भोपाल। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि बहस इस पर होना चाहिए कि आखिर मस्जिद में मंदिर निकल क्यों रहे हैं. कैसे हुआ, किसने किया देश की संस्कृति के साथ खिलवाड़, बहस इस बात पर होना चाहिए. सच सबके सामने भी आना चाहिए. कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा लोगों को विषय से भटका रही है, इस पर गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस विषय पर लेकर सामने आए, विदेश में बैठकर भारत को बदनाम किया जा रहा है.
भाजपा में अंतिम व्यक्ति तक की पहचान : नेता प्रतिपक्ष द्वारा प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाने पर गृह मंत्री ने कहा कि यह उनकी मजबूरी है. अगर अब सवाल खड़े नहीं करेंगे तो उनके पद पर संकट आ जाएगा. रही बात सुरक्षा की तो उन्होंने मुझे पत्र नहीं लिखा, वह बता दें कैसी सुरक्षा चाहिए, वैसी हम दे देंगे. भाजपा ने ओबीसी चेहरा को अपना राज्यसभा सांसद के लिए उम्मीदवार बताया है, इस पर गृह मंत्री ने कहा कि अब आप भाजपा की कथनी और करनी देखें. हमारे नेतृत्व को देखिए. विचारों को देखिए. मोदी जी.नड्डा जी ने शिवराज जी व वीडी भाई ने करके दिखाया कि अंत के व्यक्ति का भी उदय किया जाना चाहिए.
दिग्विजय पर फिर कसा तंज : हमारी बहन कविता पाटीदार पार्षद रही हैं. जिला पंचायत में रही हैं. वह देश के सर्वोच्च सदन के लिए जा रही हैं. यह गौरव की बात है. भाजपा में हर कार्यकर्ता का महत्व है. अगर पार्टी का कार्यकर्ता मेहनत व ईमानदारी से कार्य करता है तो उसके लिएअपार संभावनाएं हैं. गृह मंत्री ने कहा कि सज्जन सिंह वर्मा की पीड़ा है. यह उनका धड़ है, उन्हें अपने धड़ को हाईकमान के सामने रखना चाहिए. दिग्विजय सिंह पर गृह मंत्री ने कहा पढ़े हुए तो कहीं के भी टॉपर हो सकते हैं जो पढ़ेगा वह बढ़ेगा पर जो दिग्विजय सिंह से दीक्षा लेगा, वह कन्हैया कुमार की तरह जमानत जब्त कराएगा.
तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं कमलनाथ : नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ को बार बार प्रमाण क्यों देना पड़ रहा है, यही तो संदिग्ध की बात है. यह वही कमलनाथ हैं, जो ज्ञानवापी, सिख दंगों, कश्मीर के हिंदुओं के पलायन पर चुप रहे. हर जगह चुप रहते हैं. तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं. इंदौर गौरव दिवस पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मां अहिल्या की नगरी है, सभी को बधाई देता हूं. इंदौर सफाई में, सीवरेज, वाटर ट्रीटमेंट में नंबर वन आया है. (Home Minister Narottam Mishra raises questions) (Why are temples coming out in mosques) (Who played with culture of country) (Kamal Nath does politics of appeasement) (Identity till last person in BJP)