भोपाल। धार जिले में हुई मॉब लिंचिंग की घटना को लेकर सियासत जारी है. मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने ऐलान किया है कि वो विधानसभा के आगामी बजट सत्र में धार में हुई मॉब लिंचिंग की घटना को स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से उठाएंगे. उन्होंने कहा कि धार में जो घटना सामने आई है, वो अपने आप में दुखद और दर्दनाक है. दूसरी तरफ सरकार को इसको लेकर कोई पश्चाताप नहीं है और उल्टा लीपापोती कर आरोप लगा रही है कि इस घटना में दल विशेष के व्यक्ति का हाथ था.
'मध्यप्रदेश में कानून राज नहीं रहा'
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मध्य प्रदेश में हम मध्ययुग में आ गए हैं, हम 15वीं और 16वीं शताब्दी के मध्य में पहुंच गए हैं. जहां लोगों को कुचलकर पीट-पीट कर मार दिया जाता था. ऐसी ही दुर्घटना का वीडियो देखा है. उन्होंने कहा कि वास्तव में मध्य प्रदेश में कानून राज नहीं रह गया है. मध्य प्रदेश जो शांति का टापू कहलाता था, अब नहीं रहा है. उसके बावजूद सरकार की तरफ से ना कोई पश्चाताप किया जा रहा है और ना कोई कार्रवाई की जा रही है.
गोपाल भार्गव ने कहा कि वो इस बारे में गृह मंत्री और मुख्यमंत्री से अपेक्षा करते है कि इस तरह की घटनाएं दोहराई न जाएं, इसके लिए जरूरी कदम उठाए जाए. ऐसे प्रकरणों में सख्त से सख्त सजा देने की व्यवस्था करें ताकि ऐसी कोई घटना दोबारा न हो.