भोपाल। सोने-चांदी की कीमतों में माह की शुरुआत से ही बदलाव देखने को मिल रहा है. हालांकि शुक्रवार को सोने-चांदी की कीमतों में कोई अधिक उछाल देखने को नहीं मिला. आज राजधानी भोपाल में 24 कैरेट सोने की कीमत 48,550 रुपये प्रति 10 ग्राम रही, जबकि गुरुवार को सोना 48060 रुपये प्रति 10 ग्राम के हिसाब से बिक रहा था.
चांदी हुई सस्ती
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में शुक्रवार को चांदी का रेट (MP Silver Rate) 65,300 रुपये प्रति किलो रहा, जबकि गुरुवार को चांदी 66300 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रही थी. इस तरह चांदी की कीमतों में 1000 रुपये प्रति किलो ग्राम के हिसाब से बदलाव देखने को मिला.
कैसे तय होती है सोने की कीमत
ज्यादातर सोने की ज्वेलरी 22 कैरेट ( 22 Carat Gold) में बनती है. इसी के आधार पर ज्वैलरी की कीमत भी तय होती है. गोल्ड ज्वेलरी (Gold Jewelry) की कीमत सोने की बाजार कीमत के साथ-साथ सोने की शुद्धता, मेकिंग चार्ज, सोने का वजन और जीएसटी के (GST on Gold) आधार पर तय होती है. गहने की कीमत = एक ग्राम सोने की कीमत x सोने के गहने का वजन + मेकिंग चार्ज प्रति ग्राम + जीएसटी के आधार पर निकाली जाती है. सोने की ज्वैलरी खरीदने पर इसकी कीमत और मेकिंग चार्ज (Making Charge of Gold) पर 3 फीसदी का गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) लगता है.
मिस्ड कॉल से जानें भाव
22 कैरेट और 18 कैरेट गोल्ड ज्वेलरी के खुदरा रेट जानने के लिए 8955664433 पर मिस्ड कॉल (Know Rate With Missed Call) दे सकते हैं. कुछ ही देर में एसएमएस के जरिए रेट्स मिल जाएंगे. इसके अलावा लगातार अपडेट्स (Today Gold Update) की जानकारी के लिए www.ibja.co पर देख सकते हैं.
येलो गोल्ड की शुद्धता की पहचान ऐसे करें
24 कैरेट सोना (24 Carat Gold) सबसे शुद्ध होता है. आम तौर पर ज्वेलरी बनाने के लिए 22 कैरेट सोने का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें 91.66 फीसदी सोना होता है. अगर आप 22 कैरेट सोने की ज्वेलरी लेते हैं तो आपको पता होना चाहिए कि इसमें 22 कैरेट गोल्ड के साथ 2 कैरेट कोई और मेटल मिक्स किया गया है. ज्वेलरी में शुद्धता को लेकर हॉलमार्क (Hallmark on Gold) से जुड़े 5 तरह के निशान होते हैं, और ये निशान ज्वेलरी में होते हैं.
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हॉलमार्क पर दें ध्यान
गहने खरीदते समय (Quality of Gold) हॉलमार्क का विशेष ध्यान रखें. हॉलमार्किंग से इस बात की गारंटी होती है कि जो सामान दुकानदार ने ग्राहक को बेचा है, वह उतने ही कैरेट का है, जितना आभूषण पर लिखा है. हॉलमार्किंग भारतीय मानक ब्यूरो अधिनियम (Bureau of Indian Standards Act) के तहत होती है.