भोपाल। गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र के पार्क की जमीन को आरएसएस की संस्था (लघु उद्योग भारती) को दिए जाने के विरोध में कांग्रेस के प्रदर्शन के बाद पुलिस ने प्रस्तावित स्थल पर सुरक्षा बढ़ा दी है. एक दिन पहले पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस ने जमकर प्रदर्शन किया था. प्रस्तावित स्थल तक कांग्रेस नेताओं को जाने से रोकने पुलिस ने बल प्रयोग भी किया था. उधर अब गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के पदाधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं.
यह है पूरा मामला
राज्य सरकार ने आरएसएस से जुड़ी संस्था लघु उद्योग भारती को कार्यालय के लिए गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल क्षेत्र में 10 हजार वर्ग फीट जमीन आवंटित की है. आवंटित की गई भूमि गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल क्षेत्र के पार्क की भूमि है. पूर्व में गोविंदपुरा इंडस्ट्रीज एसोसिएशन क्षेत्रीय विधायक से लेकर मंत्री के सामने इस संबंध बात रख चुके हैं. एसोसिएशन का कहना था कि 750 एकड़ के गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र में सिर्फ एक ही गार्डन है, जिसे लघु उद्योग भारती को आवंटित किया गया है. इसके बनने से यहां आवाजाही बढ़ेगी और माल लाने ले जाने में परेशानी होगी.
कांग्रेस ने किया था विरोध
गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल क्षेत्र की भूमि लघु उद्योग भारती को दिए जाने के विरोध में रविवार को पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस ने प्रदर्शन किया. दिग्विजय सिंह ने इसे असंवैधानिक बताते हुए कहा है कि इसका लैंड यूज चैंज ही नहीं किया गया और न ही बिल्डिंग परमीशन ली गई.
एक नजर में आद्योगिक क्षेत्र की स्थिति
- गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एसोसिएशन पिछले करीब 60 सालों से ज्यादा समय से संचालित है.
- इंडस्ट्रीज में आमतौर पर 20 हजार से ज्यादा मजूदर कार्य करते हैं.
- उद्योग क्षेत्र में करीब 11 सौ उद्योग संचालित है.
- उद्योग क्षेत्र से साल भर में करीब 300 करोड से ज्यादा का निर्यात होता है.
- उद्योग क्षेत्र का सालाना टर्न ओवर करीब ढाई सौ करोड़ रुपए का है.
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इंडस्ट्री एसोसिएशन ने जमीन पर किया पौधरोपण
लघु उद्योग भारती के प्रदेश उपाध्यक्ष मदन मोहन शर्मा के मुताबिक लघु उद्योग भारती भी इंडस्ट्री से जुड़ा हुआ संगठन है. देशभर में एमएसएमई इंडस्ट्री को लेकर काम करता है. वे कहते हैं कि जमीन प्रदेश कार्यालय के लिए आवंटित की गई है. यहां पर कोई भी पेड़ नहीं थे, हालांकि जब उद्योग भारती को जमीन आवंटित करने की चर्चा शुरू हुई, तो के लोगों ने यहां पौधारोपण कर दिया था.
राष्ट्रीय स्तर पर काम करती है हमारी संस्था
लघु उद्योग भारती के प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि आवंटित की गई भूमि पार्क की नहीं है. यह जमीन एसोसिएशन को दी गई 1 एकड़ जमीन से अलग है. मनमोहन सरकार के समय 2010 से हमारे सदस्यों को जिनेवा में होने वाली एमएसएमई की अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस में भेजना शुरू किया था, जो आज भी जा रहे हैं. यह इसलिए है क्योंकि हमारी संस्था राष्ट्रीय स्तर पर काम करती है. हालांकि जिला उद्योग केंद्र के अधिकारी मामले को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं.