इंदौर। रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) का पर्व नजदीक आते ही अलग-अलग डिजाइन की राखियों (Rakhi) से बाजार सज गए हैं. ऐसे में 18 वर्षों से भगवान गणेश (Ganesh) को बड़ी राखी अर्पण करने वाले पालरेचा परिवार ने भी इस बार 40-इंच बाई 40 इंच की सोने चांदी जड़ित भगवान कृष्ण की छवि की राखी का निर्माण किया है. ये राखी 22 अगस्त की सुबह भगवान गणेश को अर्पण की जाएगी.
लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम
गौरतलब है कि पिछले 18 वर्षों से सकलेचा परिवार बड़ी राखी का निर्माण करते आ रहा है, जिसके चलते पालरेचा परिवार को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड (Limca Book of Records) में स्थान मिला है. वहीं, आने वाले दिनों में वर्ल्ड ऑफ रिकॉर्ड में भी नाम देने के लिए पिछले 5 सालों से प्रयासरत है, क्योंकि कोरोना संक्रमण पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है इसको लेकर फिलहाल वर्ल्ड रिकॉर्ड बुक के सदस्य इंदौर नहीं आ पा रहे हैं. बता दें कि साडे 4 किलो वजनी इस राखी को घर के 13 सदस्यों ने मिलकर बनाया है.
अष्टधातु से निर्मित है राखी
इस राखी को परिवार के सदस्यों के साथ ही भावनगर के कुशल कारीगरों ने 3 महीने की मेहनत के बाद तैयार किया है. अष्टधातु से निर्मित इस राखी में कई खास सामग्रियों का भी प्रयोग किया गया है. पालरेचा परिवार द्वारा पिछले साल जो राखी तैयार की गई थी उसे गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी स्थान दिया गया है.
कोरोना गाइडलाइन का रखा जाएगा ध्यान
पालरेचा परिवार हर साल खजराना गणेश मंदिर पहुंचकर भगवान को राखी अर्पित करता है, इस साल भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए गणेश जी को यह राखी अर्पित की जाएगी.