ETV Bharat / state

पेंशन से पूरे नहीं होते पूर्व सांसदों के खर्च, माली हालत खराब होने पर बताया अपना 'दर्द' - भोपाल के पूर्व सांसद आलोक संजर

प्रदेश के पूर्व सांसदों का कहना है कि उनको मिलने वाली पेंशन से उनका खर्च पूरा नहीं हो पा रही है. ऐसे में उनपर आर्थिक खर्च का बोझ बढ़ना लगा है.

पेंशन से पूरे नहीं होते पूर्व सांसदों के खर्च
author img

By

Published : Jun 30, 2019, 10:06 PM IST

भोपाल। बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव कई सांसदों के टिकट काटे थे. ऐसे में कई सांसद अब इस बात का रोना रो रहे है कि अब उनकी माली हालत ठीक नहीं है और जो पेंशन उनको मिलती है. उससे उनका खर्च पूरा नहीं हो पा रहा है. क्योंकि सांसद रहते उनके खर्च बढ़ जाते है, ऐसे में अब उन पर खर्च का बोझ ज्यादा हो गया है.

पेंशन से पूरे नहीं होते पूर्व सांसदों के खर्च

सागर के पूर्व सांसद लक्ष्मी नारायण यादव का कहना है कि उनकी माली हालत खराब है और जो पेंशन उन्हें मिलती है उससे उनका खर्च नहीं चल पा रहा है. सांसद का कहना है कि मीसाबंदी पेंशन को लेकर भी बहस चल रही है. जिस कारण कई जिलों में वेरिफिकेशन के बाद भी पेंशन रोक दी गई है. ऐसे में पूर्व सांसदों पर आर्थिक बोझ बढ़ता जा रहा है.

पेंशन को लेकर कई सांसदो का कहना है कि, जो पेंशन मिल रही है वो नाकाफी है और खर्च चलाने में दिक्कतें तो आती है. वहीं भोपाल सांसद रहे आलोक संजर का कहना है कि दिक्कतें तो आती है. लेकिन उन बाधाओं को दूर किया जा सकता है. बता दें कि मध्यप्रदेश में पूर्व विधायकों को 20 हजार और पूर्व सांसदों को 25 हजार पेंशन मिलती है.

भोपाल। बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव कई सांसदों के टिकट काटे थे. ऐसे में कई सांसद अब इस बात का रोना रो रहे है कि अब उनकी माली हालत ठीक नहीं है और जो पेंशन उनको मिलती है. उससे उनका खर्च पूरा नहीं हो पा रहा है. क्योंकि सांसद रहते उनके खर्च बढ़ जाते है, ऐसे में अब उन पर खर्च का बोझ ज्यादा हो गया है.

पेंशन से पूरे नहीं होते पूर्व सांसदों के खर्च

सागर के पूर्व सांसद लक्ष्मी नारायण यादव का कहना है कि उनकी माली हालत खराब है और जो पेंशन उन्हें मिलती है उससे उनका खर्च नहीं चल पा रहा है. सांसद का कहना है कि मीसाबंदी पेंशन को लेकर भी बहस चल रही है. जिस कारण कई जिलों में वेरिफिकेशन के बाद भी पेंशन रोक दी गई है. ऐसे में पूर्व सांसदों पर आर्थिक बोझ बढ़ता जा रहा है.

पेंशन को लेकर कई सांसदो का कहना है कि, जो पेंशन मिल रही है वो नाकाफी है और खर्च चलाने में दिक्कतें तो आती है. वहीं भोपाल सांसद रहे आलोक संजर का कहना है कि दिक्कतें तो आती है. लेकिन उन बाधाओं को दूर किया जा सकता है. बता दें कि मध्यप्रदेश में पूर्व विधायकों को 20 हजार और पूर्व सांसदों को 25 हजार पेंशन मिलती है.

Intro:bjp ने कई वर्तमान सांसदो को इस बार टिकिट नही दिया है, ऐसे में कई सांसद अब इस बात का रोना रो रहे है कि अब उनकी माली हालत ठीक नही है ,और जो पेंशन उनको मिलती है,वो भी पूरी नही होती ।क्योंकि सांसद रहते उनके खर्चे बढ़ जाते है, ऐसे में अब उन पर खर्च का बोझ ज्यादा है।

ये है सागर के पूर्व सांसद लक्ष्मी नारायण यादव ,जिनका इस पार्टी ने टिकिट काट दिया था। सांसद का कहना है कि उनकी माली हालत खराब है। और अब उनका खर्चा भी नही चलता , जो पेंशन मिलती है वो भी पूरी नही होती । सांसद का कहना है कि मीसा बंदी पेंशन को लेकर भी बहस चल रही है। और कई जिलों में वैरिफिकेशन के बाद भी पेंशन रोक दी गई थी। और जब सांसद से पूछा गया तो , आइए आपको सुनाते है क्या कह रहे है पूर्व सांसद

बाइट- लक्ष्मी नारायण यादव, पूर्व सांसद सागर


Body:हालांकि पेंशन को लेकर कई सांसदो का कहना है कि, जो पेंशन मिल रही है वो नाकाफी है ।और खर्च चलाने में दिक्कतें तो आती है, लेकिन भोपाल सांसद रहे आलोक संजर का कहना है कि दिक्कतें तो आती है, लेकिन उन बाधाओं को दूर किया जा सकता है। तो वहीं पूर्व विधायक कहते है कि हम तो नही है सम्पन्न है ।


Conclusion:आपको बता दें मध्यप्रदेश में पूर्व विधायकों को 20 हजार और पूर्व सांसदों को 25 हजार पेंशन मिलती है...लेकिन माननीयों का मानना है कि सांसद रहते उनके खर्च बढ़ जाते है,और उन्हें अब मेनटेन करना मुश्किल हो रहा है।।

byte- आलोक संजर, पूर्व सांसद, भोपाल
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.