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विधानसभा में गूंजा MCU का मुद्दा, पूर्व सीएम ने कहा- छात्रों के साथ हुआ आतंकवादियों जैसा व्यवहार

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शून्यकाल में माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय में छात्रों का मामला उठाया है. शिवराज सिंह का कहना है कि अपनी मांगों को लेकर आवाज उठाने वाले छात्रों के साथ पुलिस ने बर्बरता की है.

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Published : Dec 18, 2019, 3:54 PM IST

MCU issue echoed in assembly
विधानसभा में गूंजा MCU का मुद्दा

भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय में छात्रों पर मामला दर्ज कराने और उन्हें निष्कासित करने का मामला मध्यप्रदेश की विधानसभा में गूंजा. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शून्यकाल में मामले को उठाते हुए कहा कि पत्रकारिता विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ आतंकवादियों जैसा सलूक किया गया. छात्रों पर पुलिस ने बर्बरता की और इसके बाद छात्रों को निष्कासित कर दिया गया. पूर्व सीएम ने मामले की जांच कराने की मांग की है. वहीं इस में संसदीय कार्य मंत्री गोविंद सिंह का कहना है कि मामले में सरकार विचार करेगी.

विधानसभा में गूंजा MCU का मुद्दा


पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शून्यकाल में मामले को उठाते हुए कहा कि माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय देश का प्रतिष्ठित संस्थान है. इस विश्वविद्यालय से निकले कई छात्र प्रतिष्ठित पत्रकार हैं. ऐसे विश्वविद्यालय में अपनी मांगों को लेकर आवाज उठाने वाले छात्रों के साथ पुलिस ने बर्बरता की है. पुलिस ने छात्रों के साथ आतंकवादियों की तरह व्यवहार किया. उनके ऊपर मामले दर्ज किए गए और करीब दो दर्जन छात्रों को विश्वविद्यालय से निष्कासित कर दिया गया है.


शिवराज सिंह ने सवाल उठाया कि यदि छात्र विश्वविद्यालय मैं अपनी मांगों को लेकर आवाज नहीं उठाएंगे तो फिर कहां उठाएंगे. पूर्व मुख्यमंत्री ने सरकार से छात्रों का निष्कासन खत्म करने और उन पर दर्ज की गई एफआईआर वापस लेने की मांग की. साथ ही पूरे मामले की जांच कराने की भी मांग की. मामले में संसदीय कार्य मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह ने सदन में भरोसा दिलाया कि सरकार मामले पर गंभीरता से विचार करेगी.

भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय में छात्रों पर मामला दर्ज कराने और उन्हें निष्कासित करने का मामला मध्यप्रदेश की विधानसभा में गूंजा. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शून्यकाल में मामले को उठाते हुए कहा कि पत्रकारिता विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ आतंकवादियों जैसा सलूक किया गया. छात्रों पर पुलिस ने बर्बरता की और इसके बाद छात्रों को निष्कासित कर दिया गया. पूर्व सीएम ने मामले की जांच कराने की मांग की है. वहीं इस में संसदीय कार्य मंत्री गोविंद सिंह का कहना है कि मामले में सरकार विचार करेगी.

विधानसभा में गूंजा MCU का मुद्दा


पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शून्यकाल में मामले को उठाते हुए कहा कि माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय देश का प्रतिष्ठित संस्थान है. इस विश्वविद्यालय से निकले कई छात्र प्रतिष्ठित पत्रकार हैं. ऐसे विश्वविद्यालय में अपनी मांगों को लेकर आवाज उठाने वाले छात्रों के साथ पुलिस ने बर्बरता की है. पुलिस ने छात्रों के साथ आतंकवादियों की तरह व्यवहार किया. उनके ऊपर मामले दर्ज किए गए और करीब दो दर्जन छात्रों को विश्वविद्यालय से निष्कासित कर दिया गया है.


शिवराज सिंह ने सवाल उठाया कि यदि छात्र विश्वविद्यालय मैं अपनी मांगों को लेकर आवाज नहीं उठाएंगे तो फिर कहां उठाएंगे. पूर्व मुख्यमंत्री ने सरकार से छात्रों का निष्कासन खत्म करने और उन पर दर्ज की गई एफआईआर वापस लेने की मांग की. साथ ही पूरे मामले की जांच कराने की भी मांग की. मामले में संसदीय कार्य मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह ने सदन में भरोसा दिलाया कि सरकार मामले पर गंभीरता से विचार करेगी.

Intro:नोट शिवराज सिंह चौहान की बाइट कैमरामैन जमशेद ने इन जस्ट कराई है

भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय में छात्रों पर मामला दर्ज कराने और उन्हें निष्कासित करने का मामला मध्यप्रदेश की विधानसभा में गूंजा। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शून्यकाल में मामले को उठाते हुए कहा कि पत्रकारिता विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ आतंकवादियों जैसा सलूक किया गया। उन पर पुलिस ने बर्बरता की और इसके बाद छात्रों को निष्कासित कर दिया गया। पूर्व सीएम ने मामले की जांच कराने की मांग की। उधर मामले में संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि मामले में सरकार विचार करेगी।


Body:पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुन काल में मामले को उठाते हुए कहा कि माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय देश का प्रतिष्ठित संस्थान है। इस विश्वविद्यालय से निकले कई छात्र प्रतिष्ठित पत्रकार है। ऐसे विश्वविद्यालय में अपनी मांगों को लेकर आवाज उठाने वाले छात्रों के साथ पुलिस ने बर्बरता की है पुलिस ने छात्रों के साथ आतंकवादियों की तरह व्यवहार किया। उनके ऊपर मामले दर्ज किए गए और करीब दो दर्जन छात्रों को विश्वविद्यालय से निष्कासित कर दिया गया। पूर्व मुख्यमंत्री ने सवाल उठाया कि यदि छात्र विश्वविद्यालय मैं अपनी मांगों को लेकर आवाज नहीं उठाएंगे तो फिर कहां उठाएंगे। पूर्व मुख्यमंत्री ने सरकार से छात्रों का निष्कासन खत्म करने और उन पर दर्ज की गई f.i.r. वापस लेने की मांग की। साथ ही पूरे मामले की जांच कराने की भी मांग की। मामले में संसदीय कार्य मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह ने सदन में भरोसा दिलाया कि सरकार मामले पर गंभीरता से विचार करेगी।


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