भोपाल। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आरोप लगाते हुए कहा है कि जब-जब प्रदेश में भाजपा की सरकार आई है, किसान परेशान हुआ है और भ्रष्टाचारी, घोटालेबाजों, मिलावटखोरों और कालाबाजारी करने वालों के हौसले बुलंद हो गए हैं. प्रदेश की भाजपा सरकार का किसान विरोधी चेहरा रोज सामने आ रहा है.
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि जिस दिन से प्रदेश में भाजपा की सरकार काबिज हुई है, प्रदेश का किसान उसी दिन से परेशान हो चला है. आज प्रदेश में यूरिया का जमकर संकट बना हुआ है. प्रदेश के कई हिस्सों में किसानों को यूरिया के लिए भटकना पड़ रहा है. यूरिया की कालाबाजारी जमकर जा रही है. किसानों को महंगे दामों पर यूरिया खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा है. खाद के लिए लाइनों में लगा किसान पुलिस की लाठियां भी खा रहा है.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि एक तरफ किसान इस महामारी में लंबी-लंबी लाइन लगाकर एक-एक बोरी खाद के लिए भटक रहा है. वहीं दूसरी ओर किसानों को मिलने वाली खाद को भूमिहीनों व मृतकों के नाम पर फर्जी तरीके से आवंटित कर लाखों क्विंटल खाद को भाजपा समर्थित व्यापारियों के साथ मिलकर भ्रष्टाचार कर ठिकाने लगाया जा रहा है. इसके प्रमाण भी प्रदेश के कई हिस्सों से सामने आ चुके हैं. प्रदेश में यूरिया की जमकर कालाबाजारी हो रही है. प्रदेश में अमानक खाद की बिक्री भी चरम पर है. किसान एक-एक बोरी खाद के लिए परेशान हैं. शिवराज सिंह सरकार कुंभकरणी नींद में सोई हुई है.
कमलनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री सिर्फ जुबानी चेतावनी धमकियों से काम चला रहे हैं. जमीनी धरातल पर कालाबाजारी व मिलावट को रोकने के कोई इंतजाम नहीं हैं. किसान परेशान होकर सड़कों पर उतर रहा है. सरकार को सारी स्थिति पूर्व से ही पता थी, लेकिन इसको रोकने को लेकर कोई ठोस कदम समय पर नहीं उठाए गए हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि 'मैं सरकार से मांग करता हूं कि वे मैदान में जाकर जमीनी हकीकत देखें. प्रदेश में किसान भाइयों को मिलावट रहित यूरिया की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए तत्काल आवश्यक कदम उठाए जाएं. अन्यथा कांग्रेस किसानों के समर्थन में सरकार की किसान विरोधी नीतियों के विरोध में सड़क पर प्रदर्शन करने को मजबूर होगी'.