भोपाल। प्रदेश की 24 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के मद्देनजर कांग्रेस लगातार शिवराज सरकार पर निशाना साध रही है. पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि प्रदेश में चारों तरफ अपराधियों का बोलबाला है और आये दिन हत्या की घटनाएं सामने आ रही है. एक हत्याकांड में तो बीजेपी के दो कार्यकर्ता ही आरोपी है. एक तरफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा चुनावी रैलियों और बैठकों में मस्त है. वहीं दूसरी ओर जनता अपराधी तत्वों की गुंडागर्दी से ग्रस्त है. चोर दरवाजे से सत्ता में आये मुख्यमंत्री दूसरे दलों में तोड़फोड़ करने, वर्चुअल रैली करने, वीडियो कॉफ्रेसिंग करने और तबादले करने में लगे हैं. लेकिन अपराध को कम करने के लिए कोई कदम नहीं उठाए जा रहे.
शिवराज करते है बच्चों के मामा बनने का ढोंग
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि राजधानी में छोला रोड पर दो नौजवानों की दो दिन पहले हुई हत्या का खून अभी सूखा भी नहीं था कि कल रतलाम जिले के जावरा कस्बे में बीजेपी दो पदाधिकारी राम यादव और पवन पंचाल ने शादी के मण्डप में बैठने जा रही दुल्हन सोनू यादव की धारदार हथियार से हत्या कर दी. लेकिन सीएम शिवराज को इस सब से कोई फर्क नहीं पड़ रहा है. वे चुनावी लाभ लेने और वोट कबाड़ने के लिये बच्चों के मामा बनने का ढोंग करते हैं. आज उनके भांजे, भांजियों की हत्याएं हो रही है, इज्जत जा रही है और मुख्यमंत्री चुनावी चौसर बिछाने में व्यस्त है. जब कमलनाथ माफियाओं को कुचल रहे थे, तो शिवराज सिंह बैचेन होकर बर्बादी से डर रहे थे. कांग्रेस सरकार में माफिया या तो जेल जा रहे थे या तो प्रदेश छोड़कर भाग रहे थे.
मध्य प्रदेश में चल रहा गुंडाराज
भू-माफिया, राशन माफिया, मिलावट करने वाले माफिया, शराब-सट्टा माफिया के सफाये से जनता खुश थी, पर शिवराज सिंह चौहान दुखी थे. तुलसी सिलावट के समर्थकों के बीच उन्होंने सब कुछ बर्बाद होने की बैचेनी जाहिर कर दी थी. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री आपकी पार्टी के नेता और समर्थक प्रदेश में दिन-दहाड़े हो रही हत्याओं में शामिल है. प्रदेश में पुलिस का नहीं गुंडों का राज चल रहा है. मंडला में एक कट्टरपंथी संगठन के लोगों ने अनुसूचित जाति के युवा नेता सोनू परोचिया को पहले गोली मारी फिर गाड़ी से कुचलकर उसकी हत्या कर दी. मंडला का दौरा करने पर लोगों ने बताया कि जिले में माफियाओं का राज है और अवैध हथियारों के दम पर काले धंधे फल-फूल रहें है. देशी कट्टों का प्रदेश में विक्रय हो रहा है और ऐसे हथियारों का हत्या और अपराधों को अंजाम देने में इस्तेमाल किया जा रहा है.
अपराधियों बेखोफ होकर कर रहे अपराध
इसी प्रकार पिपरिया में बजरंग दल से जुड़े रवि विश्वकर्मा की सरेआम थाने के पास 27 जून को गोलियों से छलनी कर हत्या कर दी गई. इस हत्याकांड में भी गुंडो की टीम शामिल थी. पीडित परिवार ने मुलाकात में बीजेपी विधायक ठाकुरदास नागवंशी पर भी आरोप लगाये है. अभी शुक्रवार को राजधानी भोपाल में नशे में धुत 5 लोगों ने छोला रोड पर दो छात्रों की चाकूओं से गोदकर हत्या कर दी. पुलिस हत्या के 8 घंटे बाद घटना स्थल पर पहुंची थी. क्या अपराधियों को शराब पीकर अड़ीबाजी करने की खुली छूट मिली है ? शनिवार को भोपाल के वरिष्ठ पत्रकार धनंजय प्रताप सिंह के घर में घुसकर शराबियों ने हंगामा किया. जानलेवा हमला कर पत्रकार सिंह का सिर फोड़ दिया. एफआईआर कराने गये पत्रकार को डेढ़ घंटे थाने में बैठाकर रखा गया, फिर पुलिस ने हल्की धाराओं में केस दर्ज कर इतिश्री कर ली. सरकार की नाक के नीचे कानून व्यवस्था की यह स्थिति है. पुलिस थाने से निकलकर कोरोना के खौफ में जीने को मजबूर राजधानी वासियों की गाडि़यों की चैकिंग करने और चालान काटने सहित वसूली में लगी है.
मामा बनना आसान है, संबंधों को निभाना आसान नहीं
पूर्व मुख्यमंत्री ने शिवराज सिंह चौहान पर तंज कसते हुए कहा कि मामा बनना आसान है, लेकिन संबंधों को निभाना इतना आसान नहीं हैं. हत्या, बलवा, बलात्कार, अपहरण, बाल अपराध, महिला अपराध में आपने अपने 13 साल के कार्यकाल में प्रदेश को पूरे देश में शर्मसार किया था. आपके द्वारा दलबदल करवाकर पाई चौथी पारी में अपराधी और माफिया बेखोफ हो गए हैं. आप मामा की जगह मुख्यमंत्री बनकर नागरिकों की जानमाल और इज्जत की रक्षा करें तो यह प्रदेश की जनता पर बड़ी मेहरबानी होगी. आप इस बात से घबरा रहे है कि 24 उपचुनावों में जनता ‘‘छलकपट से बनी सरकार’’ का सफाया न कर दे. इसलिये आप कोरोना और अपराधियों से निपटने की जगह उपचुनावों की चिंता कर रहें है. अपने पुरोधा अटल बिहारी वाजपेयी का स्मरण करिये, जब गुजरात के दंगों में उन्होंने तब के मुख्यमंत्री और अब के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राजधर्म के पालन करने की नसीहत दी थी. इसलिए सीएम शिवराज को भी राजधर्म का पालन करना चाहिए.