भोपाल। नवरात्रि के बाद अब राजधानी में दुर्गा प्रतिमाओं को विसर्जित करने का सिलसिला शुरू हो गया है. दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन अगले 2 दिनों तक जारी रहेगा. जिसको लेकर पुलिस विभाग और नगर निगम की टीम ने पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. जिससे कि विसर्जन घाटों पर किसी तरह की घटना ना हो.
राजधानी में देर रात से ही दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला शुरू हो गया है. सभी विसर्जन स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिसकी 24 घंटे निगरानी की जा रही है. सभी विसर्जन घाटों पर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही पुलिस और नगर निगम की टीम भी 12- 12 घंटे की ड्यूटी कर रही है. कोरोना काल के चलते विसर्जन स्थलों पर विशेष व्यवस्था की गई है. जहां लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी कराया जा रहा है. साथ ही गोताखोरों की व्यवस्था भी की गई है.
भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया और डीआईजी इरशाद वली ने देर रात विसर्जन घाटों पर व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं कि, किसी भी हाल में तय किए गए नियमों का उल्लंघन नहीं होना चाहिए. मूर्तियों का विसर्जन हर हाल में नगर निगम की टीम के द्वारा ही किया जाए, किसी को भी पानी के पास तक जाने की अनुमति नहीं दी जाए. शहर में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के लिए प्रेमपुरा घाट, खटलापुरा घाट, बैरागढ़, बैरसिया, कमलापति घाट और ईंटखेड़ी पर विशेष व्यवस्थाएं की गई है.
नगर निगम की टीम करेगी बड़ी प्रतिमाओं का विसर्जन
सोमवार देर रात से ही दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन शुरु हो गया है और अलग-अलग विसर्जन स्थलों पर लगातार छोटी और बड़ी प्रतिमाएं विसर्जन के लिए पहुंच रही हैं. मंगलवार को बड़ी प्रतिमाओं का विसर्जन करने का सिलसिला शुरू होगा, जो देर रात तक जारी रहेगा. कोरोना संक्रमण के चलते प्रशासन ने किसी भी प्रकार के चल समारोह निकालने की अनुमति नहीं दी है. इसलिए बड़ी प्रतिमाएं सीधे विसर्जन स्थल पर ही पहुंचेगी और वहां नगर निगम की टीम इन सभी बड़ी प्रतिमाओं का विसर्जन करेगी. किसी को भी अंदर आने की अनुमति नहीं है.
प्लेटफार्म पर मूर्ति रखकर विसर्जन
इस साल कोरोना संक्रमण की वजह से कई तरह के नियम परिवर्तित किए गए हैं. नगर निगम के द्वारा विशेष तौर पर एक लोहे का मजबूत प्लेटफार्म तैयार किया गया है. जिसके माध्यम से मूर्ति को उस प्लेटफार्म पर रखा जा रहा है और बड़ी ही सावधानी के साथ मूर्तियों का विसर्जन किया जा रहा है. इसके अलावा लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग और फेस मास्क पहनने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है. विसर्जन की यह व्यवस्था अगले 2 दिनों तक जारी रहेगी, जब तक की मूर्तियां आती रहेंगी.