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धार में हुई मॉब लिंचिंग की घटना पर सरकार को कोई पश्चाताप नहीं: गोपाल भार्गव

धार में हुई मॉब लिंचिंग की घटना को लेकर नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सरकार को आड़े हाथों लिया है. गोपाल भार्गव ने कहा कि सरकार को इसको लेकर कोई पश्चाताप नहीं है और उल्टा लीपापोती कर आरोप लगा रही है कि इस घटना में दल विशेष के व्यक्ति का हाथ था.

Leader of Opposition condemned Dhar mob lynching case
नेता प्रतिपक्ष ने धार मॉब लिंचिंग कांड की निंदा की
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Published : Feb 6, 2020, 6:21 PM IST

भोपाल। धार जिले में हुई मॉब लिंचिंग की घटना को लेकर सियासत जारी है. मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने ऐलान किया है कि वो विधानसभा के आगामी बजट सत्र में धार में हुई मॉब लिंचिंग की घटना को स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से उठाएंगे. उन्होंने कहा कि धार में जो घटना सामने आई है, वो अपने आप में दुखद और दर्दनाक है. दूसरी तरफ सरकार को इसको लेकर कोई पश्चाताप नहीं है और उल्टा लीपापोती कर आरोप लगा रही है कि इस घटना में दल विशेष के व्यक्ति का हाथ था.

नेता प्रतिपक्ष ने धार मॉब लिंचिंग कांड की निंदा की

'मध्यप्रदेश में कानून राज नहीं रहा'
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मध्य प्रदेश में हम मध्ययुग में आ गए हैं, हम 15वीं और 16वीं शताब्दी के मध्य में पहुंच गए हैं. जहां लोगों को कुचलकर पीट-पीट कर मार दिया जाता था. ऐसी ही दुर्घटना का वीडियो देखा है. उन्होंने कहा कि वास्तव में मध्य प्रदेश में कानून राज नहीं रह गया है. मध्य प्रदेश जो शांति का टापू कहलाता था, अब नहीं रहा है. उसके बावजूद सरकार की तरफ से ना कोई पश्चाताप किया जा रहा है और ना कोई कार्रवाई की जा रही है.

गोपाल भार्गव ने कहा कि वो इस बारे में गृह मंत्री और मुख्यमंत्री से अपेक्षा करते है कि इस तरह की घटनाएं दोहराई न जाएं, इसके लिए जरूरी कदम उठाए जाए. ऐसे प्रकरणों में सख्त से सख्त सजा देने की व्यवस्था करें ताकि ऐसी कोई घटना दोबारा न हो.

भोपाल। धार जिले में हुई मॉब लिंचिंग की घटना को लेकर सियासत जारी है. मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने ऐलान किया है कि वो विधानसभा के आगामी बजट सत्र में धार में हुई मॉब लिंचिंग की घटना को स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से उठाएंगे. उन्होंने कहा कि धार में जो घटना सामने आई है, वो अपने आप में दुखद और दर्दनाक है. दूसरी तरफ सरकार को इसको लेकर कोई पश्चाताप नहीं है और उल्टा लीपापोती कर आरोप लगा रही है कि इस घटना में दल विशेष के व्यक्ति का हाथ था.

नेता प्रतिपक्ष ने धार मॉब लिंचिंग कांड की निंदा की

'मध्यप्रदेश में कानून राज नहीं रहा'
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मध्य प्रदेश में हम मध्ययुग में आ गए हैं, हम 15वीं और 16वीं शताब्दी के मध्य में पहुंच गए हैं. जहां लोगों को कुचलकर पीट-पीट कर मार दिया जाता था. ऐसी ही दुर्घटना का वीडियो देखा है. उन्होंने कहा कि वास्तव में मध्य प्रदेश में कानून राज नहीं रह गया है. मध्य प्रदेश जो शांति का टापू कहलाता था, अब नहीं रहा है. उसके बावजूद सरकार की तरफ से ना कोई पश्चाताप किया जा रहा है और ना कोई कार्रवाई की जा रही है.

गोपाल भार्गव ने कहा कि वो इस बारे में गृह मंत्री और मुख्यमंत्री से अपेक्षा करते है कि इस तरह की घटनाएं दोहराई न जाएं, इसके लिए जरूरी कदम उठाए जाए. ऐसे प्रकरणों में सख्त से सख्त सजा देने की व्यवस्था करें ताकि ऐसी कोई घटना दोबारा न हो.

Intro:भोपाल। धार जिले में हुई मॉब लिंचिंग की घटना को लेकर सियासत जारी है।मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने ऐलान किया है कि वह विधानसभा के आगामी बजट सत्र में धार में हुई मॉब लिंचिंग की घटना को स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से उठाएंगे। उन्होंने कहा कि धार में जो घटना सामने आई है, वह अपने आप में दुखद और दर्दनाक है और हमें लग रहा है कि हम मध्य युग में जी रहे हैं। दूसरी तरफ सरकार को इसको लेकर कोई पश्चाताप नहीं है और उल्टी लीपापोती कर आरोप लगा रही है कि इस घटना में दल विशेष के व्यक्ति का हाथ था।Body:नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि कल मनावर में जो घटना हुई है। वह अपने आप में दुखद और दर्दनाक है। हमें लग रहा है कि मध्य प्रदेश में हम मध्ययुग में आ गए हैं। हम 20 वीं या 21 वीं शताब्दी में ना चलकर 15वीं और 16वीं शताब्दी के मध्य में पहुंच गए हैं। हम पाषाण युग में पहुंच गए हैं।जहां लोगों को कुचल कुचल कर पीट पीट कर मार दिया जाता था। ऐसी ही दुर्घटना का वीडियो हमने देखा है।अखबारों में भी हमने समाचार पढ़ा है।मुझे लगता है कि वास्तव में मध्य प्रदेश में कानून का राज नहीं रह गया है.मध्य प्रदेश जो शांति का टापू कहलाता था, अब नहीं रहा है ।उसके बावजूद सरकार की तरफ से ना कोई पश्चाताप किया जा रहा है और ना कोई कार्रवाई की जा रही है। उल्टे लीपापोती कर वह आरोप लगा रहे हैं कि आरोपी दल विशेष से संबंधित था।

उन्होंने कहा कि मैं गृह मंत्री और मुख्यमंत्री से अपेक्षा करूंगा कि इस तरह की घटनाएं दोहराई न जाएं, इसके लिए आवश्यक कदम उठाएं। ऐसे प्रकरणों में सख्त से सख्त सजा देने की व्यवस्था करें। ताकि इस प्रकार की घटनाएं राज्य को लज्जित ना कर सके। क्योंकि मैं मानकर चलता हूं कि जब इन घटनाओं की जानकारी समाचार माध्यमों से देश और विदेश में होती है।तो फिर मध्य प्रदेश की सभ्यता के बारे में लोग सोचते हैं और हमारा सिर शर्म से झुक जाता है।अब इस प्रकार की घटना दोहराई नहीं जानी चाहिए।Conclusion:गोपाल भार्गव ने कहा कि मध्यप्रदेश की विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष होने के नाते बजट सत्र में राजगढ़ कलेक्टर मामले को, धार मोबलीचिंग मामले के साथ सागर में हुई दलित की हत्या के मामले को हम सभी बीजेपी के 108 विधायक स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से चर्चा करेंगे।
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