ETV Bharat / state

भोपाल गैस पीड़ित बन रहे कोरोना के सॉफ्ट टारगेट! पांच मृतकों में चार गैस पीड़ित

author img

By

Published : Apr 16, 2020, 2:08 PM IST

Updated : Apr 16, 2020, 2:38 PM IST

भोपाल में फैले कोरोना वायरस की वजह से 5 लोगों की मौत हो चुकी है. जिसमें से 4 गैस पीड़ित हैं. सामान्य व्यक्तियों की अपेक्षा इनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है. जिसके चलते कोरोना का खतरा दूसरों की अपेक्षा इन्हें ज्यादा रहता है.

Design photo
डिजाइन फोटो

भोपाल। कोरोना संक्रमण की वजह से राजधानी भोपाल में गैस पीड़ितों के लिए दोहरा संकट खड़ा हो गया है. 2-3 दिसंबर 1984 की मध्यरात्रि यूनियन कार्बाइड गैस के रिसाव से मौत का सैलाब आ गया था, जिसका दर्ज आज भी पीड़ित झेल रहे हैं और वो सालों बाद भी स्वास्थ्य संबंधी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं. कोरोना संक्रमण ने ऐसे लोगों के लिए संकट और बढ़ा दिया है. ये चिंता इसलिए भी बढ़ गई है क्योंकि पिछले एक माह से भी कम समय में भोपाल में फैले कोरोना वायरस की वजह से 5 लोगों की मौत हुई है. जिसमें से 4 गैस पीड़ित हैं.

पांच मृतकों में चार गैस पीड़ित

गैस पीड़ितों के लिए काम करने वाली संस्था भोपाल ग्रुप फॉर इनफॉरमेशन एंड एक्शन की रचना ढींगरा के मुताबिक राजधानी भोपाल में गैस पीड़ितों की संख्या करीब 5 लाख है. इनमें टीवी-कैंसर शारीरिक मानसिक विकृति जैसे कई आंशिक और गंभीर बीमारियां हैं. सामान्य व्यक्तियों की अपेक्षा इनकी इम्यूनिटी कमजोर है. जाहिर है कि कोरोना का खतरा दूसरों की तुलना में उन्हें ज्यादा है.

खासतौर से वो गैस पीड़ित जो ज्यादा बीमार रहते हैं. भोपाल में कोरोना वायरस से 5 मरीजों की मौत हो चुकी है. गैस पीड़ित संगठन का दावा है कि ये सभी गैस पीड़ित थे. जो पिछले 35 सालों से गैस कांड का दंश झेल रहे थे. जहांगीराबाद इलाके में ही गैस पीड़ित तीसरे व्यक्ति की कोरोना से मौत के बाद प्रशासन ने पूरे इलाके को सील कर दिया है और बड़े पैमाने पर स्क्रीनिंग और टेस्टिंग की जा रही है. शासन ने कहा है कि क्षेत्र में जिन्हें भी संदेह है, वे टेस्टिंग करा सकते हैं.

कोरोना संक्रमण के चलते प्रदेश सरकार ने भोपाल मेमोरियल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर को भी अधिग्रहित कर कोरोना हॉस्पिटल बना दिया था और गैस पीड़ितों से हॉस्पिटल खाली करा लिया गया था. भोपाल ग्रुप फॉर इंफॉर्मेशन एंड एक्शन ने सरकार के इस फैसले को उच्च न्यायालय में चुनौती दी है. जिसके बाद सरकार ने यू-टर्न लेते हुए अपना आदेश वापस ले लिया है. बीएमएचआरसी में पहले की तरह गैस पीड़ितों के लिए ओपीडी खोल दी गई है. रचना ढींगरा के मुताबिक सरकार के इस निर्णय से गैस पीड़ितों को राहत मिलेगी.

भोपाल। कोरोना संक्रमण की वजह से राजधानी भोपाल में गैस पीड़ितों के लिए दोहरा संकट खड़ा हो गया है. 2-3 दिसंबर 1984 की मध्यरात्रि यूनियन कार्बाइड गैस के रिसाव से मौत का सैलाब आ गया था, जिसका दर्ज आज भी पीड़ित झेल रहे हैं और वो सालों बाद भी स्वास्थ्य संबंधी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं. कोरोना संक्रमण ने ऐसे लोगों के लिए संकट और बढ़ा दिया है. ये चिंता इसलिए भी बढ़ गई है क्योंकि पिछले एक माह से भी कम समय में भोपाल में फैले कोरोना वायरस की वजह से 5 लोगों की मौत हुई है. जिसमें से 4 गैस पीड़ित हैं.

पांच मृतकों में चार गैस पीड़ित

गैस पीड़ितों के लिए काम करने वाली संस्था भोपाल ग्रुप फॉर इनफॉरमेशन एंड एक्शन की रचना ढींगरा के मुताबिक राजधानी भोपाल में गैस पीड़ितों की संख्या करीब 5 लाख है. इनमें टीवी-कैंसर शारीरिक मानसिक विकृति जैसे कई आंशिक और गंभीर बीमारियां हैं. सामान्य व्यक्तियों की अपेक्षा इनकी इम्यूनिटी कमजोर है. जाहिर है कि कोरोना का खतरा दूसरों की तुलना में उन्हें ज्यादा है.

खासतौर से वो गैस पीड़ित जो ज्यादा बीमार रहते हैं. भोपाल में कोरोना वायरस से 5 मरीजों की मौत हो चुकी है. गैस पीड़ित संगठन का दावा है कि ये सभी गैस पीड़ित थे. जो पिछले 35 सालों से गैस कांड का दंश झेल रहे थे. जहांगीराबाद इलाके में ही गैस पीड़ित तीसरे व्यक्ति की कोरोना से मौत के बाद प्रशासन ने पूरे इलाके को सील कर दिया है और बड़े पैमाने पर स्क्रीनिंग और टेस्टिंग की जा रही है. शासन ने कहा है कि क्षेत्र में जिन्हें भी संदेह है, वे टेस्टिंग करा सकते हैं.

कोरोना संक्रमण के चलते प्रदेश सरकार ने भोपाल मेमोरियल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर को भी अधिग्रहित कर कोरोना हॉस्पिटल बना दिया था और गैस पीड़ितों से हॉस्पिटल खाली करा लिया गया था. भोपाल ग्रुप फॉर इंफॉर्मेशन एंड एक्शन ने सरकार के इस फैसले को उच्च न्यायालय में चुनौती दी है. जिसके बाद सरकार ने यू-टर्न लेते हुए अपना आदेश वापस ले लिया है. बीएमएचआरसी में पहले की तरह गैस पीड़ितों के लिए ओपीडी खोल दी गई है. रचना ढींगरा के मुताबिक सरकार के इस निर्णय से गैस पीड़ितों को राहत मिलेगी.

Last Updated : Apr 16, 2020, 2:38 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.