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शहडोल और सतना में बच्चों की मौत का मामला, स्वास्थ्य मंत्री ने दिए जांच के आदेश - Health Department

लोक स्वास्थ और परिवार कल्याण मंत्री तुलसीराम सिलावट ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक ली. जिसमें उन्होंने शहडोल और सतना में टीकाकरण के बाद हुई बच्चों की मौत मामले की जांच के आदेश दिए हैं.

Health Minister ordered an inquiry into the death of children
स्वास्थ मंत्री ने बच्चों के मौत के मामले में दिए जांच के आदेश
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Published : Jan 14, 2020, 2:44 PM IST

भोपाल। लोक स्वास्थ और परिवार कल्याण मंत्री तुलसीराम सिलावट ने स्वास्थ विभाग की समीक्षा बैठक ली, जिसमें कई मामलों में कार्रवाई को लेकर निर्देश दिए गए. स्वास्थ मंत्री ने शहडोल और सतना में हुए बच्चों की मौत की घटना के जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही खाद्य और ड्रग में चल रही कार्रवाई को बेहतर और तेज गति से करने के निर्देश दिए है. सैंपल की जांच रिपोर्ट के संबध में जल्दी कार्रवाई करने और जांच रिपोर्ट में सैंपल फेल होने पर प्रतिबंधात्मक कर्रवाई करने के निर्देश दिए.

स्वास्थ मंत्री ने बच्चों के मौत के मामले में दिए जांच के आदेश

स्वास्थ मंत्री ने कहा कि, जो प्रकरण न्यायालय में गए हैं उन पर भी विभागीय अधिकारी लगातार काम करते हुए उसे अंजाम तक पहुंचाए. उन्होंने कहा, प्रदेश में सबसे बेहतर काम भोपाल जिला प्रशासन के नेतृत्व में हो रहा है. मुख्यमंत्री ने भी इसकी प्रशंसा की है. साथ ही कहा भोपाल को खाध सुरक्षा और ड्रग परीक्षण में नम्बर एक बनाए रखे.

वहीं मंत्री ने कहा, सांची दूध में यूरिया की मिलावट के खिलाफ जल्द ही कार्रवाई करें और न्यायालय में बेहतर पक्ष रखने के लिए ओआईसी, शासकीय अधिवक्ता के साथ लगातर संपर्क में रहें. सिलावट ने कहा कि मिलावट करने वालों के खिलाफ सजा होने तक कार्रवाई रुकनी नहीं चाहिए.

भोपाल। लोक स्वास्थ और परिवार कल्याण मंत्री तुलसीराम सिलावट ने स्वास्थ विभाग की समीक्षा बैठक ली, जिसमें कई मामलों में कार्रवाई को लेकर निर्देश दिए गए. स्वास्थ मंत्री ने शहडोल और सतना में हुए बच्चों की मौत की घटना के जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही खाद्य और ड्रग में चल रही कार्रवाई को बेहतर और तेज गति से करने के निर्देश दिए है. सैंपल की जांच रिपोर्ट के संबध में जल्दी कार्रवाई करने और जांच रिपोर्ट में सैंपल फेल होने पर प्रतिबंधात्मक कर्रवाई करने के निर्देश दिए.

स्वास्थ मंत्री ने बच्चों के मौत के मामले में दिए जांच के आदेश

स्वास्थ मंत्री ने कहा कि, जो प्रकरण न्यायालय में गए हैं उन पर भी विभागीय अधिकारी लगातार काम करते हुए उसे अंजाम तक पहुंचाए. उन्होंने कहा, प्रदेश में सबसे बेहतर काम भोपाल जिला प्रशासन के नेतृत्व में हो रहा है. मुख्यमंत्री ने भी इसकी प्रशंसा की है. साथ ही कहा भोपाल को खाध सुरक्षा और ड्रग परीक्षण में नम्बर एक बनाए रखे.

वहीं मंत्री ने कहा, सांची दूध में यूरिया की मिलावट के खिलाफ जल्द ही कार्रवाई करें और न्यायालय में बेहतर पक्ष रखने के लिए ओआईसी, शासकीय अधिवक्ता के साथ लगातर संपर्क में रहें. सिलावट ने कहा कि मिलावट करने वालों के खिलाफ सजा होने तक कार्रवाई रुकनी नहीं चाहिए.

Intro:भोपाल- भोपाल- लोक स्वास्थ और परिवार कल्याण मंत्री तुलसीराम सिलावट ने आज स्वास्थ विभाग की समीक्षा बैठक ली जिसमें कई मामलों में कार्रवाई को लेकर निर्देश दिए गए।स्वास्थ्यमंत्री ने शहडोल और सतना में हुई बच्चों की मौत की घटना के जांच के आदेश दिए है।
साथ ही खाद्य और ड्रग में चल रही कार्रवाई को बेहतर और तीव्र गति से चलाने के निर्देश दिये। सेम्पल की जांच रिपोर्ट के सम्बन्ध में जल्दी कार्रवाई करने और जांच रिपोर्ट में सेम्पल फेल होने पर प्रतिबंधात्मक कर्रवाई करने के निर्देश दिए।
Body:स्वास्थ्य मंत्रीने कहा कि जो प्रकरण न्यायालय में गए है उन पर भी विभागीय अधिकारी लगातार काम करते हुए उसे अंजाम तक पहुंचाये। प्रदेश में सबसे बेहतर काम भोपाल जिला प्रशासन के नेतृत्व में हो रहा है मुख्यमंत्री ने भी इसकी भूरी भूरी प्रशंसा भी की है भोपाल को खाध सुरक्षा और ड्रग परीक्षण मे नम्बर एक बनाये रखे,।

स्वास्थ मंत्री सिलावट ने कहा कि साँची दूध में यूरिया की मिलावट मिलाने वालो के खिलाफ जल्दी कार्रवाई करे और न्यायालय में बेहतर पक्ष रखने के लिए ओआईसी , शासकीय अधिवक्ता के साथ लगातर संपर्क में रहे। मिलावट करने वालो के खिलाफ सजा होने तक कार्रवाई रुकनी नही चाहिये।Conclusion:मंत्री ने 5 संभागों में बनने वाली खाद्य सुरक्षा विभाग की परीक्षण लैब के लिये चल रही तैयारियों की भी समीक्षा करते हुए कहा कि लैब समय सीमा में शुरू करे जिससे खाध पदार्थों की जांच रिपोर्ट समय पर मिल सके।
ड्रग की जांच के लिए चल रहीं कार्रवाई पर मंत्री जी ने कहा कि दवाई के नमूने परीक्षण की रिपोर्ट 20 दिनों आनी चाहिए। दवाई के जो नमूने जांच के लिए भेजे गए है उनकी जांच युद्ध स्तर पर की जाए।
दुकानो के लाइसेंस को समय सीमा में जारी किए जाए इसमे देरी नही होना चाहिए, 30 दिनों की समय सीमा में दवाई दुकान के लाइसेंस जारी हो जाना चाहिए। इसका परीक्षण भी करे कि जिनके नाम पर लायसेंस जारी किए गए है वही व्यक्ति दवाई दुकान का संचालन करें। पुरानी लायसेंस का नवीनीकरण की प्रक्रिया में भी सुधार करे।


बैठक में भोपाल कलेक्टर तरुण पिथोडे, ड्रग कंट्रोलर रविन्द्र सिंह, और अन्य सम्बन्धित विभाग के अधिकारी भी उपस्थित थे।
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