ETV Bharat / state

Govardhan Puja 2022 जानें क्यों की जाती है गोवर्धन पूजा, क्या है इसका महत्व, इस वर्ष है अनोखा संयोग - गोवर्धन पूजा का महत्व

दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा की जाती है. लेकिन इस बार 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण होने की वजह से अगले दिन यानी 26 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा की जाएगी. गोवर्धन पूजा में लोग पर्वत को गाय के गोबर से बना कर सात बार परिक्रमा करते हैं. जानिए क्या है गोवर्धन पूजा, पूजा विधि और क्या है इस दिन अन्नकूट का महत्व. (govardhan puja 2022) (govardhan puja importance) (govardhan puja kaise karen) (govardhan pooja kab hai)

govardhan puja importance
जानें क्यों की जाती है गोवर्धन पूजा
author img

By

Published : Oct 25, 2022, 7:34 PM IST

भोपाल। दिवाली के अगले दिन, गोवर्धन पूजा की जाती है हिंदू कैलेंडर के अनुसार यह पूजा कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा को की जाती है. गोवर्धन पूजा को अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है. हर साल दीपावाली के अगले दिन ही गोवर्धन पूजा होती है, लेकिन इस बार 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण होने की वजह से अगले दिन यानी 26 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा की जाएगी. इस दिन अनेक स्थानों पर इंद्र, वरुण एवं अग्नि आदि देवताओं की पूजा भी की जाती है. यह ब्रजवासियों का प्रमुख त्योहार है. गोवर्धन पूजा के दौरान लोग इस पर्वत को गाय के गोबर से बनाकर उसकी सात बार परिक्रमा करते हैं. (govardhan puja 2022)

गोवर्धन पूजा का महत्व: पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान इंद्र जब क्रोधित हो गए थे तब श्री कृष्ण ने ब्रजवासियों से गोवर्धन पर्वत और गायों की पूजा करने को कहा. इससे गुस्साए इंद्र ने ऐसी मूसलाधार बारिश की, कि ब्रजवासियों का जीवन संकटमय हो गया. तब श्रीकृष्ण ने ब्रजवासियों और पशुओं की रक्षा के लिए अपनी छोटी उंगली से गोवर्धन पर्वत को उठा लिया. सभी जीव-जतुंओं के साथ सभी ब्रजवासियों ने भी गोवर्धन पर्वत के नीचे सात दिनों तक शरण ली, सभी स्वर्ग के देवता इंद्र के कोप से बच गए. भगवान कृष्ण ने इंद्र के अहंकार को तोड़कर उन्हें हरा दिया. जिसके बाद से गोवर्धन पूजा की जाने लगी. (govardhan puja importance)

गोवर्धन पूजा विधि: इस दिन महिलाएं घर के आंगन में गोबर से गोवर्धन पर्वत की आकृति बनाती हैं. गोवर्धन के साथ ग्वाले, गोपियां, गाय, बछड़े आदि भी बनाए जाते हैं. इसके बाद अन्नकूट का भोग लगता है और फिर पूरा परिवार एक साथ गोवर्धन पूजन करता है. गोवर्धन पूजा के दौरान लोग इस पर्वत को गाय के गोबर से बनाकर उसकी सात बार परिक्रमा करते हैं. (govardhan puja kaise karen)

Surya Grahan 2022: सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं रहें सावधान, जानें ग्रहण के प्रकोप से बचने का उपाय

इस साल गोवर्धन पूजा मुहूर्त: गोवर्धन पूजा हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार कार्तिक माह की प्रतिपदा तिथि को की जानी चाहिए. मुहूर्त का समय तिथि गोवर्धन पूजा इस वर्ष मंगलवार, 25 अक्टूबर 2022 को मनाई जाती. लेकिन इस दिन सूर्य ग्रहण के चलते इस वर्ष गोवर्धन पूजा दिवाली के अगले दिन नहीं बल्कि बुधवार, 26 अक्टूबर, 2022 को होगी. (govardhan pooja muhurth) (govardhan pooja kab hai)

भोपाल। दिवाली के अगले दिन, गोवर्धन पूजा की जाती है हिंदू कैलेंडर के अनुसार यह पूजा कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा को की जाती है. गोवर्धन पूजा को अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है. हर साल दीपावाली के अगले दिन ही गोवर्धन पूजा होती है, लेकिन इस बार 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण होने की वजह से अगले दिन यानी 26 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा की जाएगी. इस दिन अनेक स्थानों पर इंद्र, वरुण एवं अग्नि आदि देवताओं की पूजा भी की जाती है. यह ब्रजवासियों का प्रमुख त्योहार है. गोवर्धन पूजा के दौरान लोग इस पर्वत को गाय के गोबर से बनाकर उसकी सात बार परिक्रमा करते हैं. (govardhan puja 2022)

गोवर्धन पूजा का महत्व: पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान इंद्र जब क्रोधित हो गए थे तब श्री कृष्ण ने ब्रजवासियों से गोवर्धन पर्वत और गायों की पूजा करने को कहा. इससे गुस्साए इंद्र ने ऐसी मूसलाधार बारिश की, कि ब्रजवासियों का जीवन संकटमय हो गया. तब श्रीकृष्ण ने ब्रजवासियों और पशुओं की रक्षा के लिए अपनी छोटी उंगली से गोवर्धन पर्वत को उठा लिया. सभी जीव-जतुंओं के साथ सभी ब्रजवासियों ने भी गोवर्धन पर्वत के नीचे सात दिनों तक शरण ली, सभी स्वर्ग के देवता इंद्र के कोप से बच गए. भगवान कृष्ण ने इंद्र के अहंकार को तोड़कर उन्हें हरा दिया. जिसके बाद से गोवर्धन पूजा की जाने लगी. (govardhan puja importance)

गोवर्धन पूजा विधि: इस दिन महिलाएं घर के आंगन में गोबर से गोवर्धन पर्वत की आकृति बनाती हैं. गोवर्धन के साथ ग्वाले, गोपियां, गाय, बछड़े आदि भी बनाए जाते हैं. इसके बाद अन्नकूट का भोग लगता है और फिर पूरा परिवार एक साथ गोवर्धन पूजन करता है. गोवर्धन पूजा के दौरान लोग इस पर्वत को गाय के गोबर से बनाकर उसकी सात बार परिक्रमा करते हैं. (govardhan puja kaise karen)

Surya Grahan 2022: सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं रहें सावधान, जानें ग्रहण के प्रकोप से बचने का उपाय

इस साल गोवर्धन पूजा मुहूर्त: गोवर्धन पूजा हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार कार्तिक माह की प्रतिपदा तिथि को की जानी चाहिए. मुहूर्त का समय तिथि गोवर्धन पूजा इस वर्ष मंगलवार, 25 अक्टूबर 2022 को मनाई जाती. लेकिन इस दिन सूर्य ग्रहण के चलते इस वर्ष गोवर्धन पूजा दिवाली के अगले दिन नहीं बल्कि बुधवार, 26 अक्टूबर, 2022 को होगी. (govardhan pooja muhurth) (govardhan pooja kab hai)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.