भोपाल। पुलिसकर्मी की हत्या करने के मामले में भोपाल जिला कोर्ट ने सिमी के एक आतंकवादी को 4 बार आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. दोषी फरहत और उसके मृत साथी जाकिर ने एटीएस रतलाम के आरक्षक शिव प्रताप सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जबकि आरक्षक जीतेंद्र और उपनिरीक्षक मनीष दुबे पर जानलेवा हमला कर भाग गए थे.
एक आरोपी जाकिर को पुलिस ने घटनास्थल पर ही एनकाउंटर में मार गिराया था, जबकि दूसरे दोषी फरहत को गिरफ्तार करने की कोशिश की थी, लेकिन उसने पुलिस अधिकारियों पर फायरिंग कर दी. जैसे-तैसे पुलिस ने फायरिंग से बचते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया. दोनों आरोपियों के विरुद्ध थाना जीआरपी रतलाम में आरक्षक शिवप्रताप की हत्या एवं अन्य पुलिसकर्मियों पर हमला करने पर धारा 302-307 के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध किया था, जहां से केस जिला न्यायालय भोपाल में स्थानांतरित कर दिया गया.
थाना जीआरपी ने दोनों आरोपियों के खिलाफ सिपाही शिवप्रताप की हत्या और अन्य पुलिसकर्मियों पर हमला करने का मामला दर्ज किया था. इस मामले में फैसला सुनाते हुए विशेष न्यायाधीश गिरीश दीक्षित ने सिमी आतंकी फरहत को पुलिसकर्मी की हत्या के लिए चार बार आजीवन कारावास की सजा सुनाई है.