भोपाल| प्रदेश सरकार द्वारा शहर के नए मास्टर प्लान 2031 को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है. जिसे जल्द ही जनता के बीच जारी किया जाएगा, लेकिन मास्टर प्लान 2031 के ड्राफ्ट को जारी करने से पहले ही विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है. पूर्व मंत्री विश्वास सारंग का आरोप है कि यह मास्टर प्लान भोपाल के विकास का नहीं है बल्कि कांग्रेस के दलालों और भू-माफिया को विकसित करने के उद्देश्य से ही यह मास्टर प्लान लाया जा रहा है. जिसकी जानकारी पहले से ही कांग्रेस के नेताओं को हो चुकी है. यही वजह है कि कांग्रेस के नेता मास्टर प्लान को लेकर आपस में ही उलझ रहे हैं.
पूर्व सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है कि मास्टर प्लान में क्यों आने वाला है. उसकी भनक पहले ही कांग्रेस के दलालों को मंत्रियों को और विधायकों को लग चुकी है. यही वजह है कि मास्टर प्लान के तहत जहां जहां भी बेहतर सुविधाएं मिलने जा रही हैं. वहां कांग्रेस के विधायकों और मंत्रियों ने जमीनों के सौदे पहले ही कर लिए हैं.
मंत्री आरिफ अकील और विधायक आरिफ मसूद का दिया उदाहरण
विश्वास सारंग ने कहा कि मास्टर प्लान की बैठक के दौरान अल्पसंख्यक मंत्री आरिफ अकील और कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के बीच हुई कहासुनी की बात जगजाहीर है. भोपाल के विधायकों में जो विवाद है जमीन की खरीदारी को लेकर ही यह विवाद उत्पन्न हुआ है. एक विधायक ने पहले से ही प्लानिंग करके जमीन खरीद ली है और दूसरा नहीं खरीद पाया है इसीलिए यह पूरी कवायद चल रही है.
यह भोपाल के विकास का प्लान नहीं है यह केवल और केवल कांग्रेस के नेताओं के विकास का प्लान है.