भोपाल। खंडवा लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए अपनी उम्मीदवारी वापस लेने वाले कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने साफ कर दिया है कि उन्हें भाजपा की तरफ से कोई ऑफर नहीं है, ऑफर की खबर कोरी बकवास है. उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपा के लोगों से उनकी कोई बात नहीं हो रही है, वो उनसे क्यों बात करेंगे. अरुण यादव ने ईटीवी भारत से हुई बातचीत में कहा कि उम्मीदवारी वापस लेने का और कोई कारण नहीं है. पारिवारिक कारणों से उम्मीदवारी वापस लेने का हमने निर्णय लिया है. वो 5 चुनाव लड़ चुके हैं, अब नए लोगों को मौका मिलना चाहिए.
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निष्ठावान नए लोगों को मिले मौका: अरुण
अरुण यादव ने साफ कहा है कि इस बार नए लोगों को मौका मिलना चाहिए. उन्होंने उम्मीद जताई है कि पार्टी इसका पूरा ध्यान रखेगी और नए लोगों को मौका दिया जाएगा. निष्ठावान लोगों को मौका मिलना चाहिए. पार्टी जो भी उम्मीदवार तय करेगी, उसको जिताने में पूरी ताकत लगाउंगा. चारों सीटों पर होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस ही जीतेगी. चुनाव की पूरी तैयारी कमलनाथ के निर्देश पर पूरी हो चुकी है.
यहां होना है उपचुनाव के लिए मतदान
छतरपुर जिले की पृथ्वीपुर, सतना जिले की रैगांव और अलीराजपुर की जोबट विधानसभा सीट के अलावा खंडवा लोकसभा सीट भी रिक्त है, जिस पर उपचुनाव के लिए अधिसूचना जारी हो चुकी है. एमपी विधानसभा उपचुनाव के लिए 8 अक्टूबर से 13 अक्टूबर तक नामांकन, स्क्रूटनिंग और नाम वापसी ले सकेंगे उम्मीदवार, जबकि 30 अक्टूबर को मतदान होगा और 2 नवंबर को मतगणना होगी.
बकवास है पार्टी से नाराजगी की बात
खंडवा लोकसभा सीट से कांग्रेस हाई कमान ने अरुण यादव को प्रत्याशी बनाने का निर्णय लिया था, लेकिन अरुण यादव ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया. जिसके बाद अफवाह फैली कि अरुण यादव पार्टी से नाराज हैं और उनकी बीजेपी नेताओं से बात चल रही है. हालांकि, उन्होंने साफ कर दिया है कि ये सब बेवजह बकवास है, हमने निजी कारणों से उम्मीदवारी वापस ली है.