भोपाल। राजधानी भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज में काम कर रहे तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने डीन डॉ. अरुणा कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. डीन कार्यालय के 25 से अधिक कर्मचारियों ने हस्ताक्षर करके चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग को पत्र लिखकर डीन की शिकायत की है. कर्मचारियों ने उनके ऊपर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है. इसके अलावा प्रमुख सचिव, आयुक्त चिकित्सा शिक्षा एवं आयुक्त भोपाल संभाग को भी इस मामले की शिकायत कर दी है.
डीन अरुणा कुमार ने घृणा के चलते एक कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसका तबादला सुल्तानिया अस्पताल में कर दिया है. जिसको लेकर कर्मचारियों ने मांग की है कि गांधी मेडिकल कॉलेज की डीन और अधिष्ठता अरुणा कुमार को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए. कर्मचारियों ने चेतावनी भी दी है कि यदि उनकी सुनवाई नहीं हुई तो वे सभी हड़ताल पर चले जाएंगे.
कर्मचारियों ने शिकायत पत्र में बताया है कि डीन अरुणा कुमार उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं करती है. फाइलों में दस्तखत करने के लिए डीन कर्मचारियों को काफी देर तक बाहर खड़ा करके रखती है. जब भी कोई कर्मचारी फाइल लेकर मैडम के पास जाता है, वह अपने कक्ष में फाइल नहीं रखने देती है और कहती बिना बुलाए फाइल लेकर मत आया करो. फाइल को अच्छे से पढ़े बिना ही उस पर रोक लगा देती हैं. उसके बाद वह कर्मचारियों को धमकी भी देती है कि आप लोग तो मेरे पास फाइल लेकर कभी आते ही नहीं है. यहां तक कि वह कर्मचारियों को निलंबित करने की भी धमकी देती हैं. जिसके कारण कर्मचारी मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं. साथ ही फाइल पर दस्तखत नहीं करने की वजह से काम भी लंबित हो रहे हैं.
मामले में एक बड़ी चूक भी सामने निकल कर आई है. गांधी मेडिकल कॉलेज में पदस्थ सहायक ग्रेड 2 के कर्मचारी शंकर लाल शुक्ला का तबादला सुल्तानिया महिला चिकित्सालय में किया गया है. लेकिन अधिष्ठता के द्वारा जो लेटर हेड का इस्तेमाल किया गया है वह गांधी मेडिकल कॉलेज या हमीदिया अस्पताल का ना होकर सुल्तानिया अस्पताल के अधीक्षक का है. कर्मचारियों के द्वारा चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से इस लेटर हेड पर किए गए तबादले की भी शिकायत की गई है.
पहले भी विवादों में रह चुकी है डीन
करीब 6 माह पहले भी गांधी मेडिकल कॉलेज की डीन का विवाद डॉ. आशीष गोहिया के साथ हो गया था. डॉ. गोरिया ने चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव को व्हाट्सएप पर शिकायत भेजते हुए कहा था कि पीजी सीट बढ़ाने के संबंध में फाइल लेकर गए थे तो डीन ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया था.