भोपाल। गांधी मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. अरुणा कुमार एक बार फिर विवादों में है. डीन के अनुचित व्यवहार के कारण कॉलेज में पदस्थ तृतीय श्रेणी कर्मचारियों और शाखा प्रभारियों ने इस बार डीन डॉ. अरुणा कुमार के खिलाफ मोर्चा खोला है.
कर्मचारियों का कहना है कि डीन उनके साथ अभद्र व्यवहार करती है और शासकीय कार्यों से संबंधित फाइलों पर हस्ताक्षर करने में जानबूझकर देरी करती है. डीन के व्यवहार के कारण कर्मचारियों ने उन्हें पद से हटाने के लिए आज सांकेतिक प्रदर्शन भी किया. कर्मचारियों की मांग के बारे में प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रांतीय सचिव गजाधर सरोज ने कहा कि डीन डॉ अरुणा कुमार का आचरण कर्मचारियों के प्रति सही नहीं है. वह कर्मचारियों को स्थानांतरण की धमकी देती है. उनके पास किसी फाइल को लेकर जाओ तो वह फाइलों में हस्ताक्षर करने के लिए लम्बा इंतजार करना पड़ता है.
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शासकीय कार्य समय पर पूरे न होने के कारण वरिष्ठ कार्यालयों में भेजने में परेशानी आती है. वहीं कर्मचारी विष्णु चौहान का कहना है कि कर्मचारियों के काम समय पर नहीं होते हैं. उन्हें घंटों इंतजार करवाया जाता है, इसलिए हमारी मांग है कि डीन को पद से हटाया जाए. तृतीय श्रेणी के कर्मचारी यही चाहते हैं कि डीन अपने व्यवहार में सुधार लाएं और कर्मचारियों के साथ अच्छा व्यवहार करें. नहीं तो सभी कर्मचारियों को उन्हें पद से हटाने के लिए आंदोलन करना पड़ेगा.
बता दें पिछले दिनों कर्मचारी संघ चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से भी डीन के व्यवहार की शिकायत लेकर मिला था, जिसके बाद डीन ने कर्मचारियों को फटकार भी लगाई थी. गौरतलब है कि यह पहला मौका नहीं है जब डीन विवादों में आईं हो. इससे पहले भी जूनियर डॉक्टर्स ने बीते साल डीन के खिलाफ मोर्चा खोला था. जिसके बाद डॉ अरुणा कुमार को इस्तीफा देना पड़ा था.