हरदा| अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आम किसान यूनियन के बैनर तले 2 अप्रैल से किसानों की एक बड़ा आंदोलन करने की तैयारी थी. आचार संहिता के चलते जिला प्रशासन ने किसानों के आंदोलन को रोकने के लिए कई प्रयास किए. आम किसान यूनियन के सदस्यों को मनाने के लिए जिला प्रशासन के आला अधिकारियों ने लगातार उनसे संपर्क किया. और आईबी से जुड़े अधिकारियों ने आम किसान यूनियन के सदस्यों और एसडीएम एच एस चौधरी के बीच मुलाकात के लिए मध्यस्थ की भूमिका निभाई है.
मिली जानकारी के अनुसार खरीदी केंद्रों पर काटे से तुलाई कराने, चने एवं गेंहू के उत्पादन के हिसाब से खरीदी केंद्रों पर प्रति एकड़ की दर बढ़ाये जाने की मांगों को लेकर किसान आंदोलन करने वाले थे. आम किसान यूनियन का कहना है कि जिले में किसानों के 19 एकड़ प्रति बोरे की जगह 25 एकड़ प्रति बोरा खरीदा जाए. जिला प्रशासन ने स्थानीय स्तर की सभी मांगों को मान लिया है. वहीं दो मांगों को शासन स्तर पर भेज दिया है. जिसको लेकर अब आम किसान यूनियन ने अपना आंदोलन स्थगित कर दिया है. बता दें आम किसान यूनियन ने गत वर्ष किसानों की समस्यों को लेकर बड़े आंदोलन किए थे. उनके आंदोलन के स्थगित होने से जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली है.
आम किसान यूनियन के डॉ जगदीश सारन, राम इनानिया, दिनेश लेगा सहित अन्य सदस्यों से एसडीएम सहित एसडीओपी महेंद्र कुमार मालवीय ने भी बात कर उन्हें मनाने का प्रयास किया. जिला कलेक्टर एस विश्वनाथन ने आचार संहिता लागू होने के चलते धारा 144 लागू होने के कारण बिना अनुमति किसी भी तरह के धरने आंदोलन को नहीं करने के निर्देश जारी किए थे. उन्होंने बिना अनुमति के आंदोलन करने वालों पर सख्ती से कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए थे.