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दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में दो आरोपी, एमपी से हथियार खरीद करते थे सप्लाई - दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने हथियारों की स्पलाई करने वाले दो कुख्यात बदमाशों को गिरफ्तार किया है, ये बदमाश मध्यप्रदेश से हथियार लाकर दिल्ली-एनसीआर सहित कई राज्यों में बेचते थे. पुलिस ने इनके पास से 22 पिस्तौल और 10 जिंदा कारतूस बरामद किया है.

delhi Police arrested the arms smuggler of madhya pradesh
दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किए हथियार तस्कर
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Published : Feb 18, 2020, 7:07 PM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश से हथियार लाकर दिल्ली-एनसीआर सहित कई राज्यों में सप्लाई करने वाले दो आरोपियों को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है, आरोपियों के पास से 22 पिस्तौल और 10 जिंदा कारतूस बरामद किया गया है. ये गैंग 8 से 10 हजार रूपए में खरीदे गए हथियारों को 20 से 25 हजार रुपये में बेचता था. आरोपियों ने बीते 5 साल में 500 से ज्यादा हथियार बेचने की बात पुलिस पूछताछ में बताई है.

स्पेशल सेल का हथियार तस्करों के लिए चला अभियान

डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के मुताबिक विभिन्न गंभीर अपराधों की जांच के दौरान पता चला कि दिल्ली-एनसीआर में बदमाश बिहार और मध्य प्रदेश से लाये गए हथियार इस्तेमाल कर रहे हैं. इसके चलते हथियार तस्करों को लेकर स्पेशल सेल ने अभियान चलाया.स्पेशल सेल ने कई तस्करों को गिरफ्तार कर अवैध हथियार भी बरामद किए.

ऐसे मिली पुलिस को तस्करों की सूचना

स्पेशल सेल को पता चला कि ग्वालियर का रहने वाला तुषार और भिंड निवासी देवेंद्र हथियारों की तस्करी में लिप्त है. वह दिल्ली-एनसीआर के बदमाशों को हथियार सप्लाई कर रहे हैं. इस जानकारी पर स्पेशल सेल ने उनकी तलाश शुरु की.

सराय काले खां से हुए गिरफ्तार

हाल ही में स्पेशल सेल को सूचना मिली कि तुषार अपने साथी देवेंद्र सहित बारापूला फ्लाईओवर के पास आएगा. वह यहां पर अवैध हथियार की सप्लाई देगा. इस जानकारी पर इंस्पेक्टर रविंद्र त्यागी की देखरेख में एसआई विकास त्यागी और राजकुमार की टीम ने छापा मारकर सराय काले खां के पास से दोनों को पकड़ लिया. दोनों ने बचने के लिए पुलिस टीम पर गोली चलाने की कोशिश की लेकिन पुलिस टीम उन्हें पकड़ने में कामयाब रही.

हथियार समेत जिंदा कारतूस बरामद

तलाशी में आरोपी तुषार के पास मौजूद हथियार से एक जिंदा कारतूस और उसकी जेब से चार जिंदा कारतूस मिले. वही देवेंद्र की पिस्तौल और पांच जिंदा कारतूस मिले. उनके पास मौजूद बैग की तलाशी में 20 पिस्तौल बरामद हुए.

5 साल से कर रहा तस्करी

गिरफ्तार किया गया तुषार भारद्वाज 2004 से लेकर 2012 तक लूटपाट की वारदातों को अंजाम देता था. वर्ष 2012 में उसने अपने साथी शिवम के साथ मिलकर ग्वालियर के रहने वाले विनय की हत्या कर दी थी. इस मामले में 2016 तक वह जेल में रहा. जेल में रहने के दौरान वह देवेंद्र से मिला जो हथियारों की तस्करी में लिप्त था. उससे अवैध हथियारों की तस्करी का काम उसने समझा और बाहर आने के बाद हथियार की तस्करी में लिप्त हो गया. वह दिल्ली के अलावा यूपी, हरियाणा और राजस्थान के गैंगस्टर को भी हथियार सप्लाई करता था.

550 से ज्यादा हथियार खपाये

गिरफ्तार किया गया देवेंद्र कुख्यात हथियार तस्कर मानवेंद्र का भाई है. मानवेंद्र फिलहाल मध्य प्रदेश के धार जिला के धर्मपुरी जेल में बंद है. 2012 से 14 के बीच देवेंद्र इटावा और झांसी में हथियार सप्लाई करता था. ग्वालियर पुलिस ने उसे 2014 में गिरफ्तार किया था. 2016 में भी उसे दोबारा हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया था. जेल में तुषार के साथ मिलकर उसने हथियार तस्करी का काम एक बार फिर शुरू किया. देवेंद्र अब तक 550 से ज्यादा हथियार मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली में सप्लाई कर चुका है. वह 32 बोर की पिस्तौल को 8 से 12 हजार में लेकर उसे 20 से 25 हजार में बेच देते थे. वही एक गोली 200 रुपये की खरीदकर 400 रुपये में बेचते थे.

भोपाल। मध्यप्रदेश से हथियार लाकर दिल्ली-एनसीआर सहित कई राज्यों में सप्लाई करने वाले दो आरोपियों को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है, आरोपियों के पास से 22 पिस्तौल और 10 जिंदा कारतूस बरामद किया गया है. ये गैंग 8 से 10 हजार रूपए में खरीदे गए हथियारों को 20 से 25 हजार रुपये में बेचता था. आरोपियों ने बीते 5 साल में 500 से ज्यादा हथियार बेचने की बात पुलिस पूछताछ में बताई है.

स्पेशल सेल का हथियार तस्करों के लिए चला अभियान

डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के मुताबिक विभिन्न गंभीर अपराधों की जांच के दौरान पता चला कि दिल्ली-एनसीआर में बदमाश बिहार और मध्य प्रदेश से लाये गए हथियार इस्तेमाल कर रहे हैं. इसके चलते हथियार तस्करों को लेकर स्पेशल सेल ने अभियान चलाया.स्पेशल सेल ने कई तस्करों को गिरफ्तार कर अवैध हथियार भी बरामद किए.

ऐसे मिली पुलिस को तस्करों की सूचना

स्पेशल सेल को पता चला कि ग्वालियर का रहने वाला तुषार और भिंड निवासी देवेंद्र हथियारों की तस्करी में लिप्त है. वह दिल्ली-एनसीआर के बदमाशों को हथियार सप्लाई कर रहे हैं. इस जानकारी पर स्पेशल सेल ने उनकी तलाश शुरु की.

सराय काले खां से हुए गिरफ्तार

हाल ही में स्पेशल सेल को सूचना मिली कि तुषार अपने साथी देवेंद्र सहित बारापूला फ्लाईओवर के पास आएगा. वह यहां पर अवैध हथियार की सप्लाई देगा. इस जानकारी पर इंस्पेक्टर रविंद्र त्यागी की देखरेख में एसआई विकास त्यागी और राजकुमार की टीम ने छापा मारकर सराय काले खां के पास से दोनों को पकड़ लिया. दोनों ने बचने के लिए पुलिस टीम पर गोली चलाने की कोशिश की लेकिन पुलिस टीम उन्हें पकड़ने में कामयाब रही.

हथियार समेत जिंदा कारतूस बरामद

तलाशी में आरोपी तुषार के पास मौजूद हथियार से एक जिंदा कारतूस और उसकी जेब से चार जिंदा कारतूस मिले. वही देवेंद्र की पिस्तौल और पांच जिंदा कारतूस मिले. उनके पास मौजूद बैग की तलाशी में 20 पिस्तौल बरामद हुए.

5 साल से कर रहा तस्करी

गिरफ्तार किया गया तुषार भारद्वाज 2004 से लेकर 2012 तक लूटपाट की वारदातों को अंजाम देता था. वर्ष 2012 में उसने अपने साथी शिवम के साथ मिलकर ग्वालियर के रहने वाले विनय की हत्या कर दी थी. इस मामले में 2016 तक वह जेल में रहा. जेल में रहने के दौरान वह देवेंद्र से मिला जो हथियारों की तस्करी में लिप्त था. उससे अवैध हथियारों की तस्करी का काम उसने समझा और बाहर आने के बाद हथियार की तस्करी में लिप्त हो गया. वह दिल्ली के अलावा यूपी, हरियाणा और राजस्थान के गैंगस्टर को भी हथियार सप्लाई करता था.

550 से ज्यादा हथियार खपाये

गिरफ्तार किया गया देवेंद्र कुख्यात हथियार तस्कर मानवेंद्र का भाई है. मानवेंद्र फिलहाल मध्य प्रदेश के धार जिला के धर्मपुरी जेल में बंद है. 2012 से 14 के बीच देवेंद्र इटावा और झांसी में हथियार सप्लाई करता था. ग्वालियर पुलिस ने उसे 2014 में गिरफ्तार किया था. 2016 में भी उसे दोबारा हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया था. जेल में तुषार के साथ मिलकर उसने हथियार तस्करी का काम एक बार फिर शुरू किया. देवेंद्र अब तक 550 से ज्यादा हथियार मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली में सप्लाई कर चुका है. वह 32 बोर की पिस्तौल को 8 से 12 हजार में लेकर उसे 20 से 25 हजार में बेच देते थे. वही एक गोली 200 रुपये की खरीदकर 400 रुपये में बेचते थे.

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