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सीबीडीटी रिपोर्ट पर बोले गोविंद सिंह राजपूत, नाम छपने से नहीं आरोप सिद्ध होने से मुजरिम होता है व्यक्ति

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Published : Dec 19, 2020, 11:02 PM IST

ईटीवी भारत ने पूर्व मंत्री गोविंद सिंह से खास बातचीत की. इस दौरान उनसे सीबीडीटी की रिपोर्ट को लेकर सवाल किए गए. जिस पर वे कुछ असहज नजर आए. उन्होंने कहा कि नाम छपने से कोई दोषी नहीं होता है.

Former Minister Govind Singh
पूर्व मंत्री गोविंद सिंह

भोपाल। मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान कैश के लेनदेन को लेकर हो रहे खुलासों में कांग्रेस के कई बड़े नेताओं के नाम तो शामिल हैं ही, लेकिन सीबीडीटी की रिपोर्ट में सिंधिया समर्थक उन नेताओं के नाम भी सामने आ रहे हैं जो पहले कांग्रेस में थे लेकिन फिर बीजेपी में शामिल हो गए. इस सूची में पूर्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का नाम भी शामिल है. इन तमाम मुद्दों पर ईटीवी भारत पूर्व मंत्री गोविंद सिंह से खास बातचीत की. पूर्व मंत्री ने कहा कि नाम छपने से कोई दोषी नहीं होता है.आरोप सिद्ध होने के बाद व्यक्ति मुजरिम होता है.

पूर्व मंत्री गोविंद सिंह से खास बातचीत

'मैनें सिर्फ कुछ नाम पढ़े हैं'

सीबीडीटी की रिपोर्ट को लेकर बीजेपी विधायक व पूर्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का कहना है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने सिर्फ कुछ नाम पढ़े हैं. वहीं पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के आरोप को लेकर गोविंद सिंह राजपूत ने चुप्पी साधते हुए कहा कि यह सब जांच का विषय है.

'इंतजार का फल मीठा होता है'

मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि ये सीएम शिवराज सिंह चौहान का विशेष अधिकार है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से मुलाकात को औपचारिक बताया. मंत्री बनाए जाने के सवाल पर राजपूत मुस्कुराते नजर आए. उन्होंने कहा कि इंतजार का फल मीठा होता है.

सीबीडीटी की रिपोर्ट की रिपोर्ट से मचा हड़कंप

लोकसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबियों पर आयकर विभाग ने छापामार कार्रवाई की थी. इसके बाद अब सीबीडीटी की रिपोर्ट के आधार पर केंद्रीय चुनाव समिति ने प्रदेश सरकार और चुनाव आयोग को 3 आईपीएस अधिकारी एक एसपीएस के अलावा तत्कालीन मंत्री और विधायकों के नाम उजागर किए हैं. जिसके बाद प्रदेश की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है.

ये भी पढ़ेंःपोल कैश मामला: तीन IPS अधिकारी के बाद सामने आए 64 विधायकों और नेताओं के नाम

सीएम शिवराज पहले ही कह चुके कार्रवाई की बात

हालांकि सीएम शिवराज सिंह चौहान व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि इस मामले में कोई भी लिप्त क्यों न हो कानून अपना काम करेगा.दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ेंःकाले धन का असली सरगना है कमलनाथ, कांग्रेस भ्रष्टाचार की जननी: कमल पटेल

भोपाल। मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान कैश के लेनदेन को लेकर हो रहे खुलासों में कांग्रेस के कई बड़े नेताओं के नाम तो शामिल हैं ही, लेकिन सीबीडीटी की रिपोर्ट में सिंधिया समर्थक उन नेताओं के नाम भी सामने आ रहे हैं जो पहले कांग्रेस में थे लेकिन फिर बीजेपी में शामिल हो गए. इस सूची में पूर्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का नाम भी शामिल है. इन तमाम मुद्दों पर ईटीवी भारत पूर्व मंत्री गोविंद सिंह से खास बातचीत की. पूर्व मंत्री ने कहा कि नाम छपने से कोई दोषी नहीं होता है.आरोप सिद्ध होने के बाद व्यक्ति मुजरिम होता है.

पूर्व मंत्री गोविंद सिंह से खास बातचीत

'मैनें सिर्फ कुछ नाम पढ़े हैं'

सीबीडीटी की रिपोर्ट को लेकर बीजेपी विधायक व पूर्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का कहना है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने सिर्फ कुछ नाम पढ़े हैं. वहीं पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के आरोप को लेकर गोविंद सिंह राजपूत ने चुप्पी साधते हुए कहा कि यह सब जांच का विषय है.

'इंतजार का फल मीठा होता है'

मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि ये सीएम शिवराज सिंह चौहान का विशेष अधिकार है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से मुलाकात को औपचारिक बताया. मंत्री बनाए जाने के सवाल पर राजपूत मुस्कुराते नजर आए. उन्होंने कहा कि इंतजार का फल मीठा होता है.

सीबीडीटी की रिपोर्ट की रिपोर्ट से मचा हड़कंप

लोकसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबियों पर आयकर विभाग ने छापामार कार्रवाई की थी. इसके बाद अब सीबीडीटी की रिपोर्ट के आधार पर केंद्रीय चुनाव समिति ने प्रदेश सरकार और चुनाव आयोग को 3 आईपीएस अधिकारी एक एसपीएस के अलावा तत्कालीन मंत्री और विधायकों के नाम उजागर किए हैं. जिसके बाद प्रदेश की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है.

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सीएम शिवराज पहले ही कह चुके कार्रवाई की बात

हालांकि सीएम शिवराज सिंह चौहान व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि इस मामले में कोई भी लिप्त क्यों न हो कानून अपना काम करेगा.दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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