भोपाल। लॉकडाउन में प्रदेश कांग्रेस ने अपने प्रदेश कार्यालय में गरीबों के भोजन के लिए रसोई की व्यवस्था की थी. जहां रोजाना भोजन तैयार कर आसपास के इलाकों में गरीब और मजदूर वर्ग के लिए भोजन मुहैया कराया जा रहा था. लेकिन राजधानी में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुए प्रशासन ने भोजन व्यवस्था पर रोक लगा दी है. जिसके चलते कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्देश पर प्रदेश कांग्रेस ने एक राहत कोष बनाने का फैसला किया है. जिसका उपयोग गरीबों की मदद के लिए किया जाएगा. वहीं पूर्व दिग्विजय सिंह ने प्रशासन की कार्रवाई पर खेद जताया है.
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करके कहा है कि पिछले कई दिनों से भोपाल में प्रदेश कांग्रेस की ओर से 25 से 35 हजार भोजन के पैकेट बाटें जा रहे थे. लेकिन मप्र शासन ने आज से ये व्यवस्था बंद की है. जिसका हमें खेद है. मध्य प्रदेश शासन से यह अपेक्षा करते हैं कि वे सभी ज़रूरतमंद लोगों को सूखा राशन दें या पके हुए भोजन की व्यवस्था अवश्य करें. इसके साथ ही मप्र के मज़दूर जो कि अन्य प्रदेशों में फंसे हैं, उन प्रदेशों का सरकार से चर्चा कर उनकी व्यवस्था करवायें.
वहीं कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने बताया कि किचन आज से ही बंद किया जा रहा है. कांग्रेस पार्टी जल्द ही गरीब जनता को राहत पहुंचाने के लिये एक कांग्रेस रिलीफ फंड की स्थापना कर रही है. जिसके माध्यम से राहत सामग्री वितरण एवं सहायता की योजनाएं चलाई जाएंगी.