भोपाल। पशुओं के लिए चलाई जाने वाली नि:शुल्क संजीवनी एक्सप्रेस को प्रदेश सरकार ने बंद कर दिया है. अब इसके लिए पैसे देने पड़ेंगे. प्रदेश सरकार ने संजीवनी एक्सप्रेस के लिए सौ रुपए का शुल्क निर्धारित किया है.
पशुपालन मंत्री लाखन सिंह यादव का कहना है कि कई बार कुछ शरारती तत्व फर्जी कॉल कर संजीवनी एक्सप्रेस को बुला लेते हैं, लेकिन मौके पर पहुंचने पर कुछ नहीं मिलता है. इसी के चलते यह फैसला लिया गया है. उनका कहना है कि जहां इमरजेंसी केस होगा, वहां अब भी नि:शुल्क सेवाएं दी जाएंगी.
पिछले साल 2 अक्टूबर को तत्कालीन बीजेपी सरकार ने पशु संजीवनी योजना की शुरुआत की थी. जिसमें 1962 पर कॉल करके पशुओं के इलाज के लिए संजीवनी एक्सप्रेस को बुलाया जा सकता है. संजीवनी एक्सप्रेस में एक पशु चिकित्सक के साथ- साथ एक सहायक भी तैनात रहता है. जो नि:शुल्क इलाज करते थे, लेकिन अब इसके लिए कॉल करने वाले को सौ रुपए देना पड़ेगा. मध्यप्रदेश में इस समय कुल 1 हजार 313 पशु संजीवनी एक्सप्रेस वाहन चलाए जा रहे हैं.