भोपाल: आगामी नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस इंदौर महापौर पद के लिए वही दांव खेल सकती है, जो बीजेपी ने 2014 में नगरीय निकाय चुनाव में खेला था. पूर्व मंत्री और इंदौर के राऊ से विधायक जीतू पटवारी की मानें तो इंदौर विधानसभा क्रमांक एक के विधायक संजय शुक्ला के नाम पर सबकी सहमति बन गई है. जीतू पटवारी से इंदौर महापौर पद की दावेदारी को लेकर सवाल पूछा गया था. लेकिन जीतू पटवारी ने जो जवाब दिया है, उससे संकेत मिलते हैं कि संजय शुक्ला का नाम लगभग तय हो चुका है.
आरक्षण तय होते ही संजय शुक्ला ने पेश की थी दावेदारी
पिछले दिनों नगरीय निकायों का आरक्षण तय किया गया था. आरक्षण की प्रक्रिया में इंदौर नगर निगम महापौर का पद अनारक्षित रहा है. इंदौर नगर निगम का अनारक्षित होते ही इंदौर के विधानसभा एक से कांग्रेस के विधायक संजय शुक्ला ने दावेदारी पेश की थी. उनकी दावेदारी के बाद चर्चा तेज हो गई थी कि क्या कांग्रेस 2014 में बीजेपी के दाव आगामी नगरीय निकाय चुनाव में आजमा सकती है.
मप्र कांग्रेस को भी विधायक को टिकट देने पर नहीं एतराज
इंदौर के कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने जब दावेदारी पेश की. कांग्रेस के सामने सवाल खड़ा हुआ था कि क्या कांग्रेस किसी विधायक को नगर निगम महापौर पद का प्रत्याशी बनाएगी. मप्र कांग्रेस की तरफ से जवाब मिला था कि ऐसा कुछ हमने तय नहीं किया, लेकिन अगर कोई विधायक महापौर का चुनाव जीतने लायक होगा, तो उसके नाम पर जरूर विचार किया जाएगा.
जीतू पटवारी की दावेदारी भी थी चर्चा में
विधायक संजय शुक्ला की दावेदारी के बाद इंदौर महापौर पद के लिए दूसरे कांग्रेस विधायकों की भी दावेदारी सामने आने लगी थी. इंदौर के राऊ से विधायक जीतू पटवारी का भी नाम सामने आने लगा था. आज जब जीतू पटवारी से उनकी दावेदारी को लेकर पूछा गया. उन्होंने संजय शुक्ला के नाम पर सर्व सहमति की बात कही है.
संजय शुक्ला के नाम पर 90 फीसदी सहमति
जीतू पटवारी का कहना है कि जहां तक महापौर पद और पार्षद प्रत्याशियों के चयन के लिए कांग्रेस ने समितियां बनाई हैं. कांग्रेस पार्टी ने विधि विधान बनाया है. उस विधि विधान के अनुसार हमारे प्रत्याशी के आवेदन, निवेदन या उनमें से सबसे अच्छे का चयन किया जाएगा. इंदौर से महापौर पद की दावेदारी का सवाल है, तो इंदौर में सर्वमत होकर एकजुट होकर 90 फीसदी संजय शुक्ला का नाम महापौर पद के प्रत्याशी के तौर पर कमलनाथ के सामने प्रस्तावित किया है. आने वाले समय में जब प्रभारी आएंगे, तो और स्पष्टता होगी.