भोपाल। बीजेपी ने 2019 के लोकसभा चुनाव कई सांसदों के टिकट काटे थे. ऐसे में कई सांसद अब इस बात का रोना रो रहे है कि अब उनकी माली हालत ठीक नहीं है और जो पेंशन उनको मिलती है. उससे उनका खर्च पूरा नहीं हो पा रहा है. क्योंकि सांसद रहते उनके खर्च बढ़ जाते है, ऐसे में अब उन पर खर्च का बोझ ज्यादा हो गया है.
सागर के पूर्व सांसद लक्ष्मी नारायण यादव का कहना है कि उनकी माली हालत खराब है और जो पेंशन उन्हें मिलती है उससे उनका खर्च नहीं चल पा रहा है. सांसद का कहना है कि मीसाबंदी पेंशन को लेकर भी बहस चल रही है. जिस कारण कई जिलों में वेरिफिकेशन के बाद भी पेंशन रोक दी गई है. ऐसे में पूर्व सांसदों पर आर्थिक बोझ बढ़ता जा रहा है.
पेंशन को लेकर कई सांसदो का कहना है कि, जो पेंशन मिल रही है वो नाकाफी है और खर्च चलाने में दिक्कतें तो आती है. वहीं भोपाल सांसद रहे आलोक संजर का कहना है कि दिक्कतें तो आती है. लेकिन उन बाधाओं को दूर किया जा सकता है. बता दें कि मध्यप्रदेश में पूर्व विधायकों को 20 हजार और पूर्व सांसदों को 25 हजार पेंशन मिलती है.