ़ाने के लिए किया जा रहा था. इस मॉड्यूल में लिखा है कि 'kubudhhi was a wicked man and led a life of drinking and gandhiji'. इस पंक्ति का मतलब है कि 'कुबुद्धि बेहद अवगुणी और शराबी व्यक्ति था और गांधीजी जैसा जीवन जीता था'.
बीजेपी- कांग्रेस में वार-पलटवार
हालांकि अधिकारियों ने इसे प्रिंटिंग मिस्टेक बताया है, लेकिन बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री विश्वास सारंग ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कमलनाथ सरकार में प्रशासनिक अधिकारियों से कांग्रेस के मंत्री पैसों की मांग करते हैं. सीएम कमलनाथ प्रदेश में तबादला उद्योग चला रहे हैं. जिसके चलते अधिकारियों में मानसिक सक्रियता नहीं बची है.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि सीएम कमलनाथ शिक्षा व्यवस्था, आदिवासियों के विकास की बात तो कर रहे हैं, लेकिन उनका सरकार में कोई नियंत्रण नहीं है और जिस मंत्री और मुख्यमंत्री का सरकार में नियंत्रण नहीं है, उसे सत्ता में एक मिनट भी नहीं रहना चाहिए.