भोपाल। राज्यपाल लालजी टंडन ने एक बार फिर मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर 17 मार्च को फ्लोर टेस्ट कराने के निर्देश दिए हैं. राज्यपाल ने पत्र में कहा है कि फ्लोर टेस्ट कराना जरुरी है. वहीं उन्होनें ये भी कहा कि अगर सरकार फ्लोर टेस्ट कराने के लिए तैयार नहीं होती है, तो यह माना जाएगा की सरकार के पास बहुमत नहीं है.
इससे पहले राज्यपाल लालजी टंडन ने निर्देश दिया था कि 16 मार्च को विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन फ्लोर टेस्ट कराया जाए. जिसके बाद देर रात सीएम कमलनाथ के मीडिया सलाहाकार पंकज शर्मा ने ट्वीट कर 16 मार्च को फ्लोर टेस्ट नहीं होने की जानकारी दी थी.
वहीं विधानसभा के बजट सत्र का पहला दिन हंगामेदार रहा. राज्यपाल के अभिभाषण के बाद जहां विपक्ष ने जोरदार हंगामा करते हुए फ्लोर टेस्ट की मांग की. वहीं विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने विधानसभा की कार्यवाही को 26 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया है.
वहीं इस पूरे मामले को अब राज्यपाल लालजी टंडन बनाम मुख्यमंत्री कमलनाथ को लेकर देखा जा रहा है. इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए वरिष्ठ पत्रकार विजय तिवारी का कहना है कि राज्यपाल केवल अपने अधिकारों का इस्तेमाल कर रहे हैं. उनका कहना है कि अगर कोई भी सरकार अल्पमत में रहती है, तो यह राज्यपाल का अधिकार है कि विश्वासमत पर वोटिंग कराए.