भोपाल| प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के पुत्र और प्रदेश के पूर्व मंत्री दीपक जोशी पिछले कुछ दिनों से लगातार चर्चा में बने हुए हैं. उनके बगावती तेवरों ने बीजेपी की मुश्किलें भी बढ़ा दी हैं, हालांकि बीजेपी संगठन के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात के बाद अब उनके तेवर कुछ नरम पड़ गए और उन्होंने पार्टी के साथ ही रहने की बात को दोहराया है. उन्होंने इस बात का जिक्र भी किया है कि उनके आज भी कांग्रेस के कई नेताओं से दोस्ताना संबंध हैं जो उन्हें समय-समय पर सलाह देते हैं.
पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने कहा कि कांग्रेस के कई लोगों ने मुझे सुझाव दिया कि उन्हें कांग्रेस के साथ आ जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि जो बातचीत हुई उसे उन्होंने सिरे से नकार दिया था. साथ ही पूर्व मंत्री ने कहा कि वे बीजेपी पार्टी के कार्यकर्ता है.
दीपक जोशी का कहना है कि बीजेपी ने ही उन्हें एक पहचान दी है, इस पहचान को बनाए रखना ही उनका काम है. ऐसा लगा कि उन्होंने कहीं गड़बड़ी की है जिसकी वजह से लोगों में गलत मैसेज गया है, लेकिन उन्होंने कहा कि वे बीजेपी के ही साथ है. इस दौरान पूर्व मंत्री ने कहा कि सभी के दोस्ताना संबंध होते हैं और दोस्तों में आपस में सलाह भी दी जाती है. मेरे ज्यादातर दोस्त कांग्रेस में है इसलिए उन्होंने मुझे सलाह दी तो मैंने भी उन्हें जवाब दिया कि एक समय मेरे पास दो चार लोग थे, लेकिन आज मेरे पास एक बड़ी ताकत है और उस ताकत का जितना अच्छा इस्तेमाल कर सकूं मुझे करना चाहिए. हालांकि जब उनसे उन नेताओं का नाम पूछने की कोशिश की गई, तो वह मुस्कुराते हुए इस सवाल का जवाब ही टाल गए.
बता दें कि पूर्व मंत्री दीपक जोशी हाटपिपलिया से विधायक रहे हैं, लेकिन प्रदेश में होने वाले उपचुनाव से पहले उनका टिकट कटना लगभग तय माना जा रहा है. यही वजह है कि वह अपने बगावती तेवर पार्टी को दिखा चुके हैं, लेकिन संगठन स्तर पर हुई बातचीत के बाद से ही उनके सुर बदल गए हैं. देर रात भी बीजेपी कार्यालय में चल रही एक बैठक के दौरान वह प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से मुलाकात करने के लिए आए थे, हालांकि मुलाकात के दौरान क्या चर्चा की गई है इसका खुलासा उन्होंने नहीं किया है.