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बाजार में कोरोना टेस्ट किट! नाम-पता-नंबर गलत लिखा रहे ग्राहक, रिपोर्ट नहीं मिलने से परेशान है स्वास्थ्य विभाग

कोरोना टेस्ट किट स्वास्थ्य विभाग के लिए (bhopal corona test kit update) सिरदर्द बनता जा रहा है क्योंकि खरीददार गलत नाम-पता लिखा रहे हैं और रिपोर्ट की जानकारी भी पोर्टल पर अपलोड नहीं कर रहे हैं.

Corona test kit being sold in markets
बाजारों में बिक रही कोरोना टेस्ट किट
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Published : Jan 19, 2022, 9:34 PM IST

भोपाल। कोरोना महामारी की तीसरी लहर के बीच सेल्फ टेस्ट किट बाजार में धड़ल्ले से बिक रही है. ऐसे में कई लोग किट तो ले जा रहे हैं, लेकिन पॉजिटिव होने पर उसकी जानकारी छिपा लेते हैं. स्वास्थ्य विभाग ने इसका रिकॉर्ड मेंटेन करने का निर्देश जारी किया है. मेडिकल संचालकों को इसका रिकॉर्ड रखने को कहा गया है. जिसमें जो किट लेकर जाए उसका नाम पता और मोबाइल नंबर शामिल करना है. विभाग के सामने सबसे ज्यादा दिक्कत ये आ रही है कि जो लोग टेस्ट किट लेकर जा रहे हैं, वह गलत नाम और पता लिखा देते हैं. अब स्वास्थ्य विभाग ऐसे मरीजों का हाल जानने के लिए उनसे संपर्क करने की तैयारी मैं है और उसके लिए टीमें भी बनाई जा रही हैं.

रोग प्रतिरोधक शोध! 13 किस्म की हल्दियों पर जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय में चल रहा शोध

कोरोना की सेल्फ टेस्ट किट की रिपोर्ट छिपा रहे ग्राहक

कोविड की तीसरी लहर के दौरान हर जगह पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं, जिनकी संख्या लगातार बढ़ रही है. अस्पतालों के खर्च और डर के बीच लोग घरों में ही सेल्फ टेस्ट कर क्वॉरेंटाइन हो रहे हैं. इधर सेल्फ टेस्ट किट भी मेडिकल स्टोर पर उपलब्ध कराई गई है. जिसकी कीमत ढाई सौ रुपए है. ये किट (bhopal corona test kit update) आसानी से बाजार में मिल रही है. और लगातार बिक रही है. सबसे बड़ी परेशानी विभाग के सामने ये आ रही है कि जो व्यक्ति पॉजिटिव हो रहा है, वह अपनी रिपोर्ट विभाग के पोर्टल पर अपडेट नहीं कर रहा है.

कोरोना टेस्ट किट के लिए नाम-पता-नंबर देना अनिवार्य

मेडिकल संचालकों को विभाग ने साफ तौर पर निर्देश दिया है कि जो भी व्यक्ति मेडिकल स्टोर से किट लेकर जाता है, वह अपना नाम मोबाइल नंबर के साथ पता भी लिखाए. इधर मेडिकल संचालक भी उसका नाम और नंबर लिख रहे हैं. उसमें भी कई लोग नाम और नंबर गलत लिखा रहे हैं, जिसके चलते सही आंकड़ा पता नहीं चल पा रहा है. फिलहाल ये किट बाजार में उपलब्ध है और मेडिकल संचालक भी कहते हैं कि शासन के निर्देशानुसार नाम और नंबर के साथ एड्रेस लिखना अनिवार्य कर दिया है.

सेल्फ टेस्ट किट खरीदने वालों के झूठ से परेशान विभाग

भोपाल शहर की बात की जाए तो राजधानी में रोजाना 2500 से 3000 किट बाजार से लोग खरीद रहे हैं, लेकिन अधिकतर लोग अपना पता और नंबर गलत लिखा कर जा रहे हैं. विभाग अब टीमें बनाकर मॉनिटरिंग की तैयारी में है. सीएमएचओ प्रभाकर तिवारी का कहना है कि जिन लोगों की रिपोर्ट सेल्फ टेस्ट में पॉजिटिव आ रही है, वह अपनी जानकारी सरकारी पोर्टल पर अवश्य अपलोड करें, इसके लिए अब टीमें बनाकर भी जानकारी ली जाएगी. सभी दुकानों पर सेल्फ टेस्ट किट के लिए यही नियम रखा गया है.

भोपाल। कोरोना महामारी की तीसरी लहर के बीच सेल्फ टेस्ट किट बाजार में धड़ल्ले से बिक रही है. ऐसे में कई लोग किट तो ले जा रहे हैं, लेकिन पॉजिटिव होने पर उसकी जानकारी छिपा लेते हैं. स्वास्थ्य विभाग ने इसका रिकॉर्ड मेंटेन करने का निर्देश जारी किया है. मेडिकल संचालकों को इसका रिकॉर्ड रखने को कहा गया है. जिसमें जो किट लेकर जाए उसका नाम पता और मोबाइल नंबर शामिल करना है. विभाग के सामने सबसे ज्यादा दिक्कत ये आ रही है कि जो लोग टेस्ट किट लेकर जा रहे हैं, वह गलत नाम और पता लिखा देते हैं. अब स्वास्थ्य विभाग ऐसे मरीजों का हाल जानने के लिए उनसे संपर्क करने की तैयारी मैं है और उसके लिए टीमें भी बनाई जा रही हैं.

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कोरोना की सेल्फ टेस्ट किट की रिपोर्ट छिपा रहे ग्राहक

कोविड की तीसरी लहर के दौरान हर जगह पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं, जिनकी संख्या लगातार बढ़ रही है. अस्पतालों के खर्च और डर के बीच लोग घरों में ही सेल्फ टेस्ट कर क्वॉरेंटाइन हो रहे हैं. इधर सेल्फ टेस्ट किट भी मेडिकल स्टोर पर उपलब्ध कराई गई है. जिसकी कीमत ढाई सौ रुपए है. ये किट (bhopal corona test kit update) आसानी से बाजार में मिल रही है. और लगातार बिक रही है. सबसे बड़ी परेशानी विभाग के सामने ये आ रही है कि जो व्यक्ति पॉजिटिव हो रहा है, वह अपनी रिपोर्ट विभाग के पोर्टल पर अपडेट नहीं कर रहा है.

कोरोना टेस्ट किट के लिए नाम-पता-नंबर देना अनिवार्य

मेडिकल संचालकों को विभाग ने साफ तौर पर निर्देश दिया है कि जो भी व्यक्ति मेडिकल स्टोर से किट लेकर जाता है, वह अपना नाम मोबाइल नंबर के साथ पता भी लिखाए. इधर मेडिकल संचालक भी उसका नाम और नंबर लिख रहे हैं. उसमें भी कई लोग नाम और नंबर गलत लिखा रहे हैं, जिसके चलते सही आंकड़ा पता नहीं चल पा रहा है. फिलहाल ये किट बाजार में उपलब्ध है और मेडिकल संचालक भी कहते हैं कि शासन के निर्देशानुसार नाम और नंबर के साथ एड्रेस लिखना अनिवार्य कर दिया है.

सेल्फ टेस्ट किट खरीदने वालों के झूठ से परेशान विभाग

भोपाल शहर की बात की जाए तो राजधानी में रोजाना 2500 से 3000 किट बाजार से लोग खरीद रहे हैं, लेकिन अधिकतर लोग अपना पता और नंबर गलत लिखा कर जा रहे हैं. विभाग अब टीमें बनाकर मॉनिटरिंग की तैयारी में है. सीएमएचओ प्रभाकर तिवारी का कहना है कि जिन लोगों की रिपोर्ट सेल्फ टेस्ट में पॉजिटिव आ रही है, वह अपनी जानकारी सरकारी पोर्टल पर अवश्य अपलोड करें, इसके लिए अब टीमें बनाकर भी जानकारी ली जाएगी. सभी दुकानों पर सेल्फ टेस्ट किट के लिए यही नियम रखा गया है.

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