भोपाल। प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव सुधि रंजन मोहंती सहित चार आईएएस अफसर आज रिटायर हो रहे हैं. प्रदेश में चल रहे लॉकडाउन की वजह से इन अफसरों को सही तरीके से विदाई भी नहीं मिल पाएगी, क्योंकि जिस तरह के हालात प्रदेश में बने हुए हैं. उसकी वजह से सभी अधिकारी केवल कोरोना वायरस से निपटने में ही लगे हुए हैं और ऐसी स्थिति में विदाई समारोह आयोजित करना मुनासिब भी नजर नहीं आ रहा है.
पूर्व मुख्य सचिव मोहंती की सेवानिवृत्ति से पहले राज्य विद्युत नियामक आयोग का अध्यक्ष बनाए जाने की अटकलें लगाई जा रही थीं, मोहंती भी अध्यक्ष बनना चाहते थे, इसके मद्देनजर सरकार के द्वारा प्रशासनिक जमावट भी की गई थी. लेकिन 10 दिन पहले ही प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद ये समीकरण पूरी तरह से बदल गए हैं.
मोहंती के अलावा पतिराम कतरोलिया, अजय कुमार शर्मा और राजा भैया प्रजापति सेवानिवृत्ति हो रहे हैं. अजय कुमार शर्मा निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में पदस्थ हैं और फिलहाल अवकाश पर चल रहे हैं. बताया जा रहा है कि कमलनाथ सरकार ने मोहंती को राज्य विद्युत नियामक आयोग में अध्यक्ष बनाने के लिए ना सिर्फ आवेदन की तारीख 29 फरवरी कर दी थी. बल्कि उन्हें समय से पहले मुख्य सचिव पद से हटाकर प्रशासन अकादमी का महानिदेशक भी बना दिया था.
इसके पीछे सरकार की मंशा यही थी कि उन्हें विद्युत नियामक आयोग का अध्यक्ष बनाने की राह आसान हो जाए इसे ही दृष्टिगत रखते हुए सारी कवायद की गई थी, लेकिन 19 मार्च के बाद हुए घटनाक्रम ने प्रदेश में सत्ता ही बदल दी. संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अजय कुमार शर्मा की सेवानिवृत्ति से पहले मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने शासन को पत्र लिखकर अन्य अधिकारियों की पदस्थापना करने के लिए सूचित कर दिया है.
माना जा रहा है कि सभी 24 सीटों के उपचुनाव जून तक हो सकते हैं ऐसी स्थिति में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में अधिकारियों की भी जरूरत होगी. जिसे दृष्टिगत रखते हुए सरकार जल्द इन पदों को भरने का प्रयास करेगी .