भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मरीजों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. प्रदेश में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या के साथ-साथ रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग भी अब तेजी से बढ़ने लगी है. प्रदेश सरकार ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की बढ़ती मांग को देखते हुए इसके इस्तेमाल को लेकर कई निर्देश जारी किए हैं. सरकार इसे लेकर गाइडलाइन जारी करते हुए कहा कि इसका इस्तेमाल अब केवल गंभीर मरीजों पर ही किया जाएगा.
- अस्पतालों को रखना होगा रेमडेसिविर इंजेक्शन का रिकॉर्ड
रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर राज्य सरकार ने कहा है कि अब सभी अस्पतालों को इसके इस्तेमाल को लेकर रिकॉर्ड रखना होगा. यदि इस आदेश का स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा पालन नहीं किया गया तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जा सकती है.
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- स्वास्थ्य आग्रह के दौरान आई थी बात सामने
रेमडेसिविर इंजेक्शन के इस्तेमाल और इसकी राज्य में बढ़ती मांग को लेकर भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के स्वास्थ्य आग्रह के दौरान चर्चा शुरु हुई थी. हालांकि रेमडेसिविर इंजेक्शन के कालाबाजारी और इसके लिए मनमाने रेट वसूलने को लेकर कई दिनों से प्रशासन को शिकायतें भी मिल रही थी. जिसके बाद सरकार ने कई जिलों के स्वास्थ्य अधिकारियों को इसके इस्तेमाल संबंधी निर्देश जारी किए हैं. रेमडेसिविर इंजेक्शन के इस्तेमाल के लिए अब आयुष मंत्रालय द्वारा 3 अप्रैल 2020 को जारी निर्देशों का पालन करना होगा.
- गरीबों को मुक्त में लगेगा रेमडेसिविर इंजेक्शन
प्रदेश सरकार ने ऐलान किया है कि मध्यमवर्गीय और गरीब परिवारों के लोगों को निशुल्क में रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाई जाएगी. राज्य सरकार सरकारी स्तर पर रेमडिसिविर इंजेक्शन की खरीद करेगी ताकि गरीबों को इसके लिए परेशान ना होना पड़े.