भोपाल| प्रदेश में भले ही लॉकडाउन लागू हो लेकिन तबादलों में किसी प्रकार का ब्रेक नहीं लग रहा है. सत्ता परिवर्तन के साथ ही लगातार प्रशासनिक कसावट का दौर जारी है. जहां देर रात राज्य सरकार ने अवैध रेत खनन मामले में वरिष्ठ अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है. चंबल संभाग में भिंड सहित अन्य जिलों में चल रहे रेत कारोबार से नाराज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देर रात भिंड कलेक्टर छोटे सिंह और पुलिस अधीक्षक नागेंद्र सिंह को हटा दिया है. वहीं दूसरी ओर चंबल आईजी का भी तबादला कर दिया गया है. इस दौरान शासन में रेशम आयुक्त रविंद्र कुमार मिश्रा को चंबल संभाग आयुक्त(कमिश्नर )बनाया गया है.
भिंड कलेक्टर रहे छोटे सिंह को मंत्रालय में उप सचिव, तो पुलिस अधीक्षक नागेंद्र सिंह को पुलिस मुख्यालय में डीआईजी पद पर पदस्थ किया गया है. अवैध रेत खनन के मामले में चंबल संभाग के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक डीपी गुप्ता पर भी गाज गिरी है, उन्हें मुरैना से हटाकर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पुलिस मुख्यालय पदस्थ किया गया है.
पिछले दिनों भिंड में अवैध रेत उत्खनन का मामला सामने आया था, जिसे लेकर सीएम ने नाराजगी जाहिर की थी. दो दिन पहले सीएम ने भिंड कलेक्टर छोटे सिंह को अवैध रेत उत्खनन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश भी दिए थे. जानकारी के अनुसार छोटे सिंह सरकार के निशाने पर इसलिए भी हैं क्योंकि कुछ कांग्रेस नेताओं से उनके करीबी संबंध बताए जाते हैं. इसी विवाद में घिरे भिंड एसपी नागेंद्र सिंह की वायरलेस पर अधीनस्थ अफसरों से मन की बात का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. नागेंद्र सिंह ने डीआईजी पर निशाना ना साधते हुए अपने अधीनस्थों से कहा कि वे जिस भी अधिकारी या बड़े व्यक्ति को जानते हैं उसे फोन जरूर लगाएं और बताएं कि भिंड में क्या चल रहा है.
इस फेरबदल में शासन में रेशम आयुक्त रविंद्र कुमार मिश्रा को चंबल संभाग आयुक्त( कमिश्नर )बनाया है, वहीं शाजापुर कलेक्टर वीरेंद्र सिंह रावत को भिंड कलेक्टर बनाया गया है. आईजी गुप्तवार्ता मनोज शर्मा को आईजी चंबल रेंज, तो डीआईजी पुलिस मुख्यालय मनोज कुमार सिंह को भिंड एसपी बनाया गया है. इसके साथ ही आरएन खरे तहसीलदार को जिला ग्वालियर से जिला भिंड में प्रशासकीय आधार पर स्थानांतरण करते हुए अस्थायी रूप से आगामी आदेश तक तत्काल प्रभाव से पदस्थ किया गया है.