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बढ़ते प्रदूषण पर मानवाधिकार आयोग सख्त, मुख्य सचिव से किया जवाब तलब

राजधानी का कोलार क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रदूषित है, यहां पर प्रदूषण से लोगों का जीना मुहाल होता नजर आ रहा है, लोगों के स्वास्थ्य पर भी इसका बुरा असर पड़ रहा है. मध्य प्रदेश मानवाधिकार आयोग ने प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए मुख्य सचिव से जवाब तलब किया है.

प्रदूषण पर मानव अधिकार आयोग ने मुख्य सचिव से किया जवाब तलब
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Published : Nov 6, 2019, 5:48 AM IST

Updated : Nov 6, 2019, 7:37 AM IST

भोपाल| राजधानी में दिनों दिन प्रदूषण बढ़ता जा रहा है. जिसे रोकने के लिए प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. ना ही लोगों को जागरूक करने का ही काम किया जा रहा है. ऐसी स्थिति में राजधानी लगातार प्रदूषित होती जा रही है. दीपावली पर हुई आतिशबाजी के बाद शहर के प्रदूषण का स्तर और ज्यादा बढ़ गया है. बची हुई कसर सड़कों से उड़ती धूल ने पूरी कर दी है, जिसकी वजह से लोगों का जीवन खतरे में पड़ता नजर आ रहा है.

प्रदूषण पर मानव अधिकार आयोग ने मुख्य सचिव से किया जवाब तलब

राजधानी का कोलार क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रदूषित हो चुका है, जिसकी वजह से लोगों को श्वास की बीमारी होने का खतरा भी बढ़ गया है. प्रदूषण का स्तर सबसे ज्यादा होने के चलते अब मध्य प्रदेश मानवाधिकार आयोग ने मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, भोपाल कलेक्टर और मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण मंडल से दो सप्ताह के अंदर इस मामले पर जवाब तलब किया है.

भोपाल| राजधानी में दिनों दिन प्रदूषण बढ़ता जा रहा है. जिसे रोकने के लिए प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. ना ही लोगों को जागरूक करने का ही काम किया जा रहा है. ऐसी स्थिति में राजधानी लगातार प्रदूषित होती जा रही है. दीपावली पर हुई आतिशबाजी के बाद शहर के प्रदूषण का स्तर और ज्यादा बढ़ गया है. बची हुई कसर सड़कों से उड़ती धूल ने पूरी कर दी है, जिसकी वजह से लोगों का जीवन खतरे में पड़ता नजर आ रहा है.

प्रदूषण पर मानव अधिकार आयोग ने मुख्य सचिव से किया जवाब तलब

राजधानी का कोलार क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रदूषित हो चुका है, जिसकी वजह से लोगों को श्वास की बीमारी होने का खतरा भी बढ़ गया है. प्रदूषण का स्तर सबसे ज्यादा होने के चलते अब मध्य प्रदेश मानवाधिकार आयोग ने मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, भोपाल कलेक्टर और मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण मंडल से दो सप्ताह के अंदर इस मामले पर जवाब तलब किया है.

Intro:राजधानी के कोलार में बढ़ते प्रदूषण पर मानव अधिकार आयोग ने मुख्य सचिव से किया जवाब तलब



भोपाल | राजधानी में दिनोंदिन प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है जिसे रोकने के लिए प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है ना ही लोगों को जागरूक करने का ही काम किया जा रहा है ऐसी स्थिति में राजधानी लगातार प्रदूषित होती जा रही है दीपावली पर हुई आतिशबाजी के बाद शहर के प्रदूषण का स्तर और ज्यादा बढ़ गया है वहीं बची हुई कसर सड़कों से उड़ती धूल ने पूरी कर दी है जिसकी वजह से लोगों का जीवन खतरे में पड़ सकता है .


Body:राजधानी का कोलार क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रदूषित माना गया है यहां पर बढ़ रहा प्रदूषण लोगों के स्वास्थ्य के लिए सबसे ज्यादा घातक साबित हो सकता है क्योंकि यहां सड़कों पर धूल ही धूल उड़ रही है जिसकी वजह से लोगों को श्वास की की बीमारी होने का खतरा भी बढ़ गया है .

बता दें कि कोलार क्षेत्र में अमृत योजना के तहत सीवेज लाइन डालने का काम पिछले 1 वर्ष से किया जा रहा है लेकिन यहां पर सड़कों को खोद कर पाइपलाइन तो डाल दी गई है लेकिन सड़कों को दोबारा बनाया नहीं गया है जिसकी वजह से हर तरफ धूल का गुबार नजर आता है इसी क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए पेयजल के लिए भी लाइन को दी गई है लेकिन यह काम भी आधा अधूरा ही पड़ा हुआ है प्रशासन और नगर निगम के उदासीन रवैए के चलते पेयजल के लिए खोदी गई लाइनें भी अब तक ठीक नहीं की गई है यही वजह है कि पिछले 1 वर्ष में आलम अब यह है कि कोलार जैसे क्षेत्र में जहां इस समय 3 लाख से ज्यादा आबादी निवास कर रही है उन्हें मजबूरी बस इन धूल भरी सड़कों से ही अपने गंतव्य के लिए जाना पड़ रहा है


Conclusion:कोलार में प्रदूषण का स्तर सबसे ज्यादा होने के चलते अब मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने मुख्य सचिव प्रमुख सचिव भोपाल कलेक्टर व मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण मंडल से 2 सप्ताह के अंदर इस मामले पर जवाब तलब किया है आयोग ने अपने नोटिस में पूछा है कि प्रदूषण की वजह से उखड़ी सड़कों के चलते उड़ने वाली धूल और वाहनों का धुआ मुख्य वजह है ऐसा नहीं है कि सड़कों की दुर्दशा के बारे में जिम्मेदार नहीं जानते हैं पर सड़कों की मरम्मत को लेकर कोई काम क्यों नहीं किया जा रहा है आयोग ने यह भी कहा है कि कोलार में बहुत निर्माण कार्य चल रहे हैं पर यहां प्रदूषण को लेकर मापदंडों का पालन नहीं किया जा रहा है .


बता दे कि कोलार क्षेत्र की हवा को पीसीबी की एक रिपोर्ट में काफी जहरीला माना गया है . कोलार क्षेत्र का वायु प्रदूषण इंडेक्स करीब 160 के ऊपर पहुंच गया है यही वजह है कि मानव अधिकार आयोग ने अब सभी उच्च अधिकारियों से इस मामले को लेकर जवाब तलब किया है .

Last Updated : Nov 6, 2019, 7:37 AM IST
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