भोपाल। मध्य प्रदेश के मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है. प्रदेश के ऊपर बने हुए सिस्टम के चलते अधिकांश क्षेत्रों में बारिश का दौर जारी है. इसमें सबसे अधिक बालाघाट के मलाजखंड क्षेत्र में 43 मिमी बारिश हुई, जो कि आने वाले 24 घंटे तक जारी रहेगी.
मध्य राजस्थान से मध्य प्रदेश के क्षेत्रों में बनी टर्फ लाइन के चलते बारिश दर्ज की गई है. आने वाले 24 घंटे तक बारिश इसी तरह बनी रहेगी, जिसके चलते कुछ क्षेत्रों की फसलों पर असर पड़ा है. मौसम वैज्ञानिक पीके साह के अनुसार, बंगाल की खाड़ी और अरेबियन सी की नमी हवाओं से मध्य प्रदेश के ऊपर वेदर बना हुआ है, जिसका सबसे अधिक पूर्वी मध्य प्रदेश में देखने को मिला है. इसके चलते शहडोल, अनूपपुर, सतना जिलों में अधिक बारिश दर्ज की गई है. इसका असर मध्य प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र में भी देखने को मिला है.
प्रदेश में जमकर बरसे बादल, सबसे अधिक बालाघाट में
मध्य प्रदेश में बादल जमकर बरसे. इसमें सबसे अधिक बालाघाट और फिर मंडला और उमरिया में बारिश दर्ज की गई है.
भोपाल। मध्य प्रदेश के मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है. प्रदेश के ऊपर बने हुए सिस्टम के चलते अधिकांश क्षेत्रों में बारिश का दौर जारी है. इसमें सबसे अधिक बालाघाट के मलाजखंड क्षेत्र में 43 मिमी बारिश हुई, जो कि आने वाले 24 घंटे तक जारी रहेगी.
मध्य राजस्थान से मध्य प्रदेश के क्षेत्रों में बनी टर्फ लाइन के चलते बारिश दर्ज की गई है. आने वाले 24 घंटे तक बारिश इसी तरह बनी रहेगी, जिसके चलते कुछ क्षेत्रों की फसलों पर असर पड़ा है. मौसम वैज्ञानिक पीके साह के अनुसार, बंगाल की खाड़ी और अरेबियन सी की नमी हवाओं से मध्य प्रदेश के ऊपर वेदर बना हुआ है, जिसका सबसे अधिक पूर्वी मध्य प्रदेश में देखने को मिला है. इसके चलते शहडोल, अनूपपुर, सतना जिलों में अधिक बारिश दर्ज की गई है. इसका असर मध्य प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र में भी देखने को मिला है.