भोपाल। मध्यप्रदेश में उपचुनाव को लेकर चल रही गहमागहमी के बीच दल-बदल की चर्चा भी जोर पकड़ने लगी है. ऐसी ही चर्चा पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा के बारे में भी सुनने को मिल रही है. वे बीजेपी का दामन छोड़ सकते हैं. इसी बीच मंगलवार को राज्यपाल लालजी टंडन से अनूप मिश्रा की मुलाकात की खबर आई थी. बताया जा रहा है कि राज्यपाल ने अनूप मिश्रा को बीजेपी में ही रहने की सलाह दी है. ये खबर सुर्खियों में आने के बाद कांग्रेस राज्यपाल पर हमलावर हो गई है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थकों के कांग्रेस छोड़ने के बाद उपचुनाव में सिंधिया समर्थकों को मिल रहे ज्यादा महत्व के बाद बीजेपी के कई नेता नाराज बताए जा रहे हैं. कई नेताओं के बारे में चर्चा है कि वे भाजपा छोड़कर कांग्रेस में जाने की तैयारी कर रहे हैं. इसी कड़ी में ग्वालियर चंबल के नेता व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के भांजे अनूप मिश्रा के बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में जाने की चर्चा भी जोर पकड़ने लगी है.
इस बारे में कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री राजीव सिंह का कहना है कि राजभवन में राज्यपाल महोदय संवैधानिक पद पर हैं. उनका आशीर्वाद सभी को बराबर मिलना चाहिए, राजभवन राजनीतिक गतिविधियों के लिए नहीं है. उन्होंने कहा कि वे समझते हैं कि एक आशीर्वाद दाता के रूप में अनूप मिश्रा को अपना परिजन मानकर भले ही वो आशीर्वाद दें, लेकिन राजनीतिक सलाह उनको राज्यपाल रहते हुए नहीं देना चाहिए.