भोपाल। राजधानी भोपाल समेत पूरे मध्यप्रदेश के बढ़ रहे लगातार कोरोना संक्रमण के मामलों के कारण अब आलम यह है कि मरीजों को एडमिट होने के लिये इंतज़ार करना पड़ रहा है. राजधानी में भी यही हालात अब बन रहे है. एक्टिव मामलों की बढ़ती संख्या के कारण स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के द्वारा की गई व्यवस्थाएं कम पड़ती नजर आ रही है. वहीं अब डाॅक्टरों को भी इसका सामना करना पड़ा.
शहर के हमीदिया अस्पताल में बने कोविड सेंटर में ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जहां जीएमसी के 9 डॉक्टरों के कोरोना वायरस होने के बाद उन्हें भर्ती नहीं किया जा सका. हालात यह हो गए कि सभी डॉक्टरों को दिनभर भर्ती होने के लिए सोफे पर बैठ कर इंतजार करना पड़ा. डॉक्टरों के हंगामा करने के बाद देर रात सभी को भर्ती किया गया. जानकारी के मुताबिक सोमवार को हमीदिया अस्पताल के फॉरेंसिक विभाग के तीन सीनियर डॉक्टर समेत 9 डॉक्टर और कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई.
जिसके बाद सभी को जब अस्पताल भर्ती लाया गया तो यहां बेड खाली ना होने के कारण उन्हें भर्ती नहीं किया जा सका. अस्पताल प्रबंधन को इसकी सूचना देने के बावजूद कोई व्यवस्था दिन भर नहीं हो सकी. संक्रमित आए डॉक्टरों का कहना है कि डीन और अस्पताल के अधीक्षक आईडी चौरसिया ने एक-एक रूम पर अपना ताला लगा दिया है, अगर इन रूम को खोल दिया जाता तो उन्हें भर्ती किया जा सकता था.