भोपाल। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने शिवराज सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री ने एक अयोग्य व्यक्ति धीरेंद्र पाण्डेय को विवादास्पद जन अभियान परिषद में फिर से कार्यपालक निदेशक बना दिया है. नियमों में इस पद पर केवल अखिल भारतीय सेवा के अधिकारी की नियुक्ति की जा सकती है. उन्होंने नियुक्ति तत्काल निरस्त करने की मांग की है.
धीरेंद्र पाण्डेय हैं गंभीर वित्तीय अनियमितता के आरोपी
अजय सिंह ने कहा है कि धीरेंद्र पाण्डेय पूर्व में जन अभियान परिषद के कार्यपालक निदेशक रहते हुये गंभीर वित्तीय अनियमितता के आरोपी हैं. उन्होंने जन अभियान परिषद के मध्यप्रदेश भर में फैले अमले का पिछले विधानसभा चुनाव के समय सत्ताधारी दल भाजपा के पक्ष में भारी दुरुपयोग किया था. उस समय मध्यप्रदेश कांग्रेस ने चुनाव आयोग और मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को बार-बार सप्रमाण शिकायतें की थीं. जिसके बाद में आयोग ने जन अभियान परिषद के पदाधिकारियों को चुनाव ड्यूटी से दूर रखने के निर्देश सरकार को दिये थे. अब शिवराज सिंह चौहान ने आगामी विधानसभा उपचुनाव को देखते हुए फिर से धीरेंद्र पाण्डेय को नियम विरुद्ध परिषद का कार्यपालक निदेशक बना दिया है. इस नियुक्ति से उपचुनावों में भाजपा के पक्ष में काम करने के लिए धांधली की शुरूआत हो चुकी है.
कमलनाथ सरकार में पद से हटाए गए थे धीरेंद्र पाण्डेय
अजय सिंह ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने आते ही जनवरी में धीरेंद्र पाण्डेय को परिषद से हटाकर उनको विज्ञान और प्राद्योगिकी परिषद में सीनियर साइंटिस्ट के उनके मूल पद पर भेज दिया था. जिसके बाद में महालेखाकार ने जांच कर गंभीर वित्तीय अनियमितताएं निकाली थीं, जो आज भी शासन के पास रखी हैं. इनमें वृक्षारोपण, नदी महोत्सव, जल संसद, नर्मदा सेवा यात्रा, साधु संतों की एकात्म यात्रा आदि में की गई अनियमितताएं शामिल हैं.
कांग्रेस ने की थी चुनाव आयोग से शिकायत
धीरेंद्र पाण्डेय ने प्रदेश के संविदा कर्मियों के नियमितीकरण के लिए जीएडी द्वारा जारी दिशा निर्देशों की अवहेलना करते हुए परिषद के जिले भर में फैले कर्मियों को चुनाव पूर्व ताबड़तोड़ एकतरफा नियमित कर दिया था. भाजपा सरकार के समर्थक संविदा पर रखे गए इन कर्मचारियों को रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी मुंबई, शारदा विद्या बिहार भोपाल और असम स्थित विद्या भारती के प्रकल्प में विधानसभा चुनाव के पहले बाकायदा प्रशिक्षण दिया गया था. कांग्रेस ने यह सब शिकायतें चुनाव के समय चुनाव आयोग को की थी, जिस पर आयोग ने संज्ञान लिया था.
जन अभियान परिषद की गतिविधियों के प्रति रहें सतर्क
अजय सिंह ने कहा है कि अब फिर भाजपा सरकार द्वारा वही प्रक्रिया दोहरायी जा रही है. ऐसे में विधानसभा उपचुनावों में भाजपा के पक्ष में धांधलियों की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. ग्वालियर संभाग में पदस्थ जन अभियान परिषद के पदाधिकारियों ने बूथ लेवल पर गुप-चुप तरीके से मतदाता सूची के पन्ना प्रभारियों को फिर सक्रिय करना शुरू कर दिया है. निष्पक्ष चुनाव के लिए जरूरी है कि चुनाव आयोग जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को अभी से उनकी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दे. अजय सिंह ने उपचुनाव वाले विधानसभा क्षेत्रों के कांग्रेस पदाधिकारियों से भी आग्रह किया है कि वो अभी से अपने अपने पोलिंग बूथों पर जन अभियान परिषद की गतिविधियों के प्रति सतर्क रहें.