भोपाल। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ मध्यप्रदेश कैबिनेट में प्रस्ताव पास किए जाने पर सियासत शुरू हो गई है. मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने इस प्रस्ताव को शून्य बताया है. उन्होंने कहा कि, अभी तो शेखचिल्ली की तरह काम हो रहा है, जिसका कोई अर्थ नहीं है. कुल मिलाकर ऐसा प्रस्ताव है,जो अपने आप में शून्य है.
गोपाल भार्गव ने कहा कि, 'मुझे ताज्जुब हो रहा है कि राज्य सरकारें भी ऐसे प्रस्ताव पारित करने लगी हैं. ऐसा कभी होता है क्या ? ऐसा कहीं होता है कि राज्य कुछ भी तय कर ले, फिर तो केंद्र के सारे फैसले राज्य ही लेने लगेंगे'.
तो वहीं राम मंदिर ट्रस्ट बनाए जाने की घोषणा पर गोपाल भार्गव खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि यह बहुत ही अनुकरणीय है. भार्गव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला दिया था, वह फैसला भी स्वागत योग्य है. अब जल्द ही भव्य राम मंदिर का निर्माण होगा. गोपाल भार्गव द्वारा आईफा 2020 का विरोध किए जाने पर सहकारिता मंत्री डॉ गोविंद सिंह ने राई नृत्य पर सवाल उठाने थे, जिस पर गोपाल भार्गव ने कहा कि, राई नृत्य हमारे यहां की हजारों साल पुरानी परंपरा है.आईफा कोई परंपरा नहीं है.