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इडली-डोसा से प्यार कहीं कर ना दे बीमार, रखा हुआ बैटर करते हैं इस्तेमाल तो हो जाएं सावधान! - हेल्थ न्यूज

Idli Dosa Fermentation : इडली या डोसा बनाने के लिए खमीर वाला घोल या बैटर तैयार कर कुछ लोग लंबे समय तक इस्तेमाल करते हैं. पर ऐसा करना आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है.

Idli Dosa Fermentation
इडली डोसा से प्यार कहीं कर ना दे बीमार
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jan 12, 2024, 7:48 PM IST

भोपाल. दक्षिण भारत के स्वाद की पहचान इडली और डोसा (Idli-Dosa) बनाने में जितनी मेहनत लगती है, उसे खाने वाले उतनी तेजी से उसे चट कर जाते हैं. अक्सर घर में भी लोग डोसा या इडली बनाकर खाना पसंद करते हैं. इसके लिए उड़द दाल और चावल के बैटर (Batter) यानी घोल का इस्तेमाल कर खमीर उठाया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर आप लंबे समय तक खमीर वाले बैटर का इस्तेमाल करते हैं तो ये आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है?

24 घंटे बाद खतरनाक हो जाता है खमीर

आजकल लोगों के लिए सुबह के नाश्ते इडली-डोसा ज्यादा होता है, इसे बनाने के लिए काफी मेहनत से बैटर भी तैयार किया जाता है. कई लोग तो इन्हें लगभग हर दिन खाते हैं. ऐसे में हर बार घोल तैयार करने में लगने वाले समय की बचत के लिए लोग एक साथ उड़द डाल और चावल को पीसकर बैटर तैयार कर लेते हैं और फिर हफ्तों तक इसे डोसा या इडली बनाने में उपयोग करते हैं. लेकिन आपको बता दें कि यह आपके स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल लाभदायक नही है. विशेषज्ञों का मानना है कि इडली और डोसा बनाने के लिए तैयार किया गया घोल अमूमन 24 घन्टों के अंदर ही इस्तेमाल कर लेना चाहिए. इसे ज्यादा समय तक रखने से इसमें खमीर (Fermentation) की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे आप बीमार हो सकते हैं.

खमीर की प्रक्रिया नहीं थमती

डोसा या इडली बनाने के लिए तैयार किए गए बैटर को फर्मेंट किया जाता है, यानी उसमें खमीर उठाया जाता है. जिसके लिए नमक, सोडा, ड्राय यीस्ट या दही मिलाया जाता है. लेकिन अक्सर लोग सोचते हैं कि अगर वे अपने डोसा या इडली मिक्स बैटर में नमक या सोडा नही मिलाएंगे तो उनका घोल लंबे समय तक ठीक रहेगा. लेकिन ऐसा करने से उस बैटर में खमीर की प्रक्रिया नहीं रुकती. सिर्फ इसकी गति धीमी हो जाती है, जिसकी वजह से कुछ समय बाद ये बैटर खराब हो जाता है.

ज्यादा खमीर युक्त बैटर है खतरनाक

खमीर की मात्रा अगर अधिक है तो ये तुरंत आपको बीमार बना सकता है. खमीर का इस्तेमाल सिर्फ इडली या डोसा में ही नहीं बल्कि केक, ब्रेड, बिस्कुट आदि बनाने में भी उपयोग होता है. इसकी मदद से कुछ अच्छे बैक्टीरिया आटे या बैटर में खमीर बना कर इसे फुला देते है. लेकिन चिकित्सकों का मानना है कि अगर खमीर की मात्रा अधिक हो जाए तो ये स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है. ऐसे घोल से बनी चीजें खाने से पेट में जलन, लिवर इन्फेक्शन, कॉन्स्टिपेशन, सिरदर्द और भूख न लगने जैसी समस्याएं होने लगती हैं.

कैसे पता चलेगा कि खमीर की मात्रा अधिक है?

जब कोई बैटर या आटा फर्मेंट होता है तो इसका आकार दोगुना हो जाता है. लेकिन खमीर की मात्रा अधिक हो जाने पर इसमें दुर्गन्ध आने लगती है. साथ ही इसका स्वाद अत्यधिक खट्टा हो जाता है. इसके साथ-साथ घोल या बैटर पर तेल जैसी परत दिखाई देने लगती है. ये सभी बातें ओवर फरमेन्ट यानी अधिक खमीर की पहचान है. ऐसा नजर आते ही उस घोल या बैटर को अलग कर देना चाहिए.

डिस्क्लेमर- इस लेख में दी गई जानकारी स्वास्थ्य विशेषज्ञों की जानकारी के आधार पर है, इसमें भिन्नता के लिए etv bharat जिम्मेदार नहीं होगा.

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भोपाल. दक्षिण भारत के स्वाद की पहचान इडली और डोसा (Idli-Dosa) बनाने में जितनी मेहनत लगती है, उसे खाने वाले उतनी तेजी से उसे चट कर जाते हैं. अक्सर घर में भी लोग डोसा या इडली बनाकर खाना पसंद करते हैं. इसके लिए उड़द दाल और चावल के बैटर (Batter) यानी घोल का इस्तेमाल कर खमीर उठाया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर आप लंबे समय तक खमीर वाले बैटर का इस्तेमाल करते हैं तो ये आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है?

24 घंटे बाद खतरनाक हो जाता है खमीर

आजकल लोगों के लिए सुबह के नाश्ते इडली-डोसा ज्यादा होता है, इसे बनाने के लिए काफी मेहनत से बैटर भी तैयार किया जाता है. कई लोग तो इन्हें लगभग हर दिन खाते हैं. ऐसे में हर बार घोल तैयार करने में लगने वाले समय की बचत के लिए लोग एक साथ उड़द डाल और चावल को पीसकर बैटर तैयार कर लेते हैं और फिर हफ्तों तक इसे डोसा या इडली बनाने में उपयोग करते हैं. लेकिन आपको बता दें कि यह आपके स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल लाभदायक नही है. विशेषज्ञों का मानना है कि इडली और डोसा बनाने के लिए तैयार किया गया घोल अमूमन 24 घन्टों के अंदर ही इस्तेमाल कर लेना चाहिए. इसे ज्यादा समय तक रखने से इसमें खमीर (Fermentation) की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे आप बीमार हो सकते हैं.

खमीर की प्रक्रिया नहीं थमती

डोसा या इडली बनाने के लिए तैयार किए गए बैटर को फर्मेंट किया जाता है, यानी उसमें खमीर उठाया जाता है. जिसके लिए नमक, सोडा, ड्राय यीस्ट या दही मिलाया जाता है. लेकिन अक्सर लोग सोचते हैं कि अगर वे अपने डोसा या इडली मिक्स बैटर में नमक या सोडा नही मिलाएंगे तो उनका घोल लंबे समय तक ठीक रहेगा. लेकिन ऐसा करने से उस बैटर में खमीर की प्रक्रिया नहीं रुकती. सिर्फ इसकी गति धीमी हो जाती है, जिसकी वजह से कुछ समय बाद ये बैटर खराब हो जाता है.

ज्यादा खमीर युक्त बैटर है खतरनाक

खमीर की मात्रा अगर अधिक है तो ये तुरंत आपको बीमार बना सकता है. खमीर का इस्तेमाल सिर्फ इडली या डोसा में ही नहीं बल्कि केक, ब्रेड, बिस्कुट आदि बनाने में भी उपयोग होता है. इसकी मदद से कुछ अच्छे बैक्टीरिया आटे या बैटर में खमीर बना कर इसे फुला देते है. लेकिन चिकित्सकों का मानना है कि अगर खमीर की मात्रा अधिक हो जाए तो ये स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है. ऐसे घोल से बनी चीजें खाने से पेट में जलन, लिवर इन्फेक्शन, कॉन्स्टिपेशन, सिरदर्द और भूख न लगने जैसी समस्याएं होने लगती हैं.

कैसे पता चलेगा कि खमीर की मात्रा अधिक है?

जब कोई बैटर या आटा फर्मेंट होता है तो इसका आकार दोगुना हो जाता है. लेकिन खमीर की मात्रा अधिक हो जाने पर इसमें दुर्गन्ध आने लगती है. साथ ही इसका स्वाद अत्यधिक खट्टा हो जाता है. इसके साथ-साथ घोल या बैटर पर तेल जैसी परत दिखाई देने लगती है. ये सभी बातें ओवर फरमेन्ट यानी अधिक खमीर की पहचान है. ऐसा नजर आते ही उस घोल या बैटर को अलग कर देना चाहिए.

डिस्क्लेमर- इस लेख में दी गई जानकारी स्वास्थ्य विशेषज्ञों की जानकारी के आधार पर है, इसमें भिन्नता के लिए etv bharat जिम्मेदार नहीं होगा.

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