भोपाल। फिल्म आदिपुरुष को लेकर उठा विरोध देश और प्रदेश में थमने का नाम नहीं ले रहा है. जगह-जगह लेखक मनोज मुंतशिर को लेकर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं और विरोध जता रहे हैं. वहीं एमपी में कांग्रेस सहित संस्कृति बचाओ मंच आदिपुरुष फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी तरह आदिपुरुष के संवाद को लेकर लेखक मनोज मुंतशिर से नाराज हिंदूवादी संगठनों ने ऐलान किया है कि मनोज मुंतशिर की एमपी में एंट्री पर उन्हें जूतों की माला पहना कर गधे पर घुमाया जाएगा. संस्कृति बचाओ मंच ने सनातन धर्मियों से फटे जूतों की माला तैयार रखने को कहा है.
फटे जूतों की माला से मुंतशिर का स्वागत: आदिपुरुष फिल्म के संवाद को लेकर राइटर मनोज मुंतशिर से हिंदू संगठनों की नाराजगी बढ़ती जा रही है. अब संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने चेतावनी दी है कि अगर मध्यप्रदेश में आदिपुरुष के राइटर मनोज मुंतशिर प्रवेश करेगा तो सनातन धर्मी उनका जूतों की माला पहनाकर स्वागत करेंगे. इसके बाद मुंतशिर को गधे पर भी घुमाया जाएगा. संस्कृति बचाओ मंच के कार्यकर्ताओं ने आव्हान किया है कि जहां भी मनोज मुंतशिर दिखें जूतों की माला पहनाकर उनका स्वागत करेंगे. मंच ने आव्हान किया है कि मनोज मुंतशिर के लिए बाकायदा सनातन धर्मी फटे जूतों की माला तैयार करके रखे. जिस दिन भी उनकी भोपाल में एंट्री हो उन्हें जूतों की माला पहनाई जाए.
हनुमान को भगवान नही मानने पर बढ़ी नाराजगी: असल में आदिपुरुष फिल्म के संवाद को लेकर ही पहले विरोध था. अब ज्यादा नाराजगी हनुमान जी को भगवान नहीं भक्त कह देने के बाद बढ़ी है. चंद्रशेखर तिवारी ने कहा है कि मनोज मुंतशिर जैसे धूर्त लोग ये तय नहीं करेंगे कि हनुमान जी भगवान थे या भक्त. जिस दिन हनुमान जी का सोटा पड़ेगा उस दिन सब याद आ जाएगा.
विवादित डायलॉग बदले गए: फिल्म आदिपुरुष में हनुमान जी के विवादित डायलॉग बदल दिए गए. संभव है कि तीन दिन बाद ये डायलॉग फिल्म में शामिल कर लिए जाएंगे. इधर लगातार फिल्म पर बढ़े विवाद का असर बॉक्स ऑफिस पर भी हुआ है. फिल्म औधे मुंह गिरी है. एमपी जैसे राज्य जहां मनोज मुंतशिर राजकीय अतिथि के तौर पर आते रहे हैं. वहां इस फिल्म का विरोध सबसे ज्यादा हो रहा है. बजरंग सेना भी अब फिल्म के विरोध में सड़कों पर उतर आई है. कई जगह मंनोज मुंतशिर के पुतले फूंके जा रहे हैं.