भोपाल। संयुक्त किसान मोर्चा के वरिष्ठ सदस्य शिवकुमार कक्का ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान नए कृषि कानून को किसान जगत का डेथ वारंट बताया. उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा तीन कृषि कानून के विरोध में चरणबद्ध तरीके से प्रदर्शन करने जा रहा है. इसके तहत पूरे देश में जिला मुख्यालय से लेकर तहसील मुख्यालय तक राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा.
बंगाल के बाद अब मिशन यूपीः कक्का
शिवकुमार कक्का ने कहा कि पश्चिम बंगाल के बाद अब हमारा मिशन यूपी है. उन्होंने कहा कि सरकार की सबसे बड़ी कमजोरी वोट होती है. उनकी जान वोट में होती है. उन्होंने कहा कि जो सरकार हमारा जितना सहयोग करेगी, उसे किसान उसी अनुपात में सपोर्ट करेंगे और जो सरकार शोषण करेगी, उसे उखाड़ फेंकेंगे. उन्होंने कहा कि बंगाल में भी यही किया था.
'किसानों से बात करने के लिए तैयार नहीं सरकार'
संयुक्त किसान मोर्चा के वरिष्ठ सदस्य कक्का ने कहा कि किसान आंदोलन देश का सबसे बड़ा और सबसे लंबे समय तक चलने वाला आंदोलन बन गया है. देश का अन्नदाता छह माह से सड़कों पर बैठा है. सरकार आज भी न तो किसानों से बात करने को तैयार है और न ही आंदोलन में शहीद 600 किसानों को श्रद्धांजलि देने को तैयार है.
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कक्का ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की माता को श्रद्धांजलि देने के लिए डेलिगेशन भेज सकते हैं लेकिन देश के अन्नदाता के लिए संसद में दो शब्द नहीं बोल सकते. उन्होंने कहा कि अब इन्हें सबक सिखाना जरूरी है. यूपी चुनाव में अब इन्हें सबक सिखाएंगे.